हर चुनाव में अपना चेहरा आगे करते हैं पीएम, क्या अब सीएम बनेंगे : खरगे

  • कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी पर बोला जोरदार हमला
  • भाजपा के लिए सत्ता विरोधी लहर
  • महंगाई और बेरोजगारी से लोग परेशान
  • पांचों राज्यों में बनेगी कांग्रेस की सरकार
  • विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मुद्दे अलग-अलग

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विधानसभा चुनावों के नतीजे को लेकर दावा किया कि वह पांच राज्यों में जरूर जीत हासिल करेंगे। उन्होंने इस दौरान भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा के सबसे बड़े नेता व प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम पीएम मोदी हर चुनाव को मेरा चुनाव कहते हैं। मुझे देखकर वोट दो ऐसा कहते हैं। पीएम हर चुनाव नगर निगम चुनाव, विधानसभा चुनाव को खुद को मतदान करने के लिए कहते हैं।
खरगे ने कहा कि क्या पीएम खुद सीएम बनने जा रहे हैं? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोग सोच समझकर स्थानीय नेताओं को वोट देते हैं, जिन्होंने उनके लिए काम किया हो। उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी से लोग परेशान हैं। भाजपा के लिए सत्ता विरोधी लहर है। भाजपा अपने किसी भी वादे पर खरी नहीं उतरी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से पूछा गया कि क्या पांचों राज्यों के चुनाव 2024 के आम चुनावों का सेमीफाइनल होगा? इस पर खरगे ने कहा, नहीं, ऐसा नहीं है। हर राज्य के अलग-अलग चुनावी मुद्दे होते हैं, उन्हीं के हिसाब से वोटिंग होती है। चुनाव विधानसभा चुनावों से अलग होते हैं।

कर्नाटक सरकार को थोड़ा और समय देने की जरूरत

कर्नाटक में कलबुर्गी में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विधानसभा चुनावों को लेकर पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि जो चल रहा है वो ठीक चल रहा है। हमारी पार्टी के लोग हर जगह काम कर रहे हैं। विश्वास है कि हम पांच राज्य में जरूर जीतेंगे। उन्होंने आगे कहा कि लोग खुद ब खुद वोट डालने के लिए आ रहे हैं। भाजपा के लिए सत्ता विरोधी लहर है। भाजपा अपने किसी भी वादे पर खरी नहीं उतरी है। पूरे कर्नाटक को केंद्रीय योजनाओं से वंछित रखा। खरगे ने कहा कि सरकार को कुछ समय देना चाहिए और चुनाव के लिए किसी सरकार को बदनाम करना अच्छा नहीं है. ये इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के छापे वहीं चलते हैं जहां बीजेपी कमजोर होती है। ऐसा वर्षों से चल रहे है, जहां भाजपा कमजोर होती है तो आईटी की छापेमारी शुरू करा देती है।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने चार सीटों पर उम्मीदवार बदले

मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने चार सीटों पर उम्मीदवार बदल दिए हैं। कांग्रेस ने सुमावली, पपिरिया, बडऩगर और जावरा सीट के उम्मीदवारों में बदलाव किए हैं। कांग्रेस ने सुमावली से कुलदीप सिकरवार की जगह अजब सिंह कुशवाहा, पिपरिया से गुरु चरण खरे की जगह विरेंद्र बेलवंशी, बडऩगर से राजेंद्र सिंह सोलंकी की जगह मुरली मोरवल और जावरा से हिम्मत श्रीमाल की जगह विरेंद्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। टिकट की घोषणा के बाद अंतरकलह का सामना कर रही कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम नहीं हो रही थी लगातार कांग्रेस के विधानसभा चुनाव के दावेदार वरिष्ठ नेताओं से मिलकर टिकट बदलने की मांग कर रहे थे ऐसे में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से जो टिकट जारी किए गए उन सीटों में चार सीटों को लेकर फैसला सामने आया है जहां कांग्रेस प्रत्याशियों को बदल दिया गया है। इससे पहले बीते दिनों तीन प्रत्याशी बदले गए थे.। कांग्रेस ने तीसरी सूची में बदलाव करते हुए कमलनाथ सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे नर्मदा प्रसाद प्रजापति को नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित) , दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ राजेंद्र भारती और पिछोर से जहां से शैलेंद्र सिंह की जगह अरविंद सिंह लोधी को टिकट दिया गया है।

राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हो रहा अच्छा काम

खरगे ने आगे कहा, ‘अशोक गहलोत और भूपेश बघेल राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अच्छा काम कर रहे हैं। वहां कोई समस्या नहीं है। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के कारण परेशानियां हैं। लोग उनके खिलाफ हो गए हैं। इसलिए, हमें उम्मीद है कि हम सभी पांच राज्यों में अपनी सरकार लाएंगे और सब कुछ ठीक हो जाएगा।’ मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान से लोगों को परेशानी है और लोग उनके खिलाफ बोल रहे हैं।

अखिलेश एक अच्छे व ईमानदार नेता: दिग्विजय

मध्य प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का भी बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने क्या कहा, मुझे नहीं पता कि उन्होंने कैसे कहा, लेकिन किसी के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए…कमलनाथ ने मेरे पास एक टीम भेजी… बैठक में चर्चा हुई कि सपा 6 सीटें मांग रही है… मैंने कमलनाथ को रिपोर्ट भेजी कि हम उनके (सपा) के लिए 4 सीटें छोड़ सकते हैं… मैंने भी पूछा कार्यसमिति की बैठक में केंद्रीय नेतृत्व ने कहा कि इंडिया एलायंस से हमारा क्या संबंध होना चाहिए। दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि उन्होंने (कमलनाथ) इसे प्रदेश नेतृत्व पर छोड़ दिया…इंडिया एलायंस लोकसभा चुनाव तो साथ मिलकर लड़ेगा लेकिन राज्य चुनाव में हमारे मुद्दे अलग हैं , अखिलेश बहुत ईमानदार व्यक्ति हैं। वे पढ़े-लिखे हैं और पार्टी और परिवार को संभाल रहे हैं, मुझे नहीं पता कि चर्चा कहां गलत हो गई लेकिन कमलनाथ पूरी ईमानदारी के साथ किसी समझौते पर पहुंचना चाहते थे। अलायंस में दोस्ताना झगड़े हो जाते हैं। दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी और मुलायल सिंह जी की मुझ पर बड़ी कृपा थी जब वो मुख्यमंत्री थे और मैं भी मुख्यमंत्री था। उन जैसे राजनेता हमने कभी नहीं देखा था। जब भी मैं टाइम मांगता था मुझसे मिलते थे। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में चल रहे आरोप-प्रत्यारोप का जवाब देते हुए कांग्रेस पर हमला तो बोला, लेकिन उन्होंने इंडिया गठबंधन के टूटने की अटकलों पर विराम भी लगा दिया है।

कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने राजनीति से लिया संन्यास

पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा की। एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह घोषणा की। शिंदे ने अपनी बेटी का नाम आगे रखते हुए कहा, मेरी बेटी (परिणीति शिंदे) 2024 का चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा जहां भी मेरी जरूरत होगी, मैं मौजूद रहूंगा। परिणीति शिंदे सोलापुर से तीन बार विधायक रह चुकी हैं। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सोलापुर सीट से तीन बार सांसद रहे। शिंदे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ-साथ 2012 में केंद्रीय गृह मंत्री और मनमोहन सिंह सरकार में ऊर्जा मंत्री भी रह चुके हैं। 1971 में शिंदे कांग्रेस पार्टी के सदस्य बने। उन्होंने 1974, 1980, 1985, 1990, 1992 में महाराष्ट्र राज्य विधानसभा चुनाव जीते। अगस्त 2004-(सामान्य) उपचुनाव, सितंबर 2004 से अक्टूबर 2004-(सामान्य)। शिंदे जुलाई 1992 से मार्च 1998 के दौरान महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए चुने गए। 1999 में, उन्होंने उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अभियान प्रबंधक के रूप में काम किया। 2002 में, शिंदे भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार भैरों सिंह शेखावत के खिलाफ चुनाव हार गए। उन्होंने 2003 से 2004 तक महाराष्टï्र के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।

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