POCSO केस में राहत के बाद बृजभूषण शरण सिंह का शक्ति प्रदर्शन, अयोध्या में भव्य स्वागत

दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से POCSO एक्ट के तहत राहत मिलने के बाद पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मंगलवार को अयोध्या पहुंचकर जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया। ‘विजय परेड’ नामक इस यात्रा के जरिए उन्होंने एक बार फिर से अपने राजनीतिक वापसी के संकेत दिए।
जैसे ही उनका विमान महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा, ढोल-नगाड़ों की थाप और फूलों की बारिश के साथ उनका भव्य स्वागत हुआ। समर्थकों की भारी भीड़, नारों की गूंज और झंडों से लहराता माहौल साफ तौर पर उनके प्रभाव और जनसमर्थन को दर्शा रहा था।
अयोध्या पहुंचने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाकर बजरंगबली के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर अपने दौरे की शुरुआत की। मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा, यह न्याय की जीत है। मैं अपने समर्थकों का दिल से आभार व्यक्त करता हूं।
60 गाड़ियों का काफिला, हज़ारों समर्थकों की मौजूदगी
उनकी विजय परेड के दौरान करीब 60 से अधिक गाड़ियों का लंबा काफिला अयोध्या की सड़कों से गुजरा, जिसमें हज़ारों की संख्या में समर्थक शामिल थे। युवाओं की टोली हाथों में झंडे लहराते हुए ‘बृजभूषण जिंदाबाद’ और ‘सत्य की जीत हुई’ जैसे नारे लगाती नजर आई। यह परेड न केवल उनके कानूनी राहत का उत्सव थी, बल्कि इसे एक स्पष्ट राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है।
बेटे प्रतीक भूषण सिंह की प्रतिक्रिया
बृजभूषण के बेटे और विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा हमने एक झूठे और बेबुनियाद मामले में न्यायिक विजय हासिल की है। हर तथ्यहीन आरोप अब सच्चाई के सामने धराशायी हो रहा है। यह सत्य की जीत है और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
पॉक्सो केस में मिली राहत, लेकिन अन्य मामले अभी भी लंबित
गौरतलब है कि बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल थी। दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस थाने में उनके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थीं एक IPC की धाराओं में और दूसरी POCSO एक्ट के तहत।
हाल ही में नाबालिग शिकायतकर्ता ने अपने आरोप वापस ले लिए, जिसके बाद पुलिस ने कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की। कोर्ट ने इस रिपोर्ट पर अंतिम निर्णय लेने से पहले शिकायतकर्ता को 26 मई को पेश होने का निर्देश दिया था। हालांकि, अन्य पांच महिला पहलवानों की शिकायत पर दर्ज दूसरी एफआईआर अभी भी अदालत में विचाराधीन है। इस केस में बृजभूषण के खिलाफ आरोप तय किए गए हैं, जिन्हें उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है। केस की सुनवाई फिलहाल चल रही है।

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