अनिल जयहिंद बने कांग्रेस ओबीसी विभाग के नए अध्यक्ष, मल्लिकार्जुन खरगे ने किया नियुक्त
बिहार के रहने वाले हैं जयहिंद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने संगठन में बड़ा बदलाव किया है। कांग्रेस ने अपने ओबीसी विभाग के नए प्रमुख के रूप में अनिल जयहिंद (अनिल कुमार यादव) को नियुक्त किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ओबीसी विभाग के नए अध्यक्ष के रूप में अनिल जयहिंद की नियुक्ति की है।
कांग्रेस पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से इस नियुक्ति की जानकारी दी गई है। अनिल जयहिंद ने हरियाणा के पूर्व मंत्री अजय सिंह यादव की जगह ली है जो कि इससे पहले कांग्रेस के ओबीसी विभाग के अध्यक्ष थे। कांग्रेस पार्टी ने इसके साथ ही मीडिया पैनलिस्ट आलोक शर्मा को राष्ट्रीय सचिव और पंजाब के सह प्रभारी के पद से मुक्त कर दिया है। आलोक शर्मा मीडिया पैनलिस्ट की भूमिका निभाते रहेंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता हैं अनिल जयहिंद
अनिल जयहिंद मूलत: बिहार के रहने वाले हैं और एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। अनिल जयहिंद की सोशल मीडिया प्रोफाइल के मुताबिक, उन्होंने बी पी मंडल और शरद यादव के साथ भी काम किया है। अनिल जयहिंद ने बताया है कि उनके पिता पिता ढ्ढहृ्र में थे और नेताजी सुभाष बोस के साथ मिलकर अंग्रेजों से लड़े थे।
वक्फ एक्ट के खिलाफ श्रीनगर में पीडीपी का विरोध प्रदर्शन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। पार्टी महासचिव खुर्शीद आलम के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पीडीपी कार्यकर्ता अधिनियम के विरोध में एकत्र हुए थे, जिसे पिछले सप्ताह संसद में पारित किया गया था। जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने शहर के केंद्र की ओर मार्च करने का प्रयास किया, कार्यालय के बाहर तैनात पुलिस ने उन्हें रोक दिया और गेट बंद कर दिए, जिससे प्रदर्शन परिसर तक ही सीमित हो गया।
पुलिस ने शुक्रवार को हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के खिलाफ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) द्वारा निकाले जा रहे विरोध मार्च को विफल कर दिया। इसके लिए पार्टी मुख्यालय पर शेर-ए-कश्मीर पार्क के पास बैरिकेडिंग कर दी गई और प्रदर्शनकारियों को परिसर के अंदर ही रोक दिया गया। पार्टी महासचिव खुर्शीद आलम के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पीडीपी कार्यकर्ता अधिनियम के विरोध में एकत्र हुए थे, जिसे पिछले सप्ताह संसद में पारित किया गया था। जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने शहर के केंद्र की ओर मार्च करने का प्रयास किया, कार्यालय के बाहर तैनात पुलिस ने उन्हें रोक दिया और गेट बंद कर दिए, जिससे प्रदर्शन परिसर तक ही सीमित हो गया।
हम वक्फ विधेयक को अस्वीकार करते हैं और “एनसी की चुप्पी आपराधिक है लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शनकारियों ने अधिनियम को निरस्त करने की मांग करते हुए नारे लगाए। पीडीपी नेता मोहम्मद इकबाल ट्रंबू ने कहा कि हम वक्फ (संशोधन) अधिनियम का विरोध कर रहे हैं। हम इस लड़ाई को सडक़ों पर ले जा रहे हैं ताकि सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार को पता चले कि यह अधिनियम मुसलमानों को स्वीकार्य नहीं है और मुसलमानों के खिलाफ है।
महंगाई भौजाई लगती है, तो भाजपा को वोट दीजिए: तेजस्वी
राजद नेता के बयान पर मचा सियासी घमासान
जदयू ने भाजपा नेता चौबे के बयान से किया किनारा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में कुछ ही महीनों में विधान सभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर अभी से ही बयानबाजी और जुबानी हमले होने लगे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज कुछ ऐसा बोला जो आज चर्चा का विषय बन गया है। वहीं पीके व जदयू व भाजपा ने भी सियासी राग शुरू कर दिया है। जहां भाजपा नेता अश्विनी चौबे ने नीतीश कुमार को उपप्रधानमंत्री बनाने की बात कहकर सियासी माहौल गर्मा दिया है हालांकि जदयू ने किनारा कर लिया।
वहीं तेजस्वी यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर महंगाई भौजाई लगती है, तो भाजपा को वोट दीजिए। तेजस्वी यादव ने आज गोपालगंज में भाजपा और नीतीश कुमार दोनों पर जमकर जुबानी हमला किया। उन्होंने जनता से कहा कि अगर महंगाई चाहिए तो भाजपा को वोट दीजिए। अगर बेरोजगारी चाहिए तो भाजपा को वोट दीजिए। अगर पलायन चाहिए तो भाजपा को वोट दीजिए। अगर गरीबी चाहिए तो भाजपा को वोट दीजिए। तेजस्वी यादव ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन सत्ता में आते ही जनता को भूल जाते हैं।
मैं नीतीश या तेजस्वी का चैलेंजर नहीं : पीके
जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर ने कहा कि पार्टी विद अ डिफरेंस का मतलब यह नहीं कि हम जनता से संपर्क ही न करें। अंतर संवाद के कंटेंट में है। हमने दो साल तक पैदल यात्रा की और आज भी गांव-गांव जा रहे हैं। अगर राज्य भर के लोग एक जगह मिलना चाहते हैं, तो क्या यह गलत है? हम ताकत नहीं दिखा रहे। अगस्त-सितंबर में ताकत दिखेगी। यह रैली जन सुराज परिवार की भावना को पूरा करने के लिए है। उन्होंने कहा मैं नीतीश या तेजस्वी का चैलेंजर नहीं हूं, मैं उस व्यवस्था का चैलेंजर हूं, जिसने 35 साल से बिहार को राजनीतिक बंधुआ मजदूर बना रखा है। लोग लालू के डर से नीतीश-बीजेपी को, और नीतीश-बीजेपी के डर से लालू को वोट देते हैं। जन सुराज इस बंधन को तोड़ेगी। अगर पार्टी तय करती है कि मैं चुनाव लड़ूं, तो मैं राघोपुर से भी लड़ सकता हूं।
नीतीश कुमार से जनता को उम्मीद : नीरजकुमार
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने अश्विनी चौबे के बयान से किनारा कर लिया। उन्होंने कहा कि कौन क्या बोलता है, यह उनका विषय नहीं है। नीरज कुमार ने गृह मंत्री अमित शाह के भाषण का जिक्र किया जो उन्होंने पटना में दिया था। उनके मुताबिक अमित शाह ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि 2025 का चुनाव नीतीश कुमार का नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राजनीतिक जोड़ी से विपक्ष राजनीतिक रूप से लकवा ग्रस्त घोषित हो गया है। नीरज कुमार के मुताबिक एनडीए ने 30 सीटों पर लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। उन्होंने कहा कि 174 से ज्यादा सीटों पर हमारी बढ़त है। नीतीश कुमार से जनता को उम्मीद है। जनता उन्हें उम्मीद भरी निगाहों से देखते है।
पूर्व न्यायाधीश काटजू के बयान से टीएमसी नाराज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू अक्सर अपने बयानों और सोशल मीडिया पोस्टों को लेकर विवादों में घिर जाते हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर उनकी हालिया टिप्पणी को लेकर भी बड़ा विवाद हो गया है जिसके चलते उन्हें अपनी सोशल मीडिया पोस्ट को डिलीट करना पड़ा।
हम आपको बता दें कि पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने सोशल मीडिया पर की गयी एक पोस्ट में बंगालियों से ममता बनर्जी के लिए एक अच्छा पति खोजने के लिए कहा था। इस पोस्ट को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने काफी सख्त प्रतिक्रिया दी। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, वह एक थप्पड़ के हकदार हैं। इसके बाद मार्कंडेय काटजू ने फिर से पोस्ट किया और कहा, भारत में मजाक करना खतरनाक है। हम आपको बता दें कि अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर मार्कंडेय काटजू ने ममता बनर्जी पर कटाक्ष करने के लिए कोई खास कारण नहीं बताया। वह पहले भी ममता बनर्जी की आलोचना और उनकी प्रशंसा कर चुके हैं।उधर, सोशल मीडिया पर लोग मार्कंडेय काटजू की टिप्पणी की आलोचना कर रहे हैं। हालांकि काटजू अब अपनी विवादित पोस्ट को डिलीट कर चुके हैं। मगर तृणमूल कांग्रेस समर्थक उनको घेर रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक्स पर लिखा: अगर यह सच में इस व्यक्ति ने कहा है और अगर वह माफी नहीं मांगता और इसे डिलीट नहीं करता, तो चाहे वह किसी भी पद पर हो, अगर मुझे खबर मिलती है कि उसने बंगाल में कदम रखा है, तो मैं आगे बढक़र उसे थप्पड़ मारूंगा।
हम आपको यह भी बता दें कि कुणाल घोष की पोस्ट पर जो तमाम प्रतिक्रियाएं आ रही हैं वह दर्शा रही हैं कि लोगों को कुणाल घोष की टिप्पणी भी पसंद नहीं आई। वैसे काटजू की ममता पर टिप्पणी का स्पष्ट कारण तो सामने नहीं आ पाया है लेकिन माना जा रहा है कि संभवत: पूर्व न्यायाधीश पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के उस बयान से नाखुश होंगे जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में वक्फ (संशोधन) अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि संसद से पारित कानून को लागू करना हर राज्य की जिम्मेदारी है।
यूपी व बिहार के कई जिलों में वज्रपात, 70 लोगों की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश के कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने और ओलावृष्टि की चपेट में आने से सौ से ज्यादा की मौत लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सबसे ज्यादा बिहार व यूपी में नुकसान हुआ है। बिहार में 25 व यूपी में 23 लोगों की मौत हो गई। अन्य राज्यों में अलग-अलग जगहों से लगभग 50 लोगों के मरने की खबरें। इस वर्षा से किसानों को भी बहुत नुकसान हुआ है।
यूपी के सीएम योगी ने मृतकों को चार-चार लाख की सहायता देने की घोषणा की है जबकि बिहार के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी बयान के अनुसार, नालंदा में 18 लोगों की मौत हुई। इसके बाद सीवान में दो, कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर और जहानाबाद में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन घटनाओं में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। बुधवार को बिहार के चार जिलों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 13 लोगों की मौत हो गई थी।
यूपी में 55 जिलों में आंधी-तूफान के साथ बारिश का भी अलर्ट
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को भी कई जिलों में भयंकर आंधी और तूफान आने की संभावना है। इस दौरान बादल गरजेंगे। बारिश की संभावना भी बनी हुई है। इससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। इस समय खेलों में फसल पकी हुई है। बारिश और ओलो के कारण फसल को नुकसान हो सकता है। उत्तर प्रदेश में कई दिनों की भीषण गर्मी के बाद अब लोगों को थाड़ी राहत मिली है और मौसम पूरी तरह बदल गया है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश में मौसम ने करवट बदली है। कई जगहों पर आंधी तूफान और बारिश आने की संभावना है। इस दौरान ठंडक भी महसूस हुई है। राजधानी लखनऊ में भी काले बाद छाए और बारिश भी हुई। मौसम विभाग की मानें तो राज्य में शुक्रवार को भी आंधी तूफान, बादल गरजने, बिजली की चमक के साथ बारिश की संभावना है। इस दौरान 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। शनिवार को भी मौसम ऐसा ही रहने वाला है। सोमवार से मौसम फिर गर्मी भरा हो सकता है।