अयोध्या से लेकर झांसी तक अपराधों का बोलबाला
योगी सरकार की कानून-व्यवस्था पर उठ रहे सवाल, बीजेपी विधायक के बेटे की दबंगई, पुलिस को दी गाली, अयोध्या में सहायक पुजारी की खून से सनी लाश मिली, बुजुर्ग व युवती की कानपुर में निर्मम हत्या
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। यूपी में कानून व्यवस्था में योगी सरकार फेल होती जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी की ड्रीम प्रोजेक्ट रामनगरी में भी पुलिस की व्यवस्था फेल हो गई है वहां पर हनुमान गढ़ी में एक महंत की खून से सनी लाश मिली है तो झांसी में भाजपा के विधायक की दबंगई सामने आई है। उसने सत्ता के नशे में सरकारी कर्मचारियों व पुलिस वालों के साथ अभद्रता की है।
वही एक अन्य घटना में कानपुर देहात के अमरौधा कस्बे में सेवानिवृत शिक्षक और साथ रह रही युवती पर देर रात कुछ लोगों ने चाकुओं से हमला कर दिया। चीख सुन उठे बुजुर्ग पिता भी वार कर दिया। हमले में युवती व बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि शिक्षक की हालत गंभीर है।
अयोध्या : हनुमानगढ़ी के पुजारी की गला रेतकर हत्या
रामनगरी स्थित हनुमानगढ़ी के सहायक पुजारी राम सहारे दास की हत्या कर दी गई। उनका शव हनुमानगढ़ी की सीढिय़ों के बगल बने उनके कमरे में पाया गया। उनका गला रेता हुआ था। कमरे में उनके साथ तीन साधु और रहते थे, जिसमें से दो फरार हैं। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। आइजी रेंज प्रवीण कुमार और एसएसपी राजकरन नय्यर ने घटनास्थल का जायजा लिया। वहां लगा सीसीटीवी कैमरा कई दिनों से बंद मिला है। मृतक हनुमानगढ़ी के साकेतवासी महंत दुर्बल दास के शिष्य थे। घटना की जानकारी गुरुवार की सुबह हुई। उनके कमरे का दरवाजा काफी देर तक न खुलने पर लोगों को आशंका हुई। साधुओं का कहना है कि हनुमानगढ़ी में साधु भोर में ही उठ जाते हैं। राम सहारे दास का कमरा बंद देख एक साधु ने धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया। अंदर शव देख साधु से अन्य को जानकारी दी। राम सहारे दास बसंतिया पट्टी से जुड़े थे। थाना प्रभारी मणिशंकर तिवारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि राम सहारे दास का अंबेडकरनगर के भीटी में जमीनी विवाद चल रहा है। मृतक मूलरूप से संतकबीरनगर के कांटा निवासी थे।
कानपुर देहात : बुजुर्ग और युवती की चाकू से गोदकर हत्या
कानपुर देहात के अमरौधा कस्बे में सेवानिवृत शिक्षक और साथ रह रही युवती पर देर रात कुछ लोगों ने चाकुओं से हमला कर दिया। चीख सुन उठे बुजुर्ग पिता भी वार कर दिया। हमले में युवती व बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि शिक्षक की हालत गंभीर है। पुलिस अधिकारी मौके पर जांच पड़ताल कर रहे हैं। भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के अमरौधा निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक विमल द्विवेदी, उनके पिता रामप्रकाश (83) और घर में रह रही युवती खुशबू (30) पर रात में चाकुओं से हमला किया गया। इसमें रामप्रकाश और खूशबू की मौत हो गई। विमल द्विवेदी को इलाज के लिए कानपुर ले जाया गया है। बेटा ललित द्विवेदी पत्नी के साथ नागपुर में रहकर सर्विस करता है। विमल की पत्नी मुन्नी द्विवेदी मायके रुरा गई हुई हैं। विमल तारनपुर निवासी खुशबू को पढ़ाते थे। उसी के साथ रहते थे। युवती से शादी किए जाने की चर्चा होने पर घर में विवाद भी चल रहा था। डबल मर्डर की जानकारी पर एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, एएसपी राजेश पांडेय पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। लोगों ने पुलिस को बताया कि विमल और खुशबू में संबंध थे। इसका परिवार के लोग विरोध कर रहे थे। कई बार समझाया भी गया।
झांसी : बालू घाट के कर्मचारियों से की मारपीट, सत्ता के दबाव में पुलिस कार्रवाई की जगह मामले को छुपाने में लगी
झांसी के ककरवई थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खरवांच बालू घाट में खूनी संघर्ष देखने को मिला। जहां बालू माफियाओं द्वारा बालू के उठान को लेकर बहसा-बहसी हो गई, दो दर्जन से अधिक असलहो के साथ घाट पर पहुंचे बीजेपी विधायक के बेटे ने वहां मौजूद लोगों के साथ लाठी डंडों से जमकर मारपीट की। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब रोका तो सत्ता के नशे में चूर गरोठा विधायक के पुत्र पुलिस से ही भिड़ गया और असभ्य भाषा का उपयोग करने लगा. इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, सत्ता के दवाब के चलते पुलिस कार्रवाई की जगह मामले को छुपाने में लगी है। इस घटना को लेकर बालू घाट पर मौजूद कर्मचारी ने बताया कि लगभग दो दर्जन से अधिक असलहा धारियों के साथ जवाहर राजपूत गरोठा विधायक का बेटा आया और टोकन लूटने का प्रयास करने लगा. जब कर्मचारी ने इसका विरोध किया तो जमकर मारपीट की और तोडफ़ोड़ किया. यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। जिसके बाद सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ डाला। वहीं, घटना की सूचना पर पहुंचीं पुलिस ने जब मामले को शांत कराया और दोनो पक्षों को थाने लाई तो थाना प्रभारी के कार्यालय के बाहर विधायक के पुत्र पुलिस को कानून का पाठ पढ़ाते हुए अभद्र भाषा का व्यवहार करते हुए नजर आए, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जियाउल हक हत्याकांड की सीबीआई जांच फिर शुरू
टीम ने देखा घटनास्थल दो लोगों से पूछताछ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कुंडा के सीओ रहे जियाउल हक हत्याकांड की फिर से जांच करने सीबीआई टीम प्रतापगढ़ पहुंची। घटना स्थल बलीपुर गांव का निरीक्षण किया और दो लोगों से पूछताछ भी की। पांच सदस्यीय टीम सबसे पहले पुलिस लाइन पहुंचीं, जहां से कार द्वारा बलीपुर रवाना हुई।
सूत्रों के अनुसार बलीपुर चौराहे पर पहुंची टीम के सदस्य कार से नीचे नहीं उतरे। क्योंकि चौराहे पर बुधवार को गांव की बाजार लगती है, जिससे वहां भारी भीड़ थी। कार में बैठे-बैठे ही घटनास्थल देखा। करीब दो घंटे तक गांव में घूमने के बाद टीम ने गांव के ही दो लोगों से पूछताछ भी की। इसके बाद वापस हथिगवां थाने पहुंचकर कुछ जानकारी जुटाई। इसके बाद मुख्यालय लौट गई। हथिगवां के बलीपुर में 2 मार्च 2013 को प्रधान नन्हें यादव उसके भाई सुरेश यादव और कुंडा सीओ जियाउल हक हत्याकांड में दर्ज चार मुकदमों की सीबीआई ने एक साथ विवेचना करते हुए न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किए थे। जांच के दौरान सीबीआई ने आरोपी कुंडा विधायक राजा भैया, गुलशन यादव समेत उनके चार सहयोगियों के खिलाफ क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। वर्ष 2014 में ट्रायल कोर्ट ने क्लोजर रिपोर्ट खारिज करते हुए जांच जारी रखने के लिए कहा था। इस आदेश पर बाद में हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी।
प्रयागराज में कैंप कार्यालय बनाने की हो रही चर्चा
सीओ जियाउल हत्याकांड में राजा भैया व उनके सहयोगियों की भूमिका की जांच करने करने आई सीबीआई टीम ने प्रयागराज में कैंप कार्यालय बनाएगी। इस बात की चर्चा पुलिस महकमे में होती रही। पूर्व में जांच करने आई सीबीआई ने कुंडा नगर पंचायत कार्यालय को अपना कैंप कार्यालय बनाया था। टीम आने के पहले ही कैंप कार्यालय में जांच से जुड़े सभी संसाधन मुहैया कराए गए थे। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने पुलिस व जिला प्रशासन से किसी प्रकार का सहयोग अभी तक नहीं मांगा है।
मांग
लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संघ बहाली को लेकर धरना चौथे दिन भी जारी आज छात्रों ने खून से मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
विनाशकारी साबित होगा नया युद्ध: मायावती
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि गाजा युद्ध में भी भारत को अपने पुराने स्टैंड पर कायम रहना चाहिए। भारत अपनी आजादी के बाद से ही विश्व में शान्ति, सौहार्द, स्वतंत्रता के लिए और नस्लभेद आदि के विरुद्ध अति गंभीर व सक्रिय रहा है। उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन युद्ध के साथ ही कोई नया युद्ध मानवता के लिए विनाशकारी साबित होगा।
उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने जब यह कहा कि दिस इज नॉट एन इरा ऑफ वार अर्थात आज का युग युद्ध का नहीं है तो इसकी प्रशंसा पश्चिमी नेताओं ने खूब की। अब गाजा युद्ध को लेकर भी भारत को अपने इस स्टैंड पर ऐसी मजबूती से खड़े रहने की जरूरत है, जो सबका अनुभव हो। युद्ध दुनिया में कहीं भी हो आज के ग्लोबल वल्र्ड में अधिकतर देशों की अर्थव्यवस्था एक-दूसरे पर काफी हद तक जुड़ी है और निर्भर है। यूक्रेन युद्ध लगातार जारी है और दुनिया इससे प्रभावित है इसीलिए विश्व में कहीं भी नया युद्ध मानवता के लिए कितना विनाशकारी होगा इसका अन्दाजा लगाना मुश्किल नहीं है।
न्यूजक्लिक मामले में दिल्ली पुलिस को ’सुप्रीम‘ नोटिस
संस्थापक पुरकायस्थ की याचिका पर कोर्ट में हुई बहस अब 30 को होगी सुनवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। यूएपीए के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार न्यूजक्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और इसके एचआर हेड अमित चक्रवर्ती द्वारा दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई की। अदालत ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया। साथ ही मामले की अगली सुनवाई के लिए 30 अक्टूबर की तारीख तय की।
पुरकायस्थ और चक्रवर्ती की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और देवदत्त कामत ने पीठ से कहा कि वे जेल में बंद हैं। इसलिए मामले पर जल्द सुनवाई की जाए। इस पर न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया और 30 अक्टूबर तक जवाब मांगा। इससे पहले, शीर्ष अदालत 16 अक्टूबर को मामले को तत्काल सूचीबद्ध करने पर सहमत हो गई थी। गौरतलब है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने दोनों को ही दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा दर्ज यूएपीए मामले में उनकी गिरफ्तारी और रिमांड को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके बाद ही दोनों सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।