जनगणना में तकनीकी गलती, आंकड़े सही नहीं… बिहार में सर्वे पर नीतीश के ही सांसद ने उठाया सवाल
नई दिल्ली। बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर अब तक नीतीश कुमार विरोधियों के निशाने पर थे लेकिन अब उनके खुद के सांसद ही उनके खिलाफ मुखर हो गए हैं। जनता दल यूनाइटेड के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने एक टीवी न्यूज चैनल से खास बातचीत में बताया कि जातीय जनगणना सही तरह से नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि 100 साल बीत जाने के बाद भी उनके समाज के लोगों का सही आकलन नहीं हुआ है।
सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि जो जाति की गणना हुई है जिसे 2 अक्टूबर को पब्लिश किया गया है उसके बाद से लगातार लोगों के फोन आ रहे हैं। हर जिला अध्यक्षों की राय है कि हमारे यहां जिले की जो गिनती है वह सही नहीं हुई है क्योंकि आप खुद देखेंगे कि अखबार में हम लोगों ने देखा है कि 1931 में हमारे समाज का 2।8 फीसदी था और आज 2023 आने के बाद 2।81 फीसदी हुए हैं। उन्होंने कहा कि इतने वर्षों में हम पॉइंट 01 फीसदी हमारे समाज के बढ़ोतरी हुई है। कहीं ना कहीं हमारे समाज की गिनती में त्रुटि हुई है।
सुनील कुमार पिन्टू ने कहा कि उनके समाज के लोगों की आगामी 8 अक्टूबर को पटना में बैठक होने वाली है। इस बैठक में उनके समाज से कई लोगों और कुछ जिलाध्यक्षों को बुलाया गया है। सभी जिला अध्यक्षों से बहुत जल्द एक फिगर मांग रहे हैं कि आप अपने-अपने जिलों का फिगर दे ताकि हम लोग उसको संकलन करके माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन दे। सुनील कुमार पिन्टू ने कहा कि देखिए इसमें कहीं ना कहीं टेक्निकल गलती है। हम 2।8 थे और 2।81 है तो कहीं ना कहीं यह तकनीकी गलती हुई है। हमारे हिसाब से यह गिनती गलत हुई है। उन्होंने कहा कि शिवहर और सीतामढ़ी दो जिलों की बात कर रहा हूं हमारी जनसंख्या चार लाख है। दो जिलों में हम चार लाख हैं और उसे हिसाब से गिनती देखेंगे की बहुत कम आंका गया है। वही हमारे कहने का मतलब है कि सिर्फ दो जिलों का ही फिगर उठा रहे हैं तो हमें दिख ही नहीं रहा है 2।81 कैसे हो रहा है कम से कम 4 फीसदी होना चाहिए था इसलिए हमें लग रहा है कि यह जो भी है यह गलत है और इसमें त्रुटि हुई है।
सुनील कुमार पिन्टू ने कहा कि मैं कोई सरकार के खिलाफ आवाज नहीं उठा रहा हूं। अगर कोई आंकड़े आए हैं उसमें कोई गलती है तो वह संज्ञान में आनी चाहिए। अगर किसी भी कर्मचारी ने पदाधिकारी ने ऐसी गलती की है तो नियम के मुताबिक उसे मुख्यमंत्री जी के सामने लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह लाना चाहता हूं कि जनगणना जो कराया गया वह अच्छी बात है लेकिन जिस तरीके से कि1ह्नया गया है गणना और जो रिजल्ट आया है वह गलत है। मेरे घर पर जनगणना करने के लिए लोग आए थे। हमारा कहना साफ है कि मुख्यमंत्री ने और लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि जिस समाज की भागीदारी उसका उतना हक। ऐसे में तो हक और हुकूक की लड़ाई में तो हम पीछे रह गए। हमें सिर्फ यही कहना है कि हमें हमारा हक जो चाहते हैं देना वह आप दे दीजिए।
सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिन्टू ने कहा कि पहले मैं अपने समाज का हूं फिर उसके बाद सांसद हूं। हमले पहल्यां पहले माननीय मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन देंगे जवाब देंगे उसके बाद हमारा समाज जो निर्णय लेगा वही अंतिम होगा। हमें पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री हमारी सुनेंगे और हमारे साथ इंसाफ होगा।