ओलिंपिक खिलाड़ियों के कोचों का तिरस्कार कर रही यूपी सरकार
पैरा बैडमिंटन कोचों का आरोप- दोहरी नीति अपना रही है सरकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज मेरठ में जहां टोक्यो पैरा ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले आठ राज्यों के 17 खिलाड़ियों के हौसले का सम्मान कर रही है तो वहीं यूपी के कोचों में खासी नाराजगी है। पैरा ओलिंपिक कोचों ने खिलाड़ियों के सम्मान को तो सही ठहराया। वहीं कोचों के साथ यूपी सरकार द्वारा दोहरा रवैया अपनाने से नाराजगी भी जताई है। अधिकतर कोचों का यही कहना है कि सबका साथ सबका विकास की बात करने वाली यह भाजपा सरकार हम लोगों के साथ दोहरी नीति अपना रही है। यह सरकार एक तरीके से कोचों का तिरस्कार कर रही है जो कि ठीक नहीं है। कोचों का आरोप है कि चुनाव से पहले सरकार खिलाड़ियों के जरिए अपनी छवि को चमकाने में लगी है जबकि हकीकत यह है कि डिपार्टमेंट को आउटसोर्सिंग पर कर दिया गया।
खेल निदेशक आरपी सिंह वेतन तक नहीं दे रहे है। आरोप यह भी है कि खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी व खेल निदेशक आरपी सिंह की मिलीभगत के चलते यूपी में कोचों की अनदेखी की जा रही है और इसका खामियाजा यूपी सरकार को चुनाव में भुगतना पड़ेगा। लक्ष्मण अवॉर्डी व अंतरराष्टï्रीय सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी व पूर्व अंश कालिक सॉफ्ट टेनिस कोच यूपी शनीष मणि मिश्र ने पैरा खेलों में इकलौते द्रोणाचार्य अवॉर्डी और पैरा बैडमिंटन टीम इंडिया के मुख्य कोच गौरव खन्ना समेत यूपी के नौ कोच और सपोर्टिंग स्टॉफ को सम्मानित न करने के आखिरी वक्त पर लिए गए फैसले से भारी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि जिन कोच और सपोर्टिंग स्टॉफ ने कोरोना काल में भी दिन-रात खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी, उन्हें ही अनदेखा कर दिया। यहां तक कि इस सरकार में क्रंट्रैक्ट तक खत्म कर दिया गया।
पैरा बैडमिंटन शटलर पलक कोहली ने टवीट पर सीएम योगी को लिखा कि दिल से खुशी तभी होगी जब शिष्यों के साथ गौरव खन्ना सर का भी सम्मान किया जाए। उन्होंने ही दूसरे राज्यों के शटलरों को लखनऊ लाकर अपने दम पर ट्रेनिंग दी और उनके सिखाए खिलाड़ियों ने ओलिंपिक में देश को चार पदक जिताए। बैडमिंटन शटलर अबु हुबैदा के अनुसार सरकार को अपने कोच को सम्मानित न करके दूसरों को तरजीह देना दुखद है। खेल निदेशक आरपी सिंह को चाहिए कि पैरा खेलों की पूरी जानकारी हासिल करें ताकि सभी को सम्मान मिल सके। किसी का हक छीनना ठीक नहीं है।
इनकी अनदेखी पर नाराजगी
यूपी से टीम इंडिया के मुख्य कोच बनकर टोक्यो गए पैरा ऐथलेटिक्स कोच राकेश कुमार, विपिन कसाना, डॉ. सत्यपाल सिंह, पैरा बैडमिंटन कोच गौरव खन्ना, फिजियो अनुराग दीक्षित, जयप्रकाश, ताइक्वान्डो कोच संध्या भारती, पैरा अर्चरी कोच कुलदीप कुमार और पावर लिप्टिंग कोच जितेंद्र पाल सिंह।
घर में अनदेखी से दुखद और क्या
टोक्यो पैरालिंपिक में विजेता और प्रतिभाग करने वाले बैडमिंटन के सातों खिलाड़ियों को बीते पांच साल से ट्रेनिंग दे रहे हैं। दूसरे राज्यों से आकर शटलर यूपी में प्रेक्टिस करते हैं। अकेला ऐसा कोच हूं, जिसके पैरा शटलरों ने ओलिंपिक में देश को चार पदक जिताए हैं। बावजूद अपने घर में ही इज्जत न मिलना इससे दुखद क्या है।
– गौरव खन्ना, मुख्य कोच पैरा बैडमिंटन टीम इंडिया