जय हनुमान ज्ञान गुन सागर…

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वैशाख के बाद हिंदू नववर्ष का तीसरा महीना ज्येष्ठ मास शुरू होता है। मंगलवार का दिन बजरंगबली को समर्पित है लेकिन ज्येष्ठ के महीने में आने वाला हर मंगलवार हनुमान जी की पूजा के लिए पुण्यकारी बताया गया है। इन्हें बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है। बड़ा मंगल से हनुमान जी और श्रीराम से गहरा नाता है। इस दिन को हनुमान भगवान की पूजा के लिए सबसे सर्वश्रेष्ठ क्यों माना जाता है? और आखिरी इस दिन का महत्व क्या होता है? इस साल 2024 में चार बड़ा मंगल आएंगे। बड़ा मंगल में हनुमान जी के वृद्ध स्वरूप की पूजा की जाती है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बड़ा मंगल को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसकी शुरुआत भी यहीं से हुई थी। आज ज्येष्ठ मास का पहला बड़ा मंगल है, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बड़े मंगल का व्रत करने और विधि विधान के साथ हनुमानजी की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं। इस दिन कुछ उपाय करने से हनुमानजी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और आर्थिक समस्याएं भी दूर होती हैं।

कितने हैं बड़ा मंगल

पहला बड़ा मंगल – 28 मई
दूसरा बड़ा मंगल – 4 जून
तीसरा बड़ा मंगल – 11 जून
चौथा बड़ा मंगल – 18 जून

ऐसे हुई बड़े मंगल की शुरुआत

बड़ा मंगल मनाने की परंपरा नवाब सआदत अली के कार्यकाल (1798-1814) के दौरान हुई थी। एक बार नवाब के बेटे मोहम्मद अली शाह के बेटे की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि तमाम इलाज के बाद भी वह ठीक नहीं हुआ तब किसी ने नवाब और बेगम को लखनऊ के अलीगंज स्थित हनुमान मंदिर में बेटे की सलामती की दुआ मांगन को कहा। दोनों से ऐसा ही किया, बेटे की तबीयत में सुधार हो गया। संतान को आरोग्य की प्राप्ति होने पर बेगम ने मंदिर के निर्माण का वादा किया था। मंदिर का काम ज्येष्ठ महीने में पूरा हो गया, तभी से यहां बड़ा मंगल मनाया जाता है। मंगलवार के दिन स्नान करके हनुमान जी को रोली चंदन का तिलक लगाएं। हनुमान जी को लाल वस्त्र से अत्यधिक प्रेम है। इसलिए लाल वस्त्र का दान करने पर विशेष फल प्राप्त होता है।

बड़ा मंगल क्यों मनाया जाता है

पौराणिक कथा कहती है कि ज्येष्ठ के महीने में ही त्रेतायुग में भगवान राम की मुलाकात वीर बजरंगी हनुमान से हुई थी। इसलिए इस महीने के मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। इस दिन हनुमान जी पूजा करने वालों के बड़े से बड़े संकट टल जाते हैं। इस विशेष दिन पर, मंदिरों में कीर्तन आयोजित किए जाते हैं, एक धार्मिक भोज (भंडारा) आयोजित किया जाता है।

बड़ा मंगल पर क्या करें

हनुमान मंदिर में जाकर बजरंगबली को चोला चढ़ाएं और सुंदरकांड का पाठ करें। मान्यता है कि ऐसा करने से हनुमान जी आपके सारे संकट दूर करेंगे और आपके सभी काम पूरे होने लगेंगे। बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा के अलावा राहगीरों को पानी, शबरत पिलाएं।

पूजा का लाभ

संकट मोचन का पूजन करने से सारे संकट दूर हो जाते हैं। बड़े मंगल को व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। बजरंग बाण का भी पाठ करना लाभकारी होता है।

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