सदन से सपा का वॉक आउट सरकार के खिलाफ विधायकों संग सड़क पर उतरे अखिलेश

विधान सभा में हंगामे के बाद पैदल मार्च कर पहुंचे पार्टी मुख्यालय
महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर प्रदर्शन, नारेबाजी
सरकार पर लगाया जनहित के सवालों का उत्तर नहीं देने का आरोप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के अंतिम दिन महंगाई, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों को लेकर सपा विधायकों ने विधान सभा में हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर जनहित के मुद्दों का उत्तर नहीं देने का आरोप लगाते हुए विधायकों संग सदन से वॉक आउट कर दिया। वे पैदल मार्च करते सपा दफ्तर पहुंचे। इस दौरान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की गयी।
विधान सभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर न देने का आरोप लगाया। वहीं सपा विधायकों ने सरकार पर जनहित के मुद्दों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और सदन से वॉक आउट कर गए। इसके बाद अखिलेश यादव अपने विधायकों के साथ सड़क पर निकल पड़े। उन्होंने विधान भवन के पीछे की सड़क से राजभवन होते हुए सपा मुख्यालय तक पैदल मार्च किया।
अखिलेश ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो और महिला आयोग के आंकडों के हिसाब से महिलाओं के ऊपर सर्वाधिक उत्पीडऩ उत्तर प्रदेश में हो रहा है। राज्य में कानून व्यवस्था ठप हो चुकी है और नेताओं पर झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गरीब तथा किसान परेशान हैं। सूखा और बाढ़ से किसानों को नुकसान हुआ है। लंपी बीमारी से पशुओं की मौत हुई लेकिन किसानों को कोई राहत नहीं मिल रही है। वहीं अखिलेश के अचानक लिए गए इस फैसले से लखनऊ का पुलिस प्रशासन भी हैरान रह गया। सड़क पर उनको रोकने का भी कोई इंतजाम नहीं हो सका।

राज्यपाल से मिले सपा प्रमुख, कहा आजम खां के खिलाफ दर्ज हो रहे हैं झूठे मुकदमे

लखनऊ। विधान भवन जाने से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भेंट की और उनको एक ज्ञापन सौंपा। उनके साथ एक दर्जन विधायक भी राजभवन पहुंचे थे। मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि मैंने राज्यपाल से भेंट कर पार्टी के नेता तथा वरिष्ठ विधायक आजम खां के मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार आजम खां के खिलाफ दमन वाली नीति अपना रही है। उनके खिलाफ लगातार झूठ फैलाया जा रहा है। आजम खां पर लगातार झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं और उनके साथ घोर अन्याय हो रहा है। इतना ही नहीं उनके परिवार को भी प्रताडि़त किया जा रहा है। रामपुर में शिक्षा के बड़े केन्द्र बन चुके जौहर विश्वविद्यालय को भी निशाना बनाया जा रहा है।

भागवत को राष्ट्र ऋषि कहने पर मायावती ने पूछा
क्या अब मुस्लिमों के प्रति बदल जाएगा भाजपा-संघ का रवैया
ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख इलियासी ने संघ प्रमुख को कहा था राष्ट्र ऋषि
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को उलेमाओं द्वारा राष्ट्र ऋषि कहे जाने पर आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि क्या भागवत को राष्ट्र ऋषि कहने से मुस्लिमों के प्रति संघ-भाजपा का रवैया बदलेगा?
उन्होंने ट्वीट किया, मोहन भागवत द्वारा कल दिल्ली स्थित मस्जिद/मदरसे में जाकर उलेमाओं से मुलाकात करने और फिर उनसे अपने आपको राष्ट्रपिता व राष्ट्र ऋ षि कहलवाने के बाद क्या भाजपा व इनकी सरकारों का मुस्लिम समाज व उनके मस्जिद-मदरसों के प्रति नकारात्मक रुख में बदलाव आएगा? यूपी सरकार खुली जगह में कुछ मिनट की अकेले में नमाज पढऩे की मजबूरी को भी सहन नहीं कर पा रही है तथा निजी मदरसों में हस्तक्षेप पर उतारू है, किन्तु आरएसएस प्रमुख चुप्पी साधे हैं। गौरतलब है कि मोहन भागवत को ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी ने राष्ट्रपिता और राष्ट्र ऋषि बताया था।

धन के अभाव में न रुकने पाए किसी का इलाज: योगी

अधिकारियों को तत्काल समस्या के समाधान का दिया आदेश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित जनता दरबार में फरियादियों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों से उनकी समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धन के अभाव में किसी का इलाज नहीं रुके।
सीएम कहा कि हर किसी के साथ न्याय होना चाहिए। जनता दर्शन में बड़ी संख्या में जमीन-जायदाद और इलाज के मामले आए। मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में मौजूद अधिकारियों को जमीन की समस्या का समाधान जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया। साथ ही इलाज के लिए धन की मांग लेकर आए लोगों पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसी भी व्यक्ति का इलाज धन के अभाव में रुकने न पाए। उन्होंने 100 से अधिक लोगों की समस्याएं सुनीं। सभी लोगों के प्रार्थना पत्र को लिया। कई की समस्या का निराकरण फोन पर ही कर दिया गया।

Related Articles

Back to top button