इंदौर के बाद अब पुरी से कांग्रेस प्रत्याशी ने लौटाया टिकट
- फंडिंग की कमी को बताया वजह
- सुचारिता मोहंती बोलीं- आगे भी रहूंगी कांग्रेस की सिपाही
- पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल को भेजा ईमेल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पुरी। देश के अंदर लोकसभा चुनावों को लेकर सियासत गरमाई हुई है। नेताओं द्वारा तीसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार जोरों पर हैं। लेकिन इस बीच मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। दरअसल, सूरत और इंदौर में प्रत्याशियों के नामांकन खारिज या वापस लेने के बाद अब ओडिशा के पुरी से भी कांग्रेस के लिए बुरी खबर सामने आ रही है।
ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने आर्थिक कारणों का हवाला देते हुए अपना नाम वापस ले लिया है। इससे पहले इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी ने भी नामांकन के बाद अपना नाम वापस ले लिया था। वहीं सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया था।
‘कांग्रेसी मूल्य मेरे डीएनए में’
सुचारिता मोहंती ने लिखा कि वह एक नौकरीपेशा पत्रकार रहीं, जो 10 साल पहले ही राजनीति में सक्रिय हुईं। मैंने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी और चुनाव प्रचार के लिए लोगों से भी दान लेने की कोशिश की, लेकिन उसमें भी सफलता नहीं मिली। मैंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से भी अपील की कि वह पार्टी फंड से जरूरी फंडिंग करें ताकि पुरी लोकसभा सीट पर प्रभावशाली प्रचार किया जा सके। मोहंती ने लिखा कि सिर्फ फंड की कमी ही हमें पुरी लोकसभा सीट जीतने से रोक सकती है क्योंकि मैं अपने दम पर चुनाव प्रचार जारी रखने में सक्षम नहीं हूं। मोहंती ने पार्टी टिकट लौटाते हुए कहा कि वह एक कांग्रेसी महिला हैं और कांग्रेस के मूल्य उनके डीएनए में हैं। मोहंती ने लिखा कि मैं आगे भी कांग्रेस की सिपाही रहूंगी।
पार्टी ने पैसा देने से कर दिया इंकार
सुचारिता मोहंती ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी का टिकट लौटाते हुए दावा किया कि उन्हें पार्टी की तरफ से चुनाव लडऩे के लिए कोई पैसा नहीं दिया गया है। सुचारिता मोहंती ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को ईमेल भेजा है, जिसमें उन्होंने लिखा कि वह सांसद का टिकट लौटा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुचारिता मोहंती ने लिखा कि पुरी लोकसभा सीट पर हमारा चुनाव प्रचार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है क्योंकि पार्टी ने मुझे चुनाव के लिए फंडिंग देने से इनकार कर दिया। ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अजॉय कुमार ने मुझे खुद ही चुनाव प्रचार का खर्चा उठाने को कहा।
जय शाह के बीसीसीआई सचिव होने पर संजय सिंह ने कसा तंज
- परिवार और दोस्तों के लिए काम करते हैं मोदी व शाह
- अग्निवीर योजना को लेकर भी साधा निशाना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चुनावों के चलते नेताओं द्वारा एक-दूसरे पर सियासी हमले और आरोप-प्रत्यारोप लगाना लगातार जारी है। इस बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक बार फिर भाजपा पर जमकर निशाना साधा है।
संजय सिंह ने बीजेपी पर अग्निवीर योजना को लेकर निशाना साधते हुए अमित शाह के बेटे जय शाह के बीसीसीआई सचिव होने को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि क्या अमित शाह के बेटे को बल्ला पकडऩा आता है? लेकिन, वह बीसीसीआई के सचिव हैं। इसी के साथ आप सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है।
परिवारवादी है भाजपा
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि क्या अमित शाह के बेटे को क्रिकेट का बल्ला पकडऩा आता है? बीसीसीआई के सचिव बने हुए हैं और हमारे घर के बेटे 17 साल की उम्र में जवान बनेंगे और 21 साल में रिटायर हो जाएंगे। मोदी जी को 73 साल में तीसरी बार मौका चाहिए और 21 साल का जवान रिटायर होकर घर पर बैठेगा। ये लोग घोर परिवारवादी हैं। अपने परिवार और दोस्तों को बढ़ाने के अलावा ना पीएम मोदी के पास कोई काम है, ना अमित शाह के पास, ना भाजपा के पास कोई काम है। हम अपने देश का भविष्य बनाना चाहते हैं मोदी और अमित शाह अपने दोस्तों का भविष्य बनाना चाहते हैं। हम देश के लिए काम कर रहे हैं वे दोस्त के लिए काम कर रहे हैं।
एल्विश पर ईडी ने कसा शिकंजा
- मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने दर्ज की एफआईआर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गौतमबुद्ध नगर। बिग बॉस ओटीटी 2 विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें कम होने की बजाय आए दिन बढ़ती जा रही हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गौतम बुद्ध नगर पुलिस द्वारा एल्विश के खिलाफ दर्ज सांपों के जहर सप्लाई मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। दरअसल, एल्विश यादव को 17 मार्च को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने एल्विश यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लुकसर जेल भेज दिया था। हालांकि, एल्विश यादव को इस मामले में 5 दिन बाद एक स्थानीय कोर्ट ने जमानत भी दे दी थी।
इस बीच प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी की लखनऊ यूनिट ने रैकेट में शामिल बड़ी मात्रा में धन को देखते हुए सांपों के जहर सप्लाई मामले में एल्विश यादव और अन्य के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि ईडी की टीम एल्विश यादव और पुराने मामले में शामिल अन्य लोगों से पूछताछ कर सकती है। मिली जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय की टीम एल्विश के पास मौजूद महंगी कारों के काफिले के बारे में भी जांच करेगी। साथ ही एल्विश के साथ-साथ बड़े होटल रिसॉर्ट्स और फार्म हाउस के मालिकों से भी पूछताछ होगी।
’मोदी के खिलाफ केजरीवाल को लडऩा चाहिए चुनाव‘
- सपा नेता आईपी सिंह ने की मांग, बोले- इंडिया गठबंधन की दावेदारी होगी मजबूत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं। इस बीच लोकसभा चुनावों के चलते समाजवादी पार्टी के नेता ने केजरीवाल के वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे की मांग की है। सपा नेता आईपी सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल या उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल को चुनाव लडऩा चाहिए। गठबंधन को इसके बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।
सपा नेता आईपी सिंह ने वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गठबंधन की ओर से तीन नाम सुझाए हैं। उन्होंने कहा कि या तो वाराणसी लोकसभा सीट से अरविंद केजरीवाल, उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल या फिर आप सांसद संजय सिंह को पीएम के खिलाफ चुनाव में ताल ठोंकनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि इनके चुनाव लडऩे से वाराणसी में गठबंधन की दावेदारी मज़बूत होगी।
सुनीता केजरीवाल या संजय सिंह भी होंगे मजबूत उम्मीदवार
सपा नेता ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बनारस लोकसभा से दिल्ली के कट्टर ईमानदार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनाव लडऩा होगा। या उनकी धर्मपत्नी आईएएस रहीं सुनीता केजरीवाल को प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ महिला उत्पीडऩ को लेकर नामांकन दाखिल करें। सपा नेता ने मांग की कि आम आदमी के मजबूत स्तम्भ संजय सिंह लड़ें और अवश्य नामांकन करें। इंडिया गठबंधन गम्भीरता से इसपर विचार करे।
कांग्रेस ने अजय राय को बनाया है प्रत्याशी
आईपी सिंह ने कहा कि अगर इनमें से कोई वाराणसी सीट से चुनाव लड़ता है तो भाजपा को हराया जा सकता है। यही नहीं केंद्र में सरकार भी बन सकती है। वाराणसी लोकसभा सीट इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के खाते में आई है। इस सीट से कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को टिकट दिया है। वहीं बसपा की ओर से इस सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार अतहर जमाल लारी चुनाव लड़ रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पर महिला से छेड़छाड़ का आरोप
- राजभवन में संविदा कर्मचारी के रूप में काम करती है पीडि़ता
- पुलिस ने शुरू की आरोपों की जांच गवर्नर ने टीएमसी पर लगाए साजिश के आरोप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। चुनावी माहौल में पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री डॉ. सीवी आनंद बोस पर एक महिला ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर अब बंगाल गवर्नर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं और मामला गहराता जा रहा है। पुलिस ने आरोपों की जांच शुरू कर दी है। तो वहीं इस मामले में अब राजनीतिक हलचल भी बढ़ गई है।
कोलकाता पुलिस के सेंट्रल डिवीजन की डिप्टी कमिश्नर (डीसी) इंदिरा मुखर्जी ने बताया कि राज्यपाल के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। इस मामले में एक जांच टीम का गठन किया गया है। हम अगले कुछ दिनों में कुछ संभावित गवाहों से बात करेंगे। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के लिए अनुरोध किया गया है।
महिला का आरोप- गवर्नर ने दो बार की छेडख़ानी
अगर मामले को जानने का प्रयास करें तो मालूम पड़ता है कि कोलकाता के राजभवन में एक संविदा कर्मचारी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाए हैं। उन्होंने गुरुवार की शाम कोलकाता के हरे स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। उनका दावा है कि राज्यपाल ने उनके साथ दो बार छेडख़ानी की। पहली बार 24 अप्रैल को फिर गुरुवार शाम को। महिला का आरोप है कि राज्यपाल ने उन्हें बायोडाटा के साथ राजभवन स्थित अपने चेंबर में आने को कहा था, जहां उनके साथ छेडख़ानी की गई। उन्होंने पहले राजभवन में स्थित आउटपोस्ट में तैनात पुलिसकर्मियों से इसकी शिकायत की। वहां से उन्हें थाने में जाने को कहा गया। पुलिस की ओर से महिला का परिचय गोपनीय रखा गया है।
पता चला है कि महिला 2019 से राजभवन में अस्थायी रूप से कार्यरत है। वह राजभवन परिसर में स्थित हॉस्टल में रहती हैं।
अभी बहुत कुछ होने वाला है: बोस
हालांकि, राज्यपाल बोस ने आरोपों का खंडन किया है। राजभवन ने राज्यपाल का एक रिकॉर्ड बयान जारी किया था। इसमें तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राज्यपाल ने कहा कि कोई भी टीएमसी के भ्रष्टाचार और हिंसा पर लगाम लगाने के मेरे प्रयासों को रोक नहीं सकता है। मेरे प्रयास दृढ़ हैं। बयान में उन्होंने आगे कहा कि मैं कुछ राजनीतिक ताकतों द्वारा लगाए गए आरोपों का स्वागत करता हूं। मैं जानता हूं कि अभी और भी बहुत कुछ होने वाला है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि कोई मुझे इन बेतुके आरोपों से नहीं रोक सकता है।