चुनाव आयोग का न्याय उल्टा, ‘मंगलसूत्र’ के बयान पर भड़की शिवसेना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं और मुसलमानों को लेकर कांग्रेस के खिलाफ एक बयान दिया था... जिससे सियासी पारा काफी हाई हो गया.... देखिए खास रिपोर्ट....

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है… और दो चरण के मतदान हो चुके है… वहीं अब सभी दल तीसरे चरण के चुनाव की तैयारियों में जुट गए है… वहीं दूसरे चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं और मुसलमानों को लेकर कांग्रेस के खिलाफ एक बयान दिया था… जिससे सियासी पारा काफी हाई हो गया…. आपको बता दें कि बीते रविवार इक्कीस अप्रैल को पीएम मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया…. और जनसंबोधन के दौरान यह दावा किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आ गई…. तो महिलाओं का मंगलसूत्र भी बांट देगी…. पीएम के इस बयान पर कांग्रेस तो भड़की ही….. साथ ही सहयोगी पार्टी शिवसेना यूबीटी ने भी नाराजगी जताई…. बता दें कि पीएम मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान से सियासत इतनी तेज हो गई है…. कि चारों तरफ पीएम मोदी के बयान का विरोध वहीं इस बयान से जनता भी बहुत आहत हुई है… जिसके चलते जनता ने पीएम मोदी को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है….

बता दें कि जिसका परिणाम दूसरे चरण की वोटिंग में भी देखने को मिला है… और जनता ने बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना लिया है…. वहीं पीएम मोदी ने पहले चरण के वोटिंग को देख कर बौखलाएं हुए है… और इस बार हाथ से सत्ता जाने का डर सताने लगा है… जिसको देखते हुए पीएम मोदी अपने दस साल में किए गए विकास का जिक्र नहीं कर रहे है…. और करे भी तो कैसे जब पिछले दस सालों में जनता के हित के लिए कुछ किया हो तभी तो…. उस विकास का जिक्र करें… वही पीएम मोदी के पास जनता के सामने रखने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं बचा है… जिसके चलते पीएम मोदी अब हिंदू-मुसलमान कार्ड खेल रहे है… और देश में नफरत फैलाने का काम कर रहे है… लेकिन देश की जनता पीएम मोदी और बीजेपी के सभी हथकंडों को समझ चुकी है… जिसका परिणाम बीजेपी को दो चरण के मतदान में दिख गया है… और इस बार बीजेपी का सत्ता से जाना तय है…

वहीं पीएम मोदी के बयान को लेकर उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी ने अपनी पत्रिका सामना के संपादकीय में पीएम मोदी के इस बयान को लेकर नाराजगी जाहिर की… और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए…. वहीं सामना में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मुस्लिम समुदाय के बारे में बेहद गलत बयान दिए जाने की बात कही गई…. इसी के साथ यह दावा भी किया गया कि यह चुनाव बीजेपी के लिए भारी पड़ रहा है….. इसलिए ऐसे बयान दिए जा रहे हैं…. कांग्रेस के घोषणापत्र में ऐसा कुछ नहीं है…. जिससे किसी विशेष समुदाय को लेकर बात की गई हो…

बता दें कि शिकायत पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को नोटिस न जारी कर के बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा को नोटिस जारी किया…. चुनाव आयोग का यह तरीका सही नहीं है…. अगर प्रधानमंत्री पद पर आसीन व्यक्ति जातिगत… और धार्मिक द्वेष फैलाने वाले भाषणों के जरिए वोट मांगते हैं… तो चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए…. वहीं सार्वजनिक सभाओं में महिलाओं के मंगलसूत्र खींचने की बात कहकर आग भड़काई जा रही है…. पीएम मोदी के कार्यकाल में ही मंगलसूत्र का अस्तित्व सबसे ज्यादा संकट में था….. पीएम मोदी अपने स्वार्थ के लिए पवित्र मंगलसूत्र पर कीचड़ उछाल रहे हैं…. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए….. लेकिन चुनाव आयोग का न्याय ही उल्टा है…. मंगलसूत्र को छेड़ा पीएम मोदी ने और कार्रवाई का डंडा चला जेपी नड्डा पर…..

जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग के पास पीएम मोदी और राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयानों के खिलाफ शिकायतें आई थीं…. जिसके बाद आयोग की ओर से बीजेपी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षों को नोटिस जारी किया गया…. आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने बीते गुरुवार जेपी नड्डा और मल्लिकार्जुन खरगे को नोटिस जारी किया…. वहीं ये इतिहास में पहली बार है जब इलेक्शन कमीशन ने आचार संहिता के उल्लंघन मामले में स्टार प्रचारकों की जगह पार्टी अध्यक्षों को नोटिस भेजा है….

भाजपा और कांग्रेस को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है….. आयोग ने नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के नाम नोटिस जारी किया….. यह आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है…… भले ही यह लड़ाई में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत यानी ‘क्रॉस कंप्लेंट’ का एक रूप है…. फिर भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जारी नोटिस एक तरह से आंखों में धूल झोंकना है….. इसे धूल झोंकना इसलिए कहा गया क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मुस्लिम समुदाय’ के बारे में बेहद गलत बयान दिया….. मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र का जिक्र करते हुए बांग दी कि यदि कांग्रेस सत्ता में आई तो हिंदुओं की संपत्ति उन लोगों को बांट देगी जिनके ज्यादा बच्चे हैं….. यानी हिंदुओं का धन मुसलमानों में बांटा जाएगा…. आपका मंगलसूत्र भी खींच लिया जाएगा…. ऐसा बयान देकर मोदी प्रचार में हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा ले आए…. मोदी को मुसलमानों को प्रचार में खींचना पड़ा…. इसका मतलब है कि चुनाव उनके लिए भारी पड़ रहा है…. पहले और दूसरे चरण में मतदाताओं ने भाजपा से मुंह मोड़ लिया है…. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से इसलिए शिकायत की…. क्योंकि मोदी ने उस मुद्दे को लेकर लफ्फाजी की…. जो कांग्रेस के घोषणापत्र में नहीं है….

वहीं उस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने मोदी को नोटिस न जारी करते हुए भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्‌डा को नोटिस जारी किया…. चुनाव आयोग का यह तरीका सही नहीं है…. एक तो चुनाव की घोषणा होते ही मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहे… वह एक कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं इसलिए उनके पास कोई विशेष अधिकार, प्रोटोकॉल नहीं है…. फिर भी वे तमाम सरकारी बेड़ों और विमानों को साथ लिए प्रचार के लिए घूम रहे हैं…. यह आचार संहिता के किस नियम में फिट बैठता है…. प्रधानमंत्री पद पर आसीन व्यक्ति जातिगत एवं धार्मिक द्वेष पैâलाने वाले भाषणों के जरिए अगर वोट मांगता हो तो चुनाव आयोग को उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करनी ही चाहिए….. प्रधानमंत्री सार्वजनिक सभाओं में महिलाओं के मंगलसूत्र खींचने की बात कहकर आग भड़का रहे हैं…. हिंदू संस्कृति में मंगलसूत्र को पवित्र माना जाता है…. उस मंगलसूत्र को राजनीति में खींचने का काम नरेंद्र मोदी ने किया…. यह हिंदुत्व और हिंदू संस्कृति को स्वीकार्य नहीं है…. मोदी को हिंदू महिलाओं के गले के मंगलसूत्र का इस तरह अपमान करने का अधिकार किसने दिया….

कहा जाता है कि मोदी ने अपने घर में मंगलसूत्र की प्रतिष्ठा नहीं रखी…. मोदी के कार्यकाल में ही मंगलसूत्र का अस्तित्व सबसे ज्यादा संकट में था…. नोटबंदी के दौरान कई हिंदू महिलाओं को घर चलाने के लिए मंगलसूत्र बेचने पड़े…. लॉकडाउन के दौरान भी महिलाओं को मंगलसूत्र साहूकारों के पास गिरवी रखनी पड़ी…. बेरोजगारी की जद्दोजहद में कई माताओं, बहनों, पत्नियों को मंगलसूत्र का सौदा करना पड़ा… वहीं महंगाई की मार झेल रहीं मजबूर कई महिलाओं के मंगलसूत्र हर दिन सड़कों पर बिक रहे हैं…. बच्चों की पढ़ाई के लिए मंगलसूत्र खत्म हो रहे हैं…. माता-पिता और बच्चों के इलाज में रोजाना हजारों मंगलसूत्र खर्च हो रहे हैं… जब मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया और उनके मंगलसूत्र खींचे गए तो मोदी क्या कर रहे थे….  मोदी के कार्यकाल में पुलवामा और कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों में अनगिनत जवानों की वीर पत्नियों ने अपने मंगलसूत्र कुर्बान कर दिए…. मोदी को इस बात की खबर नहीं होगी…. कश्मीरी पंडित घर नहीं लौटे हैं और उनकी कई महिलाओं ने मोदी युग के दौरान ही अपने मंगलसूत्र खो दिए हैं…. देश के लिए मंगलसूत्र का त्याग करने की एक महान परंपरा है…. ऐसे मंगलसूत्रों का राजनीतिक कारण के लिए उपयोग करनेवाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए….

आपको बता दें कि देश के सूत्र आज उन लोगों के हाथ में हैं…. जिन्होंने देश के लिए संघर्ष और बलिदान नहीं किया….. महाराष्ट्र में भाजपा ने कुछ ‘मंगलसूत्र चोर’ गैंग के लीडरों को प्रतिष्ठित कर विधायक आदि बना दिया है….. इस गैंग द्वारा कोल्हापुर की कई हिंदू महिलाओं के मंगलसूत्र दिनदहाड़े उड़ा दिए जाने की रिपोर्ट है…. पिछले पांच साल में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मंगलसूत्रों की चोरी हुई है…. और वहां ‘योगीराज’ चल रहा है…. ‘कांग्रेस की मानसिकता अर्बन नक्सलियों की है माताओं और बहनों, वे आपके मंगलसूत्र भी नहीं छोड़ेंगे….. ऐसा मोदी ने कहा, क्योंकि उनका मकसद केवल चुनाव से पहले शांति भंग करना है…. मतदाताओं को गुमराह कर वोट मांगने की नौबत नरेंद्र मोदी और उनके लोगों पर आ गई है…. यही उनकी पराजित मानसिकता का परिचायक है…. मोदी आज प्रधानमंत्री नहीं बनते अगर आजादी से पहले कई क्रांतिकारियों की पत्नियों ने अपने मंगलसूत्रों का त्याग न किया होता…. और इनमें से ज्यादातर क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी कांग्रेस विचारधारा के थे…..

वहीं देश के स्वतंत्रता संग्राम में अनेक महिलाओं ने मंगलसूत्र दान किए हैं…. और उस महायज्ञ में मोदीकृत भाजपा की तरफ से किसी तरह की समिधा नहीं डाली गई…. मोदी और उनके लोग सत्ता में तानाशाह हैं…. इसलिए उन्होंने पवित्र मंगलसूत्र को मुद्दा बनाने की कोशिश की…. क्रांतिकारियों के त्याग और बलिदान का मंगलसूत्र भी भारत माता के गले में है…. उस मंगलसूत्र में एक भी मोती मोदीमय भाजपा का नहीं है…. मोदी ने अपने स्वार्थ के लिए पवित्र मंगलसूत्र पर कीचड़ उछालकर हिंदू संस्कृति और हिंदू धर्म का अपमान किया है…. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए…. लेकिन चुनाव आयोग का न्याय ही उल्टा है…. मंगलसूत्र को छेड़ा मोदी ने और कार्रवाई का डंडा चला नड्डा पर, ये संकेत है कि भाजपा का ‘नाड़ा’ खुल चुका है….

 

 

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