आर्थिक समस्या से हैं परेशान हैं तो शनि जयंती के दिन करें ये उपाय, जानिए शुभ मुहूर्त

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार शनि देव की पूजा से कई जीवन की परेशानियों से मुक्ति मिलती है। ऐसे में शनि देव की कृपा पाने के लिए आपको प्रसन्न करने के लिए शनि जयंती का दिन सबसे उत्तम माना जाता है। 

4PM न्यूज़ नेटवर्क: धार्मिक शास्त्रों के अनुसार शनि देव की पूजा करने से कई जीवन की परेशानियों से मुक्ति मिलती है। ऐसे में शनि देव की कृपा पाने के लिए आपको प्रसन्न करने के लिए शनि जयंती का दिन सबसे उत्तम माना गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शनि जयंती आने वाली है और यह दिन शनि देव को प्रसन्‍न करने के लिए विशेष दिन होता है। लेकिन ऐसे में शनि जयंती के दिन की गईं गलतियां शनि देव को बुरी तरह नाराज भी कर सकती हैं।

आपको बता दें कि शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या के दुष्‍प्रभाव से बचने के लिए शनि जयंती के दिन पूजा करने के लिए विशेष महत्त्व होता है। शनि जयंती के उपाय शनि देव की नाराजगी से बचाते हैं। हिन्दू धर्म के अनुसार शनि जयंती साल में दो बार मनाई जाती है। कुछ राज्‍यों में शनि जयंती वैशाख अमावस्‍या और कुछ राज्‍यों में शनि जयंती ज्‍येष्‍ठ महीने की अमावस्‍या को मनाई जाती है। इस साल वैशाख अमावस्‍या 8 मई को और ज्‍येष्‍ठ अमावस्‍या 6 जून को है। शनि जयंती के दिन कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए, वरना शनि देव नाराज हो सकते हैं। ऐसे में शनि जयंती के दिन शनि देव की विधि-विधान से पूजा करना चाहिए। इसके साथ ही कुछ उपाय भी करने चाहिए।

शनि की नाराजगी आर्थिक तंगी, शारीरिक-मानसिक कष्‍ट, तरक्‍की में बाधा समेत कई समस्‍याएं देती है। आइए जानते हैं कि शनि की नाराजगी से बचने के लिए कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।

तांबे के बर्तन का उपयोग ना करें

  • तांबे का संबंध सूर्य से है और सूर्य-शनि के बीच शत्रुता है।
  • शनि देव के पिता सूर्य देव हैं लेकिन वे परम शत्रु हैं।
  • शनि देव की पूजा में तांबे के बर्तन का उपयोग करने से वे नाराज हो जाते हैं।

शनि जयंती के दिन करें उपाय

  • शनि जयंती के दिन 5 सरसों के तेल के दीपक पीपल के पेड़ के पास जलाएं।
  • शनि देव की मूर्ति के दर्शन करें और शनिवार के दिन सरसों का तेल चढ़ाएं।
  • किसी भी जरुरतमंद को तेल, काले कपड़े, लोहे की चीज़ें, और छाता दान करें।
  • शनि देव को काली उड़द की दाल के लड्डू का भोग लगाएं।
  • काले कुत्ते की सेवा करें, उसे भोजन जरुर कराएं।
  • पीपल के पेड़ की 7 बार परिक्रमा करें।
  • दीपक में काले तिल जरुर डालें।
  • शनि यंत्र की पूजा भी जरुर करें।
  • शनि चालीसा का पाठ करें।

शनि जयंती 2024 तिथि

  1. वैशाख माह की अमावस्या तिथि की शुरुआत 7 मई को सुबह 11:40 पर होगी।
  2. इस तिथि का समापन 8 मई को सुबह 08:51 पर होगा।
  3. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार शनि जयंती 8 मई 2024 को मनाई जाएगी।
  4. ज्येष्ठ माह अमावस्या तिथि 5 जून, शाम 7.54 मिनट पर शुरु होगी।
  5. ज्येष्ठ माह अमावस्या तिथि 6 जून, शाम 6:07 मिनट पर समाप्त होगी।
  6. ऐसे में ज्येष्ठ अमावस्या की शनि जयंती 6 जून 2024 को मनाई जाएगी।

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