राहुल गांधी ने बीजेपी को किया खुला चैलेंज, हिम्मत है तो मोदी को सदन में लाओ!

लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण का मुकाबला करने का तरीका सत्ता पक्ष ने निकाल लिया है... बता दें कि जब भी राहुल गांधी सदन में सरकार की कमी को उजागर करने के लिए बोलना शुरू करते हैं... सत्ता पक्ष की तरफ से तमाम नियमों का हवाला देना शुरू कर दिया जाता है... देखिए खास रिपोर्ट...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण का मुकाबला करने का तरीका सत्ता पक्ष ने निकाल लिया है… बता दें कि जब भी राहुल गांधी सदन में सरकार की कमी को उजागर करने के लिए बोलना शुरू करते हैं…. सत्ता पक्ष की तरफ से तमाम नियमों का हवाला देना शुरू कर दिया जाता है… आपको बता दें कि इसी सदन की पिछली लोकसभा में नब्बे से अधिक सांसदों को निलंबित कर दिया गया… जो भारतीय इतिहास में कभी भी नहीं हुआ… वहीं लोकसभा में बीजेपी के एक सांसद ने खड़े होकर सांप्रदायिक बाते कही… गाली दी और उनके खिलाफ कोई किसी नियम की याद नहीं आई… लेकिन राहुल गांधी का भाषण शुरू होते ही सत्ता पक्ष को सभी नियम याद आने लगते है… बता दें कि राहुल गांधी के बयान तीखे होते है… और सच होते हैं… जिसे सत्ता पक्ष सुन नहीं सकता है… राहुल के बयान सत्ता पक्ष के हृदय में तीर की तरह चुभते है… और देश की जनता को मोदी सरकार की सारी सच्चाई सामने आने लगती है… जिसके चलते सत्ता पक्ष अपना बचाव करने के लिए नियमों का हवाला देने लगता है… सदन में जब भी राहुल गांधी का भाषण होता है…. मोदी सदन से गायब रहते हैं… क्योंकि मोदी राहुल गांधी से डरते हैं… और राहुल गांधी के सवालों का सामना करने की मोदी के अंदर साहस नहीं है… आपको बता दें कि सदन में जब राहुल गांधी की गर्जना शुरू होती है… सत्ता पक्ष के लोगों की बोलती बंद हो जाती है… वहीं राहुल के तीखी बातों को लेकर लोकसभा स्पीकर भी अपनी सरकार का बचाव करते दिखे… जिसके चलते राहुल गांधी और लोकसभा स्पीकर के बीच बहस भी देखने को मिली…

आपको बता दें कि आम तौर पर नियमों का हवाला विपक्ष की तरफ से दिया जाता है… लेकिन सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण के दौरान सत्ता पक्ष की तरफ से नियनों का हवाला दिया जाता है… वहीं राहुल गांधी को पता है कि सदन में मुझे तस्वीर दिखाने से मना किया जाएगा… बावजूद इसके राहुल गांधी तस्वीर लेकर सदन में पहुंच जाते है… और फोटो दिखाकर मोदी को घेरने का नाम करता है… आपको बता दें कि राहुल गांधी ने भरे सदन में मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन देश का एक्स-रे करके रहेगा… वहीं जब भी इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी हम जातिगत जनगणना करवाकर ही रहेंगे… ये मेरा देश की जनता से वादा है… वहीं जातिगत जनगणना की बात सुनकर वित्तमंत्री निर्मलासीता रमण हंसने लगीं… राहुल गांधी ने तुरंत वित्तमंत्री को जवाब देते हुए कहा कि वित्तमंत्री जी हंस रही है… यह कोई हंसने वाला मुद्दा नहीं है… यह देश की जनता को न्याय दिलाने के लिए है… देश की जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए है… जिसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज संसद में जब मैंने जातिगत जनगणना की बात उठाई तो वित्त मंत्री ने हंस कर इस गंभीर विषय का उपहास किया…. देश की नब्बे फीसदी आबादी के जीवन से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर ऐसी उपेक्षापूर्ण प्रतिक्रिया ने भाजपा की मंशा…. मानसिकता और नीयत से पर्दा हटा दिया है…. मैं भाजपा को बता देना चाहता हूं कि हम हर कीमत पर जातिगत जनगणना को हकीकत बना कर वंचितों को न्याय दिलाएंगे…. इंडिया देश का एक्स-रे सामने ला कर रहेगा….

बता दें कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद में चक्रव्यूह के जरिए नरेद्र मोदी सरकार का सदन में जमकर घेराव किया…. बजट, अग्निवीर योजना, बेरोजगारी के साथ ही पिछड़ा… और दलित वर्ग को साधने के लिए उनका जोर जातिगत जनगणना पर रहा…. राहुल गांधी ने कहा कि बीस अफसरों ने देश का बजट बनाने का काम किया है…. लेकिन इनमें से सिर्फ एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी हैं… और उनमें दलित और आदिवासी एक भी नहीं है…. राहुल गांधी ने कहा कि देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु नहीं, अर्जुन हैं…. राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया है…. पीएम के कॉन्फिडेंस को हमने हिला दिया…. मेरे भाषण में अब वो कभी नहीं आएंगे…. एक जुलाई को संसद सत्र की शुरुआत में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने संसद में अपना पहला भाषण दिया था…. इस भाषण की शुरुआत उन्होंने संविधान की कॉपी…. और भगवान शिव की तस्वीर दिखाकर की थी…. उस समय भी राहुल गांधी ने इस भाषण में अभय मुद्रा का जिक्र किया जिसकी काफी चर्चा हुई….वहीं राहुल गांधी ने बजट से पहले की हलवा वाली रस्म का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में दो-तीन प्रतिशत लोग ही हलवा तैयार कर रहे हैं…. और उतने ही लोग हलवा खा रहे हैं… और शेष हिंदुस्तान को यह नहीं मिल रहा है…. बता दें कि राहुल गांधी ने दावा किया कि इस बजट के बाद देश का मिडिल क्लास भी बीजेपी का साथ छोड़ रहा है… जो इंडिया गठबंधन के लिए एक अवसर भी है…. आपको बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर और राजनीतिक एक्सपर्ट डॉ. राजीव रंजन गिरि कहते हैं कि राहुल के तेवर जिस तरह से आक्रामक हुए हैं…. और सत्ता पक्ष उतनी तीव्रता से उनको जवाब नहीं दे पा रहा है…. ये भारत की राजनीति में आने वाले दिनों के लिए बड़ा संकेत है…. राहुल जिस तरह से भाजपा सरकार पर जिस तरह से हमले कर रहे हैं…. उससे इतना तो तय है कि मोदी सरकार दो हजार चौदह या हो हजार उन्नीस जैसे रंग में जवाब नहीं दे पा रही है….. इसके पीछे कहीं न कहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा का चार सौ पार जैसी उम्मीद से काफी पीछे रह जाना भी है….

आपको बता दें कि राहुल गांधी के कहा कि देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु नहीं है अर्जुन हैं…. राहुल गांधी अपने भाषण में इंडिया गठबंधन को लेकर आए… और पीएम मोदी पर निशाना साधा… और उन्होंने कहा कि पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया है…. पीएम के कॉन्फिडेंस को हमने हिला दिया…. मेरे भाषण में कभी नहीं आएंगे अब…. पद्मव्यूह वाले लोग हैं… उनको देश का नेचर समझ नहीं आया…. आपको बता दें कि चुनावी रिजल्ट से उत्साहित होकर राहुल ऐसे हमले कर रहे हैं…. क्योंकि उन्हें ये पता है कि उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है….. जबकि पाने के लिए बहुत कुछ है…. भाजपा अभी जदयू और टीडीपी के सहयोग से सरकार चला रही है…. राजनीति में कब कौन पलटी मार जाए…. ये कहा नहीं जा सकता है…. ऐसे में हर बात की संभावना बनी रहती है…. जैसा कि खुद राहुल पहले ये दावे कर चुके हैं कि ये सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है…. वहीं ऐसा माना जाता है कि अट्ठारहवीं लोकसभा में बतौर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने संसदीय जीवन का सबसे लंबा भाषण दिया… और एक जुलाई को करीब एक घंटे बयालीस मिनट के संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने भाजपा नेताओं पर हिंसा…. और नफरत फैलाने के आरोप लगाए…. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि अभयमुद्रा का हिंदू धर्म समेत अन्य धर्मों में भी बड़ा महत्व है…. और उन्होंने कहा कि इसका संकेत भय से मुक्ति और सुरक्षा की भावना है….

वहीं राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिह्न भी इसी अभयमुद्रा की तरह है…. भाजपा पर आक्रामक लहजे में हमला करते हुए राहुल ने कहा कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं… वो चौबीस घंटे हिंसा-हिंसा और असत्य-असत्य कहते रहते हैं….. ऐसे लोग हिंदू नहीं हो सकते…. सत्ता पक्ष की तरफ इशारा करते हुए राहुल ने कहा कि आप हिंदू नहीं हो… हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सत्य के साथ खड़ा रहना चाहिए…. इससे डरना नहीं चाहिए… अहिंसा हमारा धर्म है…. ये देश अहिंसा का है…. सत्ता पक्ष की तरफ से टोके जाने पर राहुल ने कहा कि ये इसलिए शोर मचा रहे हैं…. क्योंकि तीर सीधा दिल में लगा है…. हमने भाजपा का मुकाबला अहिंसा के साथ किया है…. आपको बता दें कि भाजपा हर चुनाव में मंदिर, धर्म और प्रतीकों की राजनीति करती आई है…. वहीं यह आम जनमानस को ज्यादा अपील भी करता है…. कि राहुल ने भी इसी को हथियार बना लिया है…. अब वो भाजपा को कभी शिव की अभय मुद्रा तो कभी चक्रव्यूह की बात कहकर मात देने की कोशिश करते हैं…. इसीलिए ये लोगों को ज्यादा अपील करता है…. राहुल की यह अपील अब साफ भारतीय लगने लगी है…. और उनकी चर्चा शहरों से ज्यादा गांवों तक पहुंच रही है…. वहीं राहुल की यह बात भाजपा के सीधे दिल पर चोट कर रही है…. क्योंकि भाजपा नेताओं का मानना था कि इन मुद्दों पर उनका जन्मसिद्ध अधिकार है….

आपको बता दें कि देश में हिस्सेदारी और भागीदारी का सवाल लगातार उठता रहा है…. इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हिस्सेदारी… और भागीदारी को सबसे बड़ा मुद्दा बनाया था…. राहुल गांधी ने कहा था कि देश में अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो आर्थिक सर्वे कराया जाएगा… और इसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि देश के संसाधनों पर किस जाति-समुदाय का कितना हक है…. वहीं राहुल गांधी ने अपनी कई चुनावी सभाओं में कहा था कि अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आया तो पहला काम यही किया जाएगा….

बता दें कि अपनी चुनावी रैलियों में राहुल गांधी ने लगातार इस बात को भी कहा कि हिंदुस्तान में चालीस फीसदी धन सिर्फ एक प्रतिशत लोगों के पास है… क्योंकि देश में गरीबी और अमीरी के बीच खाई बढ़ी है…. लोग और ज्यादा गरीब होते जा रहे हैं…. हाल ही में आए बजट में भी मिडिल क्लास को कोई राहत नहीं मिली है…. जो पहले से बहुत परेशान है…. ऐसे में राहुल बार-बार ये सवाल उठाकर मिडिल क्लास की तवज्जो पा रहे हैं…. और सोशल मीडिया पर भी उनके इस तरह के भाषण काफी वायरल हो रहे हैं…

वहीं अपने संबोधन के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी, थोड़ा सा घबरा गए क्या…. घबराइए मत मोदी जी…. मैं देश को फिर दोहराकर कह रहा हूं कि जितना पैसा आपने इनको दिया है…. उतना ही पैसा हम हिंदुस्तान के गरीबों को देने जा रहे हैं…. बता दें कि मोदी ने बाइस अरबपति बनाए हैं….. हम करोड़ों लखपति बनाएंगे…. आपको बता दें कि राहुल गांधी बार-बार मोदी पर दिग्गज कारोबारियों से सांठगांठ के आरोप लगाते हुए ये कहते रहे हैं कि आपने अपने मित्रों के सोलह लाख करोड़ रुपए माफ किए…. मगर किसानों का एक रुपया भी माफ नहीं किया… वहीं इन बातों को सुनकर मोदी समेत बीजेपी नेताओं की बोलती बंद हो जाती है… और राहुल गांधी की बातें तीर की तरह चुभती है… क्योंकि मोदी ने पिछले जस सालों से जनता को अंधकार में रखा है… और जनता को सिर्फ गुमराह करने का काम किया है… मोदी के ध्रुवीकरण की राजनीति से जनता परेशान हो चुकी है… देश की गरीब जनता महंगाई, बेरोजगारी से बहुत ज्यादा परेशान है… देश का मिडिल क्लास सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना कर रहा है… लेकिन बजट में मोदी ने मिडिल क्लास की जनता के लिए कुछ नहीं किया है…

 

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