यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं पर जोरदार तमाचा, दुष्कर्म पीड़िताओं से जांच के नाम पर मंगाई जा रही किट
- लखीमपुर खीरी से जुड़ा है ताजा मामला
- बरामद गुमशुदा किशोरी को जांच के लिए लाया गया था निघासन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
- ग्राम प्रधान ने 650 रुपए में खरीदकर उपलब्ध कराई किट
- समाजसेवी अधिवक्ता ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से शिकायत कर हकीकत से कराया रूबरू
चेतन गुप्ता
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लगातार प्रयासरत है। स्वास्थ्य महकमे का जिम्मा संभाल रहे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लगातार अपनी कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में है। सरकारी अस्पतालों का औचक निरीक्षण हो या फिर तबादलों में गड़बड़ी का मामला, बृजेश पाठक मुखर रहे। इन सब के चलते जहां एक तरफ सरकार की किरकिरी भी हुई वहीं बृजेश पाठक की मजबूत छवि भी निखर कर सामने आई। लेकिन इन सबके बीच प्रदेश सरकार के मुंह पर बेहतर स्वास्थ सेवाओं के नाम पर एक जोरदार तमाचा लगा है जिसकी गूंज डिप्टी सीएम बृजेश पाठक तक पहुंच गई है। ताजा मामला जनपद लखीमपुर खीरी से जुड़ा हुआ है। ग्राम बौधियां कलां तहसील निघासन जनपद खीरी के मजरा कोदी बाबा की एक किशोरी जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 27 मार्च को थाना निघासन में लिखाई गई थी। हाल फिलहाल उसकी बरामदगी होने के बाद जिस व्यक्ति के साथ वह किशोरी पाई गई थी, उसको जेल भेज दिया गया और निघासन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किशोरी को जांच के लिए लाया गया। किशोरी के परिवार से अस्पताल के कर्मचारियों के द्वारा जांच किट की मांग की गई। बेहद गरीब होने के कारण किट खरीदने में जब परिवार ने असमर्थता जताई तो उस गांव को गोद लेने वाले लखनऊ कैसरबाग निवासी समाजसेवी और पेशे से अधिवक्ता सैयद मोहम्मद हैदर रिजवी ने अपने परिचित ग्राम प्रधान सैय्यद मकसूद अली के जरिए 21 अक्टूबर को 650 रुपए में किट को खरीदवा कर अस्पताल कर्मियों को दी, तब जाकर किशोरी की जांच हो पाई।
इस घटनाक्रम से आहत अधिवक्ता ने जब स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों व अधिकारियों के अलावा मौजूद पुलिसकर्मियों से जानकारी ली तो उनके संज्ञान में आया कि यह हाल किसी एक अस्पताल नहीं बल्कि पूरे जिले का है। उनके द्वारा जानकारी करने पर लगभग यही तस्वीर पूरे प्रदेश की भी उभरकर सामने आई कि पीड़ित परिवार या फिर लावारिस होने की दशा में भुक्त भोगी महिला किशोरी के लिए पुलिस कर्मी आपस में चंदा करके ऐसी जांच किट की व्यवस्था करते हैं। सामाजिक सरोकार से जुड़े इस मुद्दे को लेकर अधिवक्ता ने इस पूरे घटनाक्रम से डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को अवगत कराया और उनसे इसकी व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग की। उन्होंने शासन-सत्ता तक शिकायती पत्र भेजकर स्वास्थ्य महकमे के आला अफसरों से बलात्कार पीड़िताओं के लिए मुकम्मल व्यवस्था कराने की मांग की। इस मामले में लखीमपुर खीरी के स्वास्थ्य महकमे के अफसरों का कहना है कि इस तरह की कोई किट नहीं होती है। जांच के लिए जो नमूने भेजे जाते हैं, उसके लिए जो फ्लास्क होता है उसकी सरकारी स्तर पर सप्लाई नहीं है। शासन सत्ता में बैठे लोग इन सब चीजों से अवगत है।
इस तरह की कोई जांच किट नहीं होती है। बलात्कार पीड़िताओं या फिर संदिग्ध मामलों में जांच के लिए मरीज का स्वैब एकत्रित किया जाता है जिसके लिए फ्लास्क की आवश्यकता होती है। शासन में बैठे अफसर सच्चाई से वाकिफ है। इस मामले में मैं कुछ ज्यादा नहीं कहूंगा। शिकायत संज्ञान में आई है, मैंने अपना जवाब लिखकर भेज दिया है। अभी मैं डीएम की मीटिंग में हूं, विस्तार से बात नहीं कर सकता।
डॉ. अरुणेन्द्र त्रिपाठी, सीएमओ, लखीमपुर खीरी
बलात्कार के तमाम मामलों में पीड़ित परिवार लोक लाज के भय से सामने नहीं आते हैं। कुछ ही मामले पुलिस थानों में दर्ज होते हैं। पीड़ित परिवार पर इस तरह का जांच के नाम पर आर्थिक बोझ डालना अपने आप में शर्मनाक है। सूबे के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य महकमा संभाल रहे डिप्टी सीएम से अनुरोध है कि मामले को की गंभीरता को देखते हुए यथाशीघ्र किट की व्यवस्था पूरे सूबे में सुनिश्चित कराएं।
सैय्यद मोहम्मद हैदर रिजवी शिकायतकर्ता अधिवक्ता
कच्ची दीवार गिरने से दो बच्चों समेत तीन की मौत
लखनऊ। बाराबंकी में भाई को टीका लगाकर उसको आशीर्वाद देने की बहन की कामना पूरी न हो सकी। टीका करते समय घर की कच्ची दीवार ढह जाने से बहन की मौत हो गई। वहीं सुबेहा में दीवार गिराने से दो बच्चों की मौत हो गई। पहला हादसा गुरुवार देर रात धरमपुर मजरे मोहनपुर में हुआ। यहां के निवासी प्रताप बली रावत की पुत्रियां बेहटा चक के बैरागीपुर निवासी 30 वर्षीय साविता पत्नी राम प्रवेश और बख्शी का तालाब निवासी 25 वर्षीय गायत्री पत्नी अर्जुन मायके आई थीं। पिता के घर आने पर सभी बहनें और दामाद प्रसन्न थे। चारों ओर त्योहार की खुशियां बिखरी थीं। रात करीब नौ बजे बहनें अपने भाइयों का टीका करने जा रही थीं कि तभी कच्ची ईटों से बनी दीवार भरभरा कर ढह गई। सभी लोग उसके नीचे दब गए। क्षण भर में त्योहार की खुशियां चीख पुकार में बदल गईं। ग्रामीणों ने आनन -फानन सबको बाहर निकाला और एम्बुलेंस से अस्पताल ले गए। गंभीर रूप से घायल सविता को लखनऊ रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। राम प्रवेश, गायत्री, अर्जुन और एक अन्य घायल का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। सविता की मौत से घर और पास-पड़ोस में मातम पसरा था। एसओ पंकज सिंह ने घटनास्थल का जायजा लिया। लेखपाल धर्मानंद पांडेय ने पीड़ित परिवार को मदद दिलाने की बात कही है। उधर, सुबेहा थाना क्षेत्र भभूतगढ़ी मजरे मंगौवा में बुधई अपने बच्चों के साथ घर के ऊपर रखे छप्पर के नीचे सो रहे थे। बुधई शुक्रवार सुबह शौच के लिए चले गए। लौटे तो देखा कि दीवार ढह गई है। दीवार के नीचे चार वर्षीय नैना व छह वर्षीय रवि दब गए।
कश्मीरियों की दुर्दशा पर श्वेत पत्र जारी करे मोदी सरकार: खेड़ा
नई दिल्ली। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने मोदी सरकार से उसके आठ साल के कार्यकाल के दौरान कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग भी की। विपक्षी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला करते हुए उससे माफी मांगने को कहा। कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि इस साल जनवरी से अक्टूबर तक 80 लोगों की हत्या हो चुकी है। हाल के दिनों में आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों की चुन-चुन कर हत्या की है। इससे डरकर शोपियां जिले के चौधरीकुंड गांव से 10 कश्मीरी पंडित परिवार पलायन कर जम्मू चला गया है और घाटी लौटने से इन्कार कर दिया है। 15 अक्टूबर को गांव में कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हालांकि जिला प्रशासन ने कश्मीरी पंडित ने पलायन से इनकार किया है।
साफ-सफाई में लापरवाही पर होगी कार्रवाई : ऊर्जा मंत्री
लखनऊ। मच्छर जनित बीमारियों, डेंगू, चिकनगुनिया और संचारी रोगों का फैलाव रोकने के लिए नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने नगर निकायों को विशेष सतर्कता के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा कि लापरवाही पर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एंटी लार्वा का छिड़काव और जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग का अभियान चलाने को कहा। शर्मा ने कहा कि छठ पर्व को देखते हुए नदी के घाटों समेत अन्य पूजा स्थलों के आसपास दो पालियों में लगातार साफ-सफाई कराने के अलावा सड़कों को गड्ढामुक्त करने, मार्ग प्रकाश, पेयजल और शौचालय आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। नदियों एवं पूजा स्थलों पर फूल, माला अन्य पूजा सामग्री के जल में प्रवाह को रोकने के लिए जलधारा में ही अर्पण कलश बनाने के निर्देश दिए। घाटों पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाने का कहा। नगर विकास मंत्री ने निकाय के अधिकारियों के साथ साफ-सफाई और संचारी रोगों को लेकर की गई तैयारियों की वर्चुअल समीक्षा की।