चंद्रशेखर की बढ़ीं मुश्किलें, रोहिणी ने महिला आयोग में दर्ज कराई शिकायत

आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के नेता और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही हैं...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तर प्रदेश के नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के नेता चंद्रशेखर आजाद पिछले कुछ समय से एक विवाद के केंद्र में हैं……. उनके खिलाफ इंदौर की पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने गंभीर आरोप लगाए हैं……. जिसके बाद यह मामला राष्ट्रीय महिला आयोग तक पहुंच गया है….. रोहिणी ने एनसीडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई और इसकी जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की…… आपको बता दें कि  रोहिणी घावरी और चंद्रशेखर आजाद के बीच विवाद की शुरुआत कुछ साल पहले हुई थी…… रोहिणी ने चंद्रशेखर पर भावनात्मक और मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाए थे…… उनके दावों के अनुसार चंद्रशेखर ने उनके साथ व्यक्तिगत संबंधों का गलत फायदा उठाया……. और उन्हें धोखा दिया……. 9 जून 2025 को रोहिणी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अपनी निजी पीड़ा को सार्वजनिक किया…… जिसमें उन्होंने चंद्रशेखर पर गंभीर सवाल उठाए…….

बता दें कि रोहिणी ने अपने दावों में कहा कि चंद्रशेखर ने उनके साथ रिश्ते की बात छुपाई…… और उन्हें इस्तेमाल करने के बाद छोड़ दिया……. और उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चंद्रशेखर ने शादी का झांसा देकर उनका शारीरिक और भावनात्मक शोषण किया…….. .वहीं इन आरोपों ने न केवल चंद्रशेखर की छवि को धूमिल किया…… बल्कि उनके राजनीतिक करियर पर भी सवाल उठाए……

वहीं चंद्रशेखर आजाद ने शुरू में इन आरोपों पर अधिक बोलने से बचते नजर आए…… लेकिन 14 जून 2025 को उन्होंने एक बयान में कहा कि यह एक महिला के सम्मान से जुड़ा मामला है…….. मेरे परिवार ने मुझे हमेशा महिला सम्मान के संस्कार दिए हैं……. मुझे पता चला है कि रोहिणी कोर्ट जा रही हैं…….. इसलिए मैं अपनी बात कोर्ट में ही रखूंगा…….. इस बयान से साफ था कि चंद्रशेखर इस मामले को कानूनी दायरे में ले जाना चाहते थे…….. और सार्वजनिक रूप से ज्यादा बहस से बचना चाहते थे…….

इसके बाद जब पत्रकारों ने उनसे बार-बार इस मुद्दे पर सवाल किए……… तो उन्होंने इसे फालतू सवाल कहकर टाल दिया……. और फिर से यही दोहराया कि वह कोर्ट में अपनी सफाई देंगे…….. चंद्रशेखर के इस रुख ने उनके समर्थकों को यह भरोसा दिलाया कि वह इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं……… लेकिन उनके आलोचकों ने इसे उनकी चुप्पी……. और जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करार दिया……

आपको बता दें कि 23 जून 2025 को रोहिणी घावरी ने राष्ट्रीय महिला आयोग में चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई……… इस शिकायत की पुष्टि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की………. जहां उन्होंने एनसीडब्ल्यू से मिली रसीद की तस्वीर साझा की…….. अपने पोस्ट में रोहिणी ने लिखा कि आज से कानूनी लड़ाई की शुरुआत हो चुकी…… सच सामने आकर रहेगा…… मैं अपने स्वाभिमान सम्मान के लिए लड़ूँगी पीछे नहीं हटूँगी…… सत्य मेव जयते……

हालांकि रोहिणी ने अपनी इस पोस्ट में यह स्पष्ट नहीं किया कि उन्होंने एनसीडब्ल्यू में चंद्रशेखर के खिलाफ कौन से गंभीर आरोप लगाए हैं…… इससे पहले उनके द्वारा लगाए गए आरोपों को देखते हुए माना जा रहा है कि शिकायत में भावनात्मक, मानसिक, और संभवतः शारीरिक शोषण से संबंधित दावे शामिल हो सकते हैं…….. एनसीडब्ल्यू ने अभी तक इस शिकायत पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है……. और न ही यह स्पष्ट है कि इस मामले में अगली कार्रवाई क्या होगी……

बता दें कि 22 जून 2025 को चंद्रशेखर आजाद जब उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक कार्यक्रम के लिए पहुंचे…….. तो वहां उनका जोरदार विरोध हुआ…….. बस्ती के सर्किट हाउस में लगभग 10 महिलाओं के एक समूह ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया……. इन महिलाओं ने रोहिणी घावरी की तस्वीर वाली तख्तियां हाथ में ली थीं…….. जिन पर चंद्रशेखर के खिलाफ नारेबाजी के नारे लिखे थे……… कुछ तख्तियों पर रेप आरोपी जैसे गंभीर शब्द भी लिखे थे……. जो इस मामले की संवेदनशीलता को दिखाते हैं…….

वहीं प्रदर्शनकारियों ने चंद्रशेखर को जेल भेजो जैसे नारे लगाए…… जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया…….. यह प्रदर्शन करीब 30 मिनट तक चला…… इस दौरान चंद्रशेखर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे…….. और उन्होंने इस विरोध को नजरअंदाज करने की कोशिश की……. जब पत्रकारों ने उनसे इस घटना…… और रोहिणी के आरोपों पर सवाल किए…….. तो उन्होंने फिर से यही कहा कि वह कोर्ट में अपनी बात रखेंगे…….

बता दें कि यह मामला न केवल चंद्रशेखर आजाद की व्यक्तिगत छवि के लिए चुनौती बन गया है……. बल्कि इसके सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव भी सामने आ रहे हैं…… चंद्रशेखर आजाद भीम आर्मी के संस्थापक……. और दलित समुदाय के एक प्रमुख नेता के रूप में जाने जाते हैं….. उन्होंने हमेशा सामाजिक न्याय और समानता की वकालत की है…….. उनके समर्थकों का मानना है कि यह विवाद उनकी छवि को धूमिल करने की साजिश हो सकता है……

वहीं रोहिणी घावरी ने अपने दावों में यह भी कहा है कि यह मामला जातिगत रंग ले रहा है…….. 15 जून 2025 को एक एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा कि अगर वह रोहिणी जाटव होतीं…….. तो उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणियां और चरित्र हनन नहीं होता…… और उन्होंने यह भी दावा किया कि वाल्मीकि समाज उनके साथ पूरी तरह खड़ा है……. इस बयान ने इस मामले को जातीय संदर्भ में और चुनौती पूर्ण बना दिया……

इसके अलावा उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने 17 जून 2025 को झांसी दौरे के दौरान इस मामले पर टिप्पणी की…… और उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर पर लगे आरोप गंभीर हैं……. और अगर ये सही पाए गए तो कड़ी कार्रवाई होगी…….

आपको बता दें कि रोहिणी घावरी के आरोपों पर कुछ लोगों ने सवाल भी उठाए हैं…….. भीम आर्मी के उपाध्यक्ष विनोद यादव ने 17 जून 2025 को एक बयान में कहा कि रोहिणी के आरोप निराधार हैं……. और उन्होंने दावा किया कि यह मामला चंद्रशेखर की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है…….. वहीं इन दावों और जवाबी दावों के बीच सच्चाई अभी सामने नहीं आई है……. दोनों पक्षों ने इस मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कही है……. जिससे उम्मीद है कि कानूनी प्रक्रिया के जरिए इस विवाद का हल निकलेगा……

रोहिणी घावरी ने एनसीडब्ल्यू में शिकायत दर्ज करने के बाद यह संकेत दिया है कि वह इस मामले को कानूनी रूप से पूरी ताकत से लड़ेंगी……. उनकी सोशल मीडिया पोस्ट में सत्य मेव जयते का जिक्र इस बात को बताता है कि वह अपने दावों पर अडिग हैं…… दूसरी ओर  चंद्रशेखर आजाद ने भी बार-बार कहा है कि वह कोर्ट में अपनी बात रखेंगे……

जिसको लेकर कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि इस मामले में दोनों पक्षों के पास ठोस सबूत होने जरूरी हैं……. अगर रोहिणी के आरोप साबित हो जाते हैं…….. तो चंद्रशेखर को गंभीर कानूनी और राजनीतिक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं……. वहीं अगर ये आरोप निराधार साबित हुए…… तो रोहिणी की विश्वसनीयता पर सवाल उठ सकते हैं……

 

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