संपत्ति बंटवारे के बाद अब विरासत पर सियासत

  • चुनावों में तेज हुए एक-दूसरे पर हमले
  • पित्रोदा के बयान पर बीजेपी भड़की
  • कांग्रेस ने निजी राय बता झाड़ा पल्ला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आज दूसरे चरण का चुनावी प्रचार थम जाएगा। इस बीच नेताओं का एक दूसरे पर तीखे प्रहार जारी है। कल पीएम मोदी के संपत्ती बंटवारे के बयान पर कांग्रेस के हमले के बाद आज विरासत कर को लेकर बीजेपी ने कांगे्रस को घेर लिया। दरअसल कांग्रेस ओवरसीज ेके नेता सैम पित्रोदा ने देश में संपत्ति के पुनर्वितरण की कांग्रेस की कथित योजना का समर्थन करने के लिए अमेरिका के विरासत कर प्रावधानों का हवाला दिया था।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में एक विरासत कर है जिसके अनुसार सरकार किसी व्यक्ति की संपत्ति में 55 प्रतिशत हिस्सेदारी का दावा करने की हकदार है जबकि मालिक केवल 45 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने बच्चों या परिवार को हस्तांतरित कर सकता है। हालांकि बाद में कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से अपने को अलग कर लिया और उनके बयान को निजी राय बताकर खारिज कर दिया।

जो अपने को देशभक्त कहते हैं, वह जाति जनगणना से डरे हैं : राहुल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को अपनी संपत्ति सर्वेक्षण टिप्पणी पर यू-टर्न लिया और कहा कि वह केवल यह जानना चाहते थे कि देश कितना अन्याय झेल रहा है। दिल्ली के जवाहर भवन में पार्टी के सामाजिक न्याय सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, मैंने अभी तक यह नहीं कहा है कि हम कार्रवाई करेंगे। मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि आइए पता करें कि कितना अन्याय हुआ है। पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा देखिए, जैसे ही मैंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या प्रतिक्रिया दी, आइए देखें कि कितना अन्याय हुआ है। वे कह रहे हैं कि यह देश को तोडऩे का प्रयास है। एक्स-रे (धन सर्वेक्षण) के माध्यम से, हमें समस्या पता चल जाएगी। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, जो लोग खुद को देशभक्त कहते हैं, वे जाति जनगणना के एक्स-रे से डरे हुए हैं और कहा कि कोई भी ताकत इसे नहीं रोक सकती। गांधी ने यह भी कहा कि 90 प्रतिशत आबादी के लिए न्याय सुनिश्चित करना उनके जीवन का मिशन है, जिनके खिलाफ अन्याय हुआ है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया, 90 फीसदी भारतीयों के साथ अन्याय हो रहा है। जैसे ही मैंने इस अन्याय को रोकने का आह्वान किया, प्रधानमंत्री और भाजपा ने मुझ पर हमला करना शुरू कर दिया। गांधी ने कहा, जैसे ही हमारी सरकार बनेगी, सबसे पहला काम जाति जनगणना किया जाएगा।

पित्रोदा की राय पार्टी की स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं करती : जयराम

कांग्रेस ने बुधवार को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के उस बयान से खुद को अलग कर लिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपनी पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि पित्रोदा की राय पार्टी की स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं करती है। रमेश ने एक्स पर एक नोट पोस्ट किया सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर के कई लोगों के लिए एक गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं। उन्होंने भारत के विकास में कई स्थायी योगदान दिए हैं। वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। श्री पित्रोदा स्वतंत्र रूप से अपनी राय व्यक्त करते हैं निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है। इसका मतलब यह नहीं है कि श्री पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्टï्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं नहीं। अब उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें संदर्भ से बाहर करना श्री नरेंद्र मोदी के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का जानबूझकर और हताश प्रयास है, जो केवल झूठ और अधिक झूठ पर आधारित है।

कांग्रेस ने भारत को नष्ट करने का फैसला किया : भाजपा

पित्रोदा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के कुछ ही क्षण बाद, भाजपा के आईटी सेल अमित मालवीय ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि सबसे पुरानी पार्टी ने देश को नष्ट करने का फैसला किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कांग्रेस ने भारत को नष्ट करने का फैसला किया है। अब, सैम पित्रोदा संपत्ति के पुनर्वितरण के लिए 50प्रतिश विरासत कर की वकालत करते हैं।

बेनकाब हो गई कांग्रेस पार्टी : अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सैम पित्रोदा के बयान के बाद पूरी तरह बेनकाब हो गई है। सबसे पहले घोषणापत्र, फिर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुराना बयान कि हम देश के संसाधन पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का मानते हैं और अब इनके घोषणापत्र बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले सैम पित्रोदा का बयान कि संपत्ति के बंटवारे पर विचार होना चाहिए। जब प्रधानमंत्री मोदी ने यह मुद्दा उठाया तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूरी कांग्रेस बैकफूट पर आ गई है कि उनका यह मकसद नहीं है।

चुनाव आयोग पर ‘सुप्रीम’ सवालों की बौछार

  • ईवीएम-वीवीपैट पर चल रही सुनवाई
  • कोर्ट ने पूछा- डाटा कितने दिन सुरक्षित रखते हैं?

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार (24 अप्रैल, 2024) को ईवीएम-वीवीपैट मामले में चुनाव आयोग से कुछ और स्पष्टता मांगी है। चुनाव आयोग के अधिकारी से अदालत ने दोपहर 2 बजे जवाब देने को कहा है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने जानना चाहा कि माइक्रो कंट्रोलर कंट्रोल यूनिट में होता है या वीवीपैट में, माइक्रो कंट्रोलर वन टाइम प्रोग्रामेबल होता है या उसे दोबारा प्रोग्राम कर सकते हैं, आपके पास सिंबल लोडिंग यूनिट कितने हैं, आप डेटा 30 दिन सुरक्षित रखते हैं या 45 दिन और ईवीएम की तीनों यूनिट की क्या एक साथ सीलिंग होती है या कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट को अलग रखा जाता है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में 18 अप्रैल को सुनवाई पूरी कर ली थी। याचिकाओं में सभी 11पैट पर्चियों को गिनने की मांग की गई है। कोर्ट ने चुनाव आयोग के लिखित जवाब और एफएक्यू को देखने के बाद कुछ और पहलुओं को समझने की जरूरत मानी है। इसका मतलब यह नहीं है कि फैसला आज ही 2 बजे आ जाएगा।

पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने आयोग से पूछा था प्लान

बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार (18 अप्रैल) को ईवीएम-वीवीपैट मामले पर सुनवाई की थी। इस दौरान देश की शीर्ष अदालत ने चुनाव आयोग से कहा था कि चुनावी प्रक्रिया में पवित्रता होनी चाहिए। आयोग से सवाल किया गया कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष इलेक्शन करवाने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तार से बताए। तब जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने कहा था, यह (एक) चुनावी प्रक्रिया है. इसमें पवित्रता होनी चाहिए. किसी को भी यह आशंका नहीं होनी चाहिए कि जिस चीज की उम्मीद की जा रही है, वह नहीं हो रही।

आज थम जाएगा दूसरे चरण का चुनाव प्रचार

  • प्रह्लाद जोशी, हेमा मालिनी, राहुल गांधी समेत कई दिग्गजों का भविष्य दांव पर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दूसरे चरण के लिए मतदान करवाने के लिए चुनाव आयोग भी पूरी तरह से तैयार है। मतदान शांति पूर्ण और निष्पक्ष तरीके से हो, इसकी पूरी तैयारी है। इस चुनाव में कई दिग्गजों का भविष्य भी दांव पर लगा हुआ है।
इसमें बीजेपी के प्रह्लाद जोशी, हेमा मालिनी, ओम बिरला, अरुण गोविल, नवनीत राणा, महेश शर्मा का नाम शामिल हैं, जिनकी सीटों पर मतदान किया जाना है। वहीं कांग्रेस के शशि थरूर की सीट तिरुवनंतपुरम और राहुल गांधी की सीट केरल के वायनाड में भी इस चरण में मतदान होगा।

13 राज्यों की 88 लोस सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान

लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के लिए मतदान का काउंटडाउन शुरू हो गया है। बुधवार की शाम को सेकेंड फेज के लिए चुनाव प्रचार खत्म होगा। इसके 48 घंटे के बाद यानी 26 अप्रैल को मतदान होगा। इस दौरान 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान किया जाएगा। इन सभी सीटों पर चुनाव नतीजे चार जून को आएंगे।

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