प्रचार, दौरे और अपनी पीठ थपथपाने के अलावा आपदा के समय कुछ नहीं किया सरकार ने

  • 4पीएम की परिचर्चा में आप सांसद संजय सिंह और सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने योगी सरकार के लापरवाह रवैये पर उठाए सवाल
  • विपक्ष ने कहा- प्रदेश में लोग मरते रहे और सरकार सब कुछ ठीक होने का करती रही दावा
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना का संक्रमण बेकाबू हैं। महामारी में इलाज के अभाव में हर वर्ग परेशान है। बावजूद केन्द्र व राज्य सरकार लापरवाह बनी हुई है। कोरोना आपदा में मोदी व योगी सरकार प्रचार, दौरे और अपनी पीठ थपथपाने के अलावा कुछ नहीं कर रही, जिसका अंजाम जनता को भुगतना पड़ रहा है। पीड़ा जनता को है दर्द से वो कराह रही है। यूपी सरकार इस दर्द को अब तक नहीं समझ पाई। इसी वजह से कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़ रहा है। सरकार को ऐसी परिस्थितियों में हर एक की जान बचानी चाहिए। यह सरकार का कर्तव्य होता है मगर प्रदेश के अस्पतालों में लोग मरते रहे और सरकार सब कुछ ठीक होने का दावा करती रही। घाटों पर जब लाश के ढेर लग गए तो सरकार को नदी पर भी पुलिस का पहरा लगाना पड़ा ताकि मौतों के आंकड़ों को छिपाया जा सके। आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह और सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ हुई परिचर्चा में योगी सरकार के लापरवाह रवैये पर सवाल उठाए। परिचर्चा में आप सांसद ने कहा कोविड की महामारी में यह नहीं देखना चाहिए किस सरकार में क्या हुआ बल्कि हर एक की जान बचाना पहला फर्ज है। उन्होंने कहा प्रदेश का मुखिया जब ये मानकर चलेगा कि सब ठीकठाक है तो हालात कैसे सुधरेंगे। हाकिम ही जब हमारा लापरवाह है तो क्या होगा उत्तर प्रदेश का। गोरखपुर, लखनऊ में श्मशानों को ढक दिया गया मगर लोगों की पीड़ा नहीं दबेगी। दर्द बाहर आएगा जरूर। इस वक्त तो सरकार को लोगों को मदद करने की जरूरत है मगर योगी राज में कोरोना आपदा में भी भ्रष्टïाचार हो रहा है। संजय सिंह ने कहा कोरोना संकट बहुत बड़ा विपित्त काल है। कोरोना की दूसरी लहर के लिए लगातार दुनिया सचेत करती रही बावजूद केंद्र व राज्य सरकार लापरवाह रहीं। सरकारें बंगाल चुनाव में व्यस्त रहीं। जब दो से ढाई लाख केस आ रहे थे तो प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री रैलियां करते रहें। इस कारण कोरोना ने भयावह रूप ले लिया।
बदांयू से पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा बदायूं में एक मेडिकल कॉलेज का निर्माण अखिलेश सरकार में किया गया। इसी वजह से योगी सरकार ने कोरोना काल में उसमें सुविधाएं नहीं बढ़ाई। कई विभागों में डॉक्टर नहीं है। योगी सरकार इसके पीछे राजनीति कर रही है जबकि यह समय राजनीति का नहीं है लोगों की जान बचाने का है। उन्होंने कहा जब लोग ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भटक रहे थे तो समाजवादी ने राजकीय मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया। रुपए भी सहयोग से इकट्ïठा किए। मगर ऑक्सीजन प्लांट के लिए 12 दिन फाइल इधर-उधर शासन में घूमती रहीं। अब जाकर फाइल पास हुई। 15 जून से प्लांट चालू हो जाएगा, इससे हजारों जानें बचेगी। धर्मेंद्र यादव ने कहा, कोविड काल में समाजवादी की योजनाएं जो अखिलेश सरकार में लागू हुई, उन्हीं का फायदा इस महामारी में जनता को मिल रहा है। बीजेपी ने अब तक कोई ऐसा काम नहीं किया, जिससे जनता में उसकी अच्छी छवि बन सके। भारतीय जनता पार्टी में मानवता नाम की चीज नहीं। उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना के प्रति संवेदनहीन है। डॉक्टरों के प्रति संवेदनहीन है। इसी वजह से जनता को पीड़ा उठानी पड़ रही है। कोरोना को जो यह हाल प्रदेश ही नहीं, देश में हुआ यह भाजपा सरकार की मनमानियों से है। चुनाव रोक देते तो आज यह हालात यूपी के न होते। गांव-गांव तक कोरोना न फैलता। पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने सरकार को सुझाव दिया है कि जिन राज्यों में या जिन जिलों में कोविड के केस कम है, उनको प्रोत्साहन देना चाहिए। उन्होंने कहा, प्रचार-प्रसार बहुत कर लिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लेकिन अब जनता की सेवा करें। अभी यही विनती है आपसे क्योंकि अभी राजनीति का समय नहीं है।
सरकार को विपक्ष की भी सुननी चाहिए
आप सांसद संजय सिंह ने कहा, गंगा के किनारों व घाटों पर लाशों के ढेर हैं। न्यू इंडिया ये है कि लोगों के शव टायर और पेट्रोल से जलाया जा रहे हैं। उन्होंने कहा आपदा का समय है। शहर ही नहीं, गांव तक आपदा है। बावजूद भाजपा मिलकर नहीं काम कर रही। ऐसे समय में विपक्ष को साथ लेकर चलने का था। मगर यूपी में आप कुछ बोले तो एफआईआर दर्ज हो रही है। जबकि वर्तमान में यह नहीं देखना चाहिए कि किस सरकार में किस शासन में क्या हुआ। कोविड काल में लोगों की मदद करनी चाहिए। मगर योगी सरकार इस समय कोरोना से लड़ने में कम विपक्ष से लड़ने में ज्यादा। इसी वजह से यूपी की स्थिति कोविड काल में बद्ïत्तर हो गई है। फाइलों में आंकड़े उलझाए जा रहे हैं जबकि अभी तत्काल लोगों की सुविधाएं मुहैया कराए जाने की जरूरत हैं। हिंदू धर्म में लोग रीति-रिवाजों से संस्कार नहीं कर पाएं। ऐसे में सरकार को सोचना चाहिए कि किसी भी धर्म का शव हो, उसका उसके हिसाब से अंतिम संस्कार होना चाहिए। बल्कि पुलिस से धमकाना नहीं चाहिए। पंचायत चुनाव में 1621 शिक्षकों की मौत हुई और सरकार तीन बता रही है। यह कहां का न्याय है जबकि शिक्षक संघ ने सूची सौंप दी। फिर भी सरकार नहीं मान रही है।

व्यापारियों का अहित नहीं होने देगी भाजपा सरकार: दिनेश शर्मा
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार की प्राथमिकता जीवन बचाने के साथ जीविका चलाने की भी है। सरकार मध्यम वर्ग के व्यापारी के साथ है, उनका अहित नहीं होने देगी। यह बात उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने मोबाइल कारोबारियों से कही। ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्ज एसोसिएशन ने प्रदेश के मोबाइल कारोबारियों की समस्याओं को लेकर उपमुख्यमंत्री के साथ वेबिनार के जरिए एक बैठक की, जिसमें मोबाइल कारोबारियों की ओर से नोएडा अध्यक्ष राहुल गुप्ता ने उपमुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि सरकार ने लॉकडाउन लगाकर केवल जरूरी उत्पाद को उत्पादन व बिक्री में छूट दी है, लेकिन नोएडा समेत पूरे उत्तर प्रदेश में ऑनलाइन कारोबार करने वाली ई कामर्स कंपनियां गैर जरूरी उत्पाद की सप्लाई करने में जुटी है। इस पर उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने जल्द ही ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

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