जनता से मिलने वाला प्यार और स्नेह पैसे से खरीदा नहीं जा सकता: उद्धव

बोले- महाराष्ट्र की जनता मेरे साथ, बदनाम करने की हो रही कोशिश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम का जिक्र आते ही शिवसेना के दो-फाड़ होने का जिक्र स्वाभाविक हो जाता है। करीबी सहयोगी एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना दो गुटों में बंट गई और अब उद्धव नए सिरे से दल और समर्थकों को एजजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। अपने आवास- मातोश्री में समर्थकों से मुखातिब उद्धव ठाकरे ने कहा कि जनता से मिलने वाला प्यार और स्नेह पैसे से खरीदा नहीं जा सकता। ताजा घटनाक्रम में उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उन्हें महाराष्ट्र की जनता का पूरा समर्थन हासिल है।
उन्होंने आलोचकों को आड़े हाथ लिया और कहा कि वह बदनाम करने वाले लोगों के सपने में आते हैं। ठाकरे ने रविवार को पश्चिमी मुंबई के बांद्रा में अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्हें बदनाम करने वाले आलोचकों को भी यह बात पता है। पार्टी के दो गुटों में बंटने के बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे या क्चञ्ज) के मुखिया उद्धव ने कहा कि भले ही उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न और नाम दूसरे खेमे के पास है, लेकिन प्रदेश की जनता उनके साथ है। बता दें कि ठाणे जिले के उल्हासनगर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गढ़ माना जाता है। कभी उद्धव के करीबी रहे शिंदे की बगावत के बाद करीब डेढ़ साल पहले शिवसेना दो-फाड़ हो गई। हाल ही में कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे का दामन थामा है। बगावत के बाद शिवसेना (यूबीटी) में लौटे नेताओं का जिक्र करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि आगे बड़ी राजनीतिक लड़ाई है लेकिन सभी वफादारों और समर्थकों के एकजुट रहने पर कड़े संघर्ष के बाद जीत पाई जा सकती है।

22 को नासिक के कालाराम मंदिर में पूजा करेंगे ठाकरे

उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर भी बात की। उद्धव ठाकरे ने कहा, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दिन वह नासिक के कालाराम मंदिर में पूजा करेंगे। गोदावरी नदी के तट पर महा आरती का आयोजन भी किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि वह कल्याण लोकसभा सीट का दौरा करेंगे। बता दें कि इस सीट से सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे प्रतिनिधित्व करते हैं। गौरतलब है कि ठाकरे का बयान लगभग दो महीने के बाद होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर काफी अहम माना जा रहा है।

वोट के लिए पीएम का चेहरा जरूरी नहीं: पलानी स्वामी

अन्नाद्रमुक अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए तत्पर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मदुरै। राजनीतिक दलों के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि लोकसभा चुनाव 2024 बेहद दिलचस्प होने वाले हैं। दक्षिण भारत में जनाधार मजबूर रखने वाले पलानीस्वामी ने कहा है कि वोट मांगने के लिए प्रधानमंत्री को चेहरा बनाने की जरूरत नहीं है। अन्नाद्रमुक महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा का उदाहरण देते हुए कहा कि अप्रैल-मई में होने वाले चुनाव में एआईडीएमके और उनके सहयोगियों के लिए वोट मांगने के लिए किसी प्रधानमंत्री उम्मीदवार को पेश करने की जरूरत नहीं है।
पलानीस्वामी ने सवाल किया कि पिछले संसदीय चुनावों में क्या ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने वोट मांगने के लिए प्रधानमंत्री का चेहरा पेश किया था? दोनों ने ऐसा नहीं किया। इसी तरह, केरल में भी वाम मोर्चे ने प्रधानमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया था। मंदिरों के शहर मदुरै में एसडीपीआई की वेलट्टम माथासरबिनमई (धर्मनिरपेक्षता की जीत) रैली में पलानीस्वामी ने कहा, एकमात्र जरूरत अच्छा करने की है। लोगों की सेवा करने और उनके हितों की रक्षा जरूरी है। अन्नाद्रमुक अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए संसद में होने वाले प्रयासों को पूरा समर्थन देगी।

मेरी पार्टी स्वतंत्र है, हम किसी के गुलाम नहीं बनेंगे

स्टालिन के इस आरोप को खारिज कर दिया कि अन्नाद्रमुक बीजेपी की गुलाम है। पलानीस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी स्वतंत्र है और उसने कभी किसी भी दल को गुलाम बनाने की इजाजत नहीं दी। उन्होंने कहा कि जो भी पार्टी एआईएडीएमके के साथ जुड़ेगी, वह आगे बढ़ेगी। डीएमके के साथ आने वाली पार्टियों को झटका लगने वाला है। अन्नाद्रमुक प्रमुख ने कहा कि द्रमुक के सहयोगी स्टालिन के नेतृत्व वाली पार्टी के सामने मुखर होकर कोई मुद्दा नहीं उठा सकते। दूसरी तरफ अन्नाद्रमुक जाति और धर्म से परे है। यहां एक साधारण कार्यकर्ता भी शीर्ष पदों पर जा सकता है। अतीत में उनकी पार्टी भाजपा के साथ चुनावी गठबंधन के लिए तत्कालीन परिस्थितियों’ के कारण विचार कर रही थी। हालांकि, पार्टी ने कभी भी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया।

जनता से मिलने वाला प्यार और स्नेह पैसे से खरीदा नहीं जा सकता: उद्धव

बोले- महाराष्ट्र की जनता मेरे साथ, बदनाम करने की हो रही कोशिश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम का जिक्र आते ही शिवसेना के दो-फाड़ होने का जिक्र स्वाभाविक हो जाता है। करीबी सहयोगी एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना दो गुटों में बंट गई और अब उद्धव नए सिरे से दल और समर्थकों को एजजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। अपने आवास- मातोश्री में समर्थकों से मुखातिब उद्धव ठाकरे ने कहा कि जनता से मिलने वाला प्यार और स्नेह पैसे से खरीदा नहीं जा सकता। ताजा घटनाक्रम में उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उन्हें महाराष्ट्र की जनता का पूरा समर्थन हासिल है।
उन्होंने आलोचकों को आड़े हाथ लिया और कहा कि वह बदनाम करने वाले लोगों के सपने में आते हैं। ठाकरे ने रविवार को पश्चिमी मुंबई के बांद्रा में अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्हें बदनाम करने वाले आलोचकों को भी यह बात पता है। पार्टी के दो गुटों में बंटने के बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे या क्चञ्ज) के मुखिया उद्धव ने कहा कि भले ही उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न और नाम दूसरे खेमे के पास है, लेकिन प्रदेश की जनता उनके साथ है। बता दें कि ठाणे जिले के उल्हासनगर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गढ़ माना जाता है। कभी उद्धव के करीबी रहे शिंदे की बगावत के बाद करीब डेढ़ साल पहले शिवसेना दो-फाड़ हो गई। हाल ही में कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे का दामन थामा है। बगावत के बाद शिवसेना (यूबीटी) में लौटे नेताओं का जिक्र करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि आगे बड़ी राजनीतिक लड़ाई है लेकिन सभी वफादारों और समर्थकों के एकजुट रहने पर कड़े संघर्ष के बाद जीत पाई जा सकती है।

22 को नासिक के कालाराम मंदिर में पूजा करेंगे ठाकरे

उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर भी बात की। उद्धव ठाकरे ने कहा, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दिन वह नासिक के कालाराम मंदिर में पूजा करेंगे। गोदावरी नदी के तट पर महा आरती का आयोजन भी किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि वह कल्याण लोकसभा सीट का दौरा करेंगे। बता दें कि इस सीट से सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे प्रतिनिधित्व करते हैं। गौरतलब है कि ठाकरे का बयान लगभग दो महीने के बाद होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर काफी अहम माना जा रहा है।

मालदीव पर भडक़े लक्षद्वीप के सांसद मोहम्मद फैजल

कहा-लक्षद्वीप में पर्यटन बढ़ेगा तो मिलेगा रोजगार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लक्षद्वीप। लक्षद्वीप के सांसद मोहम्मद फैजल ने पिछले सप्ताह केंद्र शासित प्रदेश की यात्रा पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ द्वीप राष्टï्र मालदीव के कुछ राजनेताओं द्वारा अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट करने के बाद मालदीव पर हमला बोला है।
पीएम मोदी, 3 जनवरी को लक्षद्वीप में थे। उन्होंने अपनी यात्रा की कुछ तस्वीरें पोस्ट कीं, जहां उन्हें घूमते और प्राचीन समुद्र तटों के दृश्यों का आनंद लेते देखा गया और यहां तक कि स्नॉर्कलिंग भी की गई। उन्होंने इस द्वीप को भारतीयों के लिए एक पर्यटन स्थल के रूप में भी पेश किया था। तस्वीरों के सोशल मीडिया पर आने के बाद मालदीव के कुछ मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी की और लक्षद्वीप को एक गंदी जगह कहा। मोहम्मद फैज़ल ने पूछा कि पीएम मोदी ने लक्षद्वीप में पर्यटन और अन्य क्षेत्रों के दायरे के बारे में जो कहा, उस पर मालदीव को टिप्पणी क्यों करनी चाहिए

आईएसआईएस की गुजरात में बम ब्लास्ट करने की थी योजना

गोधरा दंगे का बदला लेना चाहते थे आतंकी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गांधीनगर। हाल में पकड़े गए आईएसआईएस के पुणे मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकी शहनवाज आलम के कबूलनामे में हुआ बड़ा खुलासा हआ है। गोधरा दंगे का बदला लेने के लिए आईएसआईएस पूरे गुजरात मे सिलसिले तरीके से बड़े बम ब्लास्ट करवाना चाहती थी।
जानकारी के मुताबिक, आतंकियों के निशाने पर गुजरात के गांधी नगर, अहमदाबाद, बडोदरा और सूरत, इसके अलावा आतंकियों के निशाने पर गुजरात के भाजपा, राष्टï्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, जिला न्यायलय, विश्वविद्यालय, कई मंदिर, यहूदी स्थल और भीड़भाड़ वाले इलाके थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने से पहले 2023 में ही इन जगहों की रेकी की थी। रेकी के दौरान कई जगहों की तस्वीरें भी खींची थीं। आंतकियों ने रेलवे स्टेशन, सिनेमा हॉल समेत कई भीड़भाड़ वाले इलाकों की रेकी की थी।
पूछताछ के दौरान पुलिस को जानकारी मिली की आतंकियों में बोहरा की मस्जिद, दरगाह, अहमदाबाद की मजार, दरगाह और साबरमती आश्रम की तस्वीरें भी खींची हैं। इन जगहों पर रेकी भी की गई थी। रेकी के लिए आतंकी किराए की बाइक का इस्तेमाल कर रहे थे। हैंडलर अबु सुलेमान के कहने पर अपने साथी रिजवान अली और इमरान के साथ मिलकर अहमदाबाद, बडोदरा और सूरत को घेरने का फैसला किया था। जानकारी के मुताबिक, रिजवान अली फरार है।

गुनगुनी धूप निकली पर गलन ने ठिठुराया

आज रात से बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी में बारिश के आसार, 10 के बाद मौसम साफ रहने का अनुमान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। रविवार व सोमवार को सुबह कोहरा छंटने के बाद गुनगुनी धूप निकली। धूप से लोगों को राहत जो मिली पर गलन बढऩे से लोग ठिठुरते भी नजर आए। उत्तर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में दिन का तापमान चढ़ा, लेकिन रात के पारे में गिरावट दर्ज की गई है। कई क्षेत्र तो ऐसे हैं, जहां पारा में पांच डिग्री के आसपास की गिरावट दर्ज की गई है। गलन और कोहरे से लोग अभी भी परेशान हैं। इस बीच मौसम विभाग ने सोमवार रात से बुंदेलखंड व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश के आसार जताए हैं।
आठ जनवरी की रात से प्रदेश के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हो सकती है, नौ जनवरी को लखनऊ समेत मध्य उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश के आसार दिख रहे हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, उरई में न्यूनतम तापमान सबसे कम रहा। यहां पर रविवार के 10.2 डिग्री की अपेक्षा तापमान 5.6 डिग्री दर्ज हुआ। बरेली, शाहजहांपुर, नजीबाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, आगरा और अलीगढ़ में पारा 10 से नीचे रहा। दिन को कई इलाकों में धूप खिलने से लोगों ने राहत महसूस की और पारा 20 डिग्री से ऊपर तक पहुंचा। कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी, बलिया, चुर्क, बहराइच, प्रयागराज, लखनऊ, सुल्तानपुर, अयोध्या, फुर्सतगंज, हमीरपुर में पारा 21 से 22 के बीच रहा। नौ को हल्की बारिश के आसार 10 जनवरी से बढ़ेगी ठंड और कई जिलों में घने कोहरे की चेतावनी। मौसम विभाग का मंगलवार को वर्षा का पूर्वानुमान है। 12 जनवरी से कोहरा व धुंध फिर परेशानी बढ़ाएंगे। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से सोमवार व मंगलवार को बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

घने कोहरे की भी चेतावनी

लखनऊ, हरदोई, जालौन, जौनपुर, झांसी, कन्नौज, कानपुर, कासगंज, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, अंबेडकरनगर, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बागपत, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गाजीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हमीरपुर, ललितपुर में घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है।

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