अखिलेश यादव का योगी सरकार पर तंज, कहा- मिलावट खोरों का आईना नहीं लगाना चाहिए
अखिलेश यादव ने कहा, "अगर सरकार वाकई में मिलावटखोरों को बेनकाब करना चाहती है, तो उसे चौराहों पर आईना लगाना चाहिए।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा नकली दवाओं और खाद्य सामग्री में मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त रूख अपनाते हुए उनकी तस्वीरें चौराहों पर लगाने के फैसले को लेकर सियासत गरमा गई है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस फैसले पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि सरकार को ऐसे लोगों के पोस्टर नहीं, बल्कि आईना लगाना चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा, “अगर सरकार वाकई में मिलावटखोरों को बेनकाब करना चाहती है, तो उसे चौराहों पर आईना लगाना चाहिए। इससे उन्हें खुद ही अपनी असली तस्वीर दिखेगी।”
योगी सरकार ने हाल ही में मिलावट को सामाजिक अपराध घोषित करते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके तहत नकली दवाइयों और मिलावटी खाद्य सामग्री बेचने वालों की पहचान सार्वजनिक करने के लिए उनकी तस्वीरें प्रमुख चौराहों पर लगाई जाएंगी। सरकार का मानना है कि इस कदम से समाज में ऐसे अपराधों के प्रति जागरूकता फैलेगी और मिलावटखोरों पर सामाजिक दबाव बढ़ेगा। हालांकि, विपक्षी दल इसे राजनीतिक स्टंट और सरकार की असली नाकामियों से ध्यान भटकाने की कोशिश बता रहे हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिलावटखोरों की तस्वीरें चौराहों पर लगाने के फैसले पर हमला करते हुए बीजेपी पर तंज कसा. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा- ‘भाजपा वाले मिलावटखोरों को दर्शाने के लिए पोस्टर नहीं आइना लगाएं. जब भाजपावाले आइना लगाएंगे तो मिलावटखोर उनको सामने ही दिख जाएंगे.’
यूपी की सरकार ने खाद्य सामग्री में मिलावट करने वाले और नकली दवाओं के व्यापार को सामाजिक अपराध करार दिया है. इसके साथ ही अधिकारियों को ऐसे लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, सीएम योगी ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के साथ हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. जिसमें अधिकारियों को ये निर्देश दिए. सीएम योगी ने कहा कि आम जनता के स्वास्थ्य के साथ किसी तरह की खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
आपको बता दें,कि मुख्यमंत्री ने FSDA के साथ हुई बैठक में कहा कि दूध, घी, तेल और पनीर जैसे रोजाना इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों की जांच हो और मिलावट करने वालों पर कार्रवाई हो. इसके लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया जाए जो ऐसे लोगों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाए. सीएम ने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीरें शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर लगाई जाएं ताकि समाज में उनके प्रति चेतावनी स्वरूप संदेश जाए. आम जनों की सेहत से खिलावड़ करने वालों के ख़िलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम हो.