हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों का पुलिस को अल्टीमेटम, कल तक जांच पूरी करने का दिया समय
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और छात्र सडक़ पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टरों ने न्याय मांगते हुए मंगलवार को भी हड़ताल जारी रखी। उन्होंने पुलिस को जांच पूरी करने के लिए कल तक का समय दिया है।
डॉक्टरों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं लगातार प्रभावित हो रही हैं। आज भी कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली। सुबह से ही सभी सरकारी अस्पतालों के बाह्य रोगी विभागों (ओपीडी) में मरीजों की लंबी कतारें देखी गईं। वहीं, वरिष्ठ डॉक्टर भीड़ को संभालने के लिए अपने कनिष्ठ समकक्षों को तैनात करते दिख रहे थे। मरीजों की बढ़ती संख्या पर सरकारी एसएसकेएम अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि चूंकि सोमवार को अधिकांश वरिष्ठ डॉक्टर मौजूद थे, इसलिए स्थिति को संभाल लिया गया था।
वहीं, महिला डॉक्टर की हत्या के मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की मांग कर रहे आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने मंगलवार को कोलकाता पुलिस को जांच पूरी करने के लिए 14 अगस्त तक का समय दिया है।
प्रदर्शन कर रहे आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एक जूनियर डॉक्टर ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक काम पर नहीं लौटेंगे और विरोध जारी रहेगा। हम अपनी मांगों के बारे में बहुत स्पष्ट रहे हैं। हम घटना की न्यायिक जांच चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पुलिल को रविवार तक की समयसीमा की जरूरत क्यों है? हम पुलिस से बुधवार तक अपनी जांच पूरी करने को कह रहे हैं।
बता दें, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को मृतका के माता-पिता से मिलने के बाद मामले को सुलझाने के लिए कोलकाता पुलिस को 18 अगस्त तक की समयसीमा दी है। सीएम ने कहा था कि अगर तब तक कुछ पता नहीं चलता है तो यह मामला सीबीआई को सौंप दिया जाएगा।
महिला डॉक्टर का शव शुक्रवार को उत्तरी कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर से मिला था। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी हत्या से पहले यौन शोषण की पुष्टि हुई। इसके बाद शनिवार को एक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया था।
राज्य सरकार ने स्थिति संभालने के लिए सभी वरिष्ठ डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी है। एक अधिकारी ने कहा, हमारे वरिष्ठ डॉक्टर ड्यूटी पर हैं और हमें उम्मीद है कि वे मरीजों को संभाल लेंगे। उन्हें स्थिति स्थिर होने तक काम करने का निर्देश दिया गया है।