दो चरणों के मतदान के बाद सियासत में अब तमाचा और थप्पड़ की गूंज

  • मोदी के करारा तमाचा वाले बयान के बाद कांग्रेस ने पीएम पर किए प्रहार
  • विपक्ष बोला- हार से बौखलाई बीजेपी, अब अनाप-शनाप बकने लगी
  • भाजपा ने भी खोला इंडिया गठबंधन के खिलाफ मोर्चा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चुनावों के दो चरण खत्म हो चुके हैं। अभी पांच चरण बाकी हैं। तीसरे चरण के चुनाव की तैयारी में सियासी दल जुटने लगे हैं। सत्ता में बैठी बीजेपी व सबसे बड़े विपक्षी दल कांगे्रस के बीच सियासी तलवारें और पैनी होती जा रहीं हैं। कांग्रेस ने अब पूरी तरह से मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में पीएम मोदी के करारा तमाचा के जवाब में कांग्रेस ने थप्पड़ वाला तंज मारा है। साथ ही मनमोहन सिंह सरकार के समय की बातों को बीजेपी द्वारा बार-बार उठाने को पाखंड बताया है।
कांगे्रस ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान, बीजेपी की तरफ से यही रोना रोया जाता था कि 2जी स्पेक्ट्रम का आवंटन एक ‘घोटाला’ है। अब, वे इसके विपरीत तर्क दे रहे हैं, वे नीलामी के बिना, जिसे चाहें उसे स्पेक्ट्रम देने की अनुमति के लिए उच्चतम न्यायालय में गए हैं। उधर सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम के जरिए डाले गए वोटों से मिलान करने के निर्देश देने की मांग वाली याचिका खारिज करने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने कहा कि वह याचिका में पक्षकार नहीं है। नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कि फैसला विपक्ष पर एक करारा तमाचा था।

राहुल पर टिप्पणी को लेकर एलडीएफ विधायक पीवी अनवर पर मामला दर्ज

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चौथे दर्जे का नागरिक बताने और उनके डीएनए की जांच कराने संबंधी टिप्पणियों को लेकर वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के विधायक पी वी अनवर पर मामला दर्ज किया गया है। अनवर ने 22 अप्रैल को केरल के पलक्कड जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा था कि कांग्रेस नेता गांधी उपनाम से बुलाए जाने के लायक नहीं हैं। प्राथमिकी के अनुसार, इस घटना के बाद मजिस्ट्रेट अदालत के निर्देश पर 26 अप्रैल को एलडीएफ विधायक के खिलाफ नट्टकल पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। अनवर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और जन प्रतिनिधि कानून की धारा 125 (चुनाव के संबंध में विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। वकील बैजू नोएल रोसारिया की शिकायत पर मजिस्ट्रेट अदालत ने मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया था। राहुल ने राज्य में अपने हालिया प्रचार अभियान के दौरान सवाल किया था कि विपक्ष शासित राज्यों के दो मुख्यमंत्रियों को जेल भेजने वाली केंद्रीय एजेंसियों ने मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से पूछताछ क्यों नहीं की और उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया, जबकि उन पर कई आरोप लगे हैं। उनकी इस टिप्पणी के बाद अनवर ने गांधी के खिलाफ टिप्पणियां कीं। राहुल के खिलाफ अनवर की टिप्पणी पर विजयन से उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने एलडीएफ विधायक को सही ठहराया और कहा था कि ऐसा नहीं है कि कांग्रेस नेता की आलोचना नहीं कि जा सकती।

चुनावी बॉण्ड पर बीजेपी को पड़ा था ‘सुप्रीम’ थप्पड़: जयराम रमेश

सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम के जरिए डाले गए वोटों से मिलान करने के निर्देश देने की मांग वाली याचिका खारिज करने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने कहा कि वह याचिका में पक्षकार नहीं है। नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कि फैसला विपक्ष पर एक करारा तमाचा था। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री को चुनावी बांड मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा थप्पड़ की याद दिलाई। एक्स पर एक पोस्ट में रमेश ने कहा, भारतीय  राष्ट्रीय  कांग्रेस वीवीपैट पर याचिका में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक पार्टी नहीं थी, जिसे आज सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। पीएम मोदी की करारा तमाचा वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा,कुछ हफ्ते पहले सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्टाचार से भरी चुनावी बांड योजना को न सिर्फ अवैध घोषित करके पीएम को करारा तमाचा मारा था – बल्कि तमाचा भी। रमेश ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को पिछले पांच वर्षों में भ्रष्टाचार के चार प्राथमिक माध्यमों – चंदा दो, धंधा लो,ठेका लो, घूस दो, हफ्ता वसूली, के माध्यम से 8,200 करोड़ रुपये इक_ा करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। रमेश ने पहले भी एक मीडिया रिपोर्ट को हरी झंडी दिखाते हुए इसी तरह का आरोप लगाया था, जिसमें दावा किया गया था कि भाजपा को चुनावी बांड के माध्यम से घाटे में चल रही 33 कंपनियों द्वारा दान किए गए 582 करोड़ रुपये में से 75 प्रतिशत प्राप्त हुआ था।

2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा बीजेपी का पाखंड : कांग्रेस

कांग्रेस ने 2जी स्पेक्ट्रम के मामले के फैसले में ‘संशोधन की मांग करते हुए केंद्र सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय का रुख किए जाने को लेकर शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ”पाखंड की कोई सीमा नहीं है” क्योंकि उसने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के तहत 2जी स्पेक्ट्रम के प्रशासनिक आवंटन को ”घोटाला’ बताया था और अब नरेन्द्र मोदी सरकार बिना नीलामी के ”स्पेक्ट्रम देने” की अनुमति मांग रही है। केंद्र ने 12 साल से अधिक समय बाद गत सोमवार को 2जी स्पेक्ट्रम मामले से जुड़े फैसले में संशोधन का अनुरोध करते हुए सोमवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया। हालांकि, एक शीर्ष सूत्र ने बाद में कहा कि सरकार 2012 के उच्चतम न्यायालय के फैसले को बदलने की कोशिश नहीं कर रही है। न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि देश के प्राकृतिक संसाधनों को स्थानांतरित करते समय सरकार नीलामी का मार्ग अपनाने के लिए बाध्य है। इसने दो फरवरी 2012 के अपने फैसले में जनवरी 2008 में दूरसंचार मंत्री के रूप में ए. राजा के कार्यकाल के दौरान विभिन्न कंपनियों को दिए गए 2जी स्पेक्ट्रम लाइसेंस रद्द कर दिए थे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, ”मोदी सरकार और भ्रष्ट जनता पार्टी के पाखंड की कोई सीमा नहीं है।

फिसलकर गिरीं ममता बनर्जी, हुईं चोटिल

  • दुर्गापुर में हेलीकॉप्टर में चढऩे के दौरान हुआ हादसा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को चोट लगने की खबर सामने आई है। आज पश्चिम बर्धमान के दुर्गापुर में अपने हेलीकॉप्टर में चढऩे के दौरान एक हादसे में ममता को ये चोट लगी। हेलीकॉप्टर में चढऩे के बाद सीट लेते समय सीएम फिसल गईं और गिर गईं। कथित तौर पर उन्हें मामूली चोट लगी। हालांकि, उन्होंने आसनसोल की अपनी आगामी यात्रा जारी रखी। इसके पहले वे 14 मार्च को कोलकाता में अपने घर में गिरने से गंभीर रूप से चोटिल हो गईं थीं। तब उनके माथे पर गंभीर और गहरी चोट आई थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें कुछ टांके लगे थे।

कई बार हो चुकी हैं घायल

इससे पहले 27 जून 2023 को विदेश यात्रा के दौरान बाएं घुटने में चोट लग गई थी। इसी घुटने में उन्हें साल की शुरुआत में हेलिकॉप्टर से उतरते समय भी चोट लगी थी। उनके घुटनों की जांच अस्पताल में की गई। जांच में ममता के बाएं पैर के घुटने के लिगामेंट में चोट का पता चला था। साथ ही उनके बाएं कूल्हे के जोड़ में भी चोट के निशान थे। अस्पताल में उन्हें भर्ती होने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने अपना इलाज घर पर ही करवाया था। 10 मार्च 2021 को ममता नंदीग्राम में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान घायल हुई थीं। ममता के पैर में चोट लग गई थी। इसके बाद उन्हें कोलकाता के हॉस्पिटल में तीन दिन तक एडमिट रहना पड़ा। डॉक्टरों ने उनके पैर पर प्लास्टर चढ़ाया था। इसके बाद ममता ने व्हीलचेयर पर बैठकर ही विधानसभा चुनाव प्रचार किया था।

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