उद्योगपति एलन मस्क ने मांगी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से माफी

नई दिल्ली। भारत के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल अमेरिकी दौरे पर हैं. उन्होंने टेस्ला के प्लांट का दौरा भी किया. ये दौरा ऐसे समय पर देखने को मिला है, जब भारत सरकार टेस्ला को इंपोर्ट ड्यूटी में रियायत देने का विचार कर रही है. इस बीच एलन मस्क ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से माफी भी मांगी है. आखिर एलन मस्क को पीयूष गोयल से माफी मांगने की जरुरत क्यों पड़ गई? उन्होंने ऐसा क्या कहा कि हर भारतीय को गर्व हो सकता है. आइए आपको भी बताते हैं.
दुनिया के सबसे अमीर आदमी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट में कंपनी की फैक्ट्री के दौरे के दौरान उनके साथ नहीं रह पाने के लिए माफी मांगी है. एलन मस्क ने कहा कि गोयल का फ्रेमोंट प्लांट का दौरा करना सम्मान की बात है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि वह भविष्य में उनसे मिलने के लिए काफी उत्सुक हैं. एक्स पर गोयल की पोस्ट का जवाब देते हुए मस्क ने लिखा कि आपका टेस्ला आना सम्मान की बात है! आज कैलिफोर्निया की यात्रा नहीं कर पाने के लिए मुझे खेद है, लेकिन मैं भविष्य में मिलने के लिए उत्सुक हूं.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट में अमेरिका की इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टेस्ला की विनिर्माण इकाई का दौरा किया. उन्होंने कहा कि कंपनी भारत से अपने व्हीकल कंपोनेंट्स के लिए इंपोर्ट को दोगुना करेगी. गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट में टेस्ला की अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का दौरा किया. प्रतिभाशाली भारतीय इंजीनियर तथा फाइनेंस प्रोफेशनल्स को सीनियर पोस्ट पर काम करते हुए देखना अच्छा लगा. साथ ही मोटर व्हीकल की दुनिया में बदलाव के लिए टेस्ला के योगदान को देखकर बेहद खुशी हुई.
उन्होंने कहा कि टेस्ला इलेक्ट्रिक व्हीकल सप्लाई चेन में भारत के व्हीकल कंपोनेंट्स सप्लायर्स के बढ़ते योगदान को देखकर भी गर्व है. यह भारत से अपने कंपोनेंट्स के इंपोर्ट को दोगुना करने जा रहे हैं. पीयूष गोयल का यह दौरा ऐसे समय पर हुआ है जब भारत सरकार भारत में टेस्ला को सीमा शुल्क में रियायत देने पर विचार कर रहा है. मस्क ने अगस्त 2021 में कहा था कि टेस्ला अगर देश में वाहनों को इंपोर्ट करने में सफल रहा तो तो वह भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित कर सकते हैं. उन्होंने कहा था कि टेस्ला भारत में अपने व्हीकल की एंट्री चाहता है, लेकिन भारत में इंपोर्ट शुल्क दुनिया में किसी भी बड़े देश की तुलना में सबसे अधिक है.
भारत वर्तमान में 40,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक सीआईएफ (लागत, बीमा व माल ढुलाई) मूल्य वाली पूरी तरह से आयातित कारों पर 100 फीसदी आयात शुल्क लगाता है. इससे कम लागत वाली कारों पर 70 फीसदी आयात शुल्क लगाता है. दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला इंक के प्रमुख एलन मस्क ने जून में न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद मस्क ने कहा था कि 2024 में उनकी भारत आने की योजना है.

 

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