भाजपा के कमलनाथ को रावण बताने पर भडक़ी कांग्रेस, पलटवार करते हुए कहा-
भाजपा छिछोरों की पार्टी, उचक्कों को देती है प्रश्रय
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच आए दशहरे पर भाजपा ने पूर्व सीएम कमलनाथ को रावण बता दिया। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने एक पोस्टर शेयर किया। इसके जवाब में कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी की पोस्ट कुंठा और हताशा का परिचायक है। पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने हमला करते हुए लिखा कि भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कमलनाथ जी को गलत तरीके से चित्रित कर उनका दहन करने की बात कही हैं। यह कुंठा हताशा और घटियापन की पराकाष्ठा के साथ ही संज्ञेय अपराध है। उन्होंने इस ओछी हरकत से दिखा दिया है कि भाजपा छिछोरों की पार्टी है, जो उचक्कों को प्रश्रय देती हैं। इसमें पूर्व सीएम कमलनाथ के दस सिर के साथ लिखा कि एमपी के सनातनी करेंगे घोटालों के रावण का दहन। इस पोस्टर में छापों में ओएसडी मामले में 281 करोड़, सिख नरसंहार, अवैध खनन की वसूली, ट्रांसफर घोटाला, न्यूक्लियर सीक्रेट लीक, 877 करोड़ के ई-टेंडर घोटाले, अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर दलाली, भिंडरांवाले को पैसे देना, 63 करोड़ के मोबाइल घोटाले और नीरा राडिया टेप लीक समेत 10 घोटाले गिनाएं हैं। इस मामले में कांग्रेस ने सायबर सेल में शिकायत कर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
साइबर सेल में एफआईआर दर्ज करने की शिकायत
कांग्रेस ने भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल के खिलाफ सायबर सेल में एफआईआर दर्ज करने शिकायत दी है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी की हरकत धार्मिक भवनाएं भडक़ाने और आईटी एक्ट की श्रेणी में आती हैं। हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने साइबर सेल को शिकायत की है। इसमें आईपीसी की धारा 188, 295, 499, 500 और 509 में केस दर्ज करने को कहा है। उन्होंने कहा कि साइबर सेल अभी एफआईआर दर्ज नहीं करती है तो उसको डेढ़ महीने बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर कार्रवाई करना पड़ेगी।
बेटे नकुल ने ही बांट दिए टिकट : शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नरसिंहपुर से कांग्रेस, सोनिया गांधी और कमलनाथ पर सीधा हमला बोला। सीएम ने कहा कि सोनिया गांधी की कांग्रेस अब कमलनाथ कांग्रेस बन गई है। इतना ही नहीं कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने ही टिकट बांट दिए हैं। शिवराज ने नरसिंहपुर से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल का नामांकन दाखिल कराया। इससे पूर्व आयोजित सभा को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि कांग्रेस की हालत अजब-गजब हो गई है। सोनिया गांधी की कांग्रेस, खडग़े की कांग्रेस बनी, फिर मध्य प्रदेश में कमलनाथ कांग्रेस हो गई। कमलनाथ ने तो क्या, उनके बेटे नकुलनाथ ने भी टिकट बांट दिए और अब टिकट को लेकर कोलाहल मचा हुआ है। जब कपड़े फाडऩे की बात आई तो कमलनाथ ने दिग्विजय को निशाना बना लिया। कांग्रेस के टिकट वितरण में उपजे विवाद से मची खलबली के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह तंज कसा। मुख्यमंत्री ने कहा कि टिकट वितरण में मची मनमानी की शिकायत करने जब कार्यकर्ता कमलनाथ के पास पहुंचे तो कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कप?े फाडऩे भेज दिया। अब यह कांग्रेस कपड़ा फाड़ कांग्रेस हो गई है। सीएम शिवराज ने कहा कि अब कांग्रेस टिकट बदल कांग्रेस बन गई है। कांग्रेस ने घबराकर कई जगह टिकट बदल दिए हैं। कांग्रेस की हालत तो बड़ी अजब गजब हो गई है, आगे क्या होने वाला है अभी देखते हैं। सीएम ने कहा कि दिग्विजय सिंह और कमल नाथ माताओं-बहनों को आइटम और टंच माल कहने वाले लोग हैं। उनकी हैसियत नहीं है कि हमसे आंखें मिलाकर बात कर सकें। भारत की संस्कृति, परंपराओं और सनातन धर्म का अपमान करने वाले लोग कभी भला नहीं कर सकते।
उज्जैन में भाजपा से नाराज संत बोले- रावण की पूजा करने वालों को मिला टिकट
धार्मिक नगरी उज्जैन में चुनावी माहौल में अब संत भी चुनाव लडऩे जा रहे हैं। क्रांतिकारी संत परमहंस अवधेशपुरी महाराज ने निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है। बता दें कि अवधेशपुरी महाराज शुरू से ही भाजपा के समर्थक रहे हैं, लेकिन इस बार वे पार्टी से टिकट मांग रहे थे जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो इस बार उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडऩे का फैसला कर लिया। संत ने आरोप लगाया कि वे लगातार भाजपा का समर्थन करते आए हैं, लेकिन बीजेपी ने सिंहस्थ भूमि के अतिक्रमण, महाकाल मंदिर में निशुल्क दर्शन, अवैध कॉलोनी की समस्या सहित संतों के विषय पर कभी भी ध्यान नहीं दिया। इसको लेकर संतों ने फैसला किया है कि उज्जैन उत्तर और उज्जैन दक्षिण से संत चुनावी मैदान में होंगे। संतों के मैदान में आने से उज्जैन दक्षिण से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अवधेशपुरी और उत्तर में जल्द ही एक संत का नाम प्रत्याशी के रूप में घोषित किया जाएगा।16 सितंबर 2023 को स्वास्तिक पीठ के पीठाधीश्वर एवं उज्जैन के क्रांतिकारी संत डॉ. अवधेशपुरी महाराज ने संघ प्रमुख मोहन भागवत एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश की राजनीति में योग्य एवं सक्रिय संतों की भागीदारी के लिए पत्र लिखा था। पत्र में संकेत किया था कि जब विधर्मियों द्वारा सनातन पर आक्रमण हो रहा हो और राजनीति के केन्द्र में धर्म आ गया हो तो ऐसे समय में राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा के लिए निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज के लिए जीने वाले परोपकारी संतों को राजनीति की मूलधारा से जोडऩा चाहिए। है। अवधेशपुरी महाराज ने कहा कि धार्मिक पार्टी द्वारा मध्यप्रदेश के राजवाडा से रामायण में आग लगाने वाले व रावण का मंदिर बनवाने वालों को तो टिकट दिया जाता है, किन्तु रामायण पर पीएचडी व हिन्दू मठ मंदिरों के लिए लडऩे वाले संत को नहीं आखिर क्यों?