इन हनुमान मंदिरों में स्वयं प्रकट हुए बजरंगबली

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वैशाख के बाद हिंदू नववर्ष का तीसरा महीना ज्येष्ठ मास शुरू होता है। मंगलवार का दिन बजरंगबली को समर्पित है लेकिन ज्येष्ठ के महीने में आने वाला हर मंगलवार हनुमान जी की पूजा के लिए पुण्यकारी बताया गया है। इन्हें बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल के नाम से भी जाना जाता है। बड़ा मंगल से हनुमान जी और श्रीराम से गहरा नाता है। इस दिन को हनुमान भगवान की पूजा के लिए सबसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है? इन दिनों बजरंगबली की विशेष पूजा होती है। आप अपने निकटतम हनुमान मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना कर सकते हैं। इस मौके पर हनुमान मंदिरों के दर्शन का भी महत्व है। हनुमान जी के अधिकांश मंदिर भारत भर में स्थित हैं, लेकिन कुछ प्रमुख मंदिरों में यह उत्सव विशेष रूप से मनाया जाता है, जैसे कि अयोध्या का हनुमान गढ़ी, जोधपुर का हनुमान मंदिर, दिल्ली के रामपुरी का श्री हनुमान मंदिर, राजस्थान का बालाजी मंदिर आदि। कुछ हनुमान मंदिर काफी प्राचीन है और उन्हें लेकर मान्यता है कि यहां बजरंगबली स्वयं ही प्रकट हुए। इन मंदिरों में आज भी हनुमान जी के होने की मान्यता है। कहते हैं कि इन प्राचीन और चमत्कारी स्वयंभू हनुमान मंदिरों में दर्शन से बजरंगबली अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं।

हनुमानगढ़ी, अयोध्या

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में प्रभु राम का जन्म हुआ था। 14 वर्ष के वनवास के बाद जब भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ वापस अयोध्या गए तो हनुमान जी को भी साथ ले गए। कहते हैं कि हनुमानजी अयोध्या की रक्षा स्वयं यहां वास करके करते हैं। इस मंदिर की स्थापना करीब 300 साल पहले स्वामी अभयारामदास ने की थी। रामलला के दर्शन के लिए जाने वाले भक्तों की तीर्थ तब तक सम्पन्न नहीं होता, जब तक वह हनुमानगढ़ी के दर्शन नहीं करते।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर

राजस्थान के दौसा जिले में मेहंदीपुर नाम की जगह है, जो कि दो पहाडिय़ों के बीच बसा है। मेहंदीपुर में बालाजी का प्राचीन और चमत्कारी मंदिर स्थित है। मान्यता है कि यहां चट्टान पर स्वयंभू हनुमान जी की आकृति उभर आई थी। इस मंदिर का इतिहास करीब एक हजार साल पुराना है। बालाजी में देश के कोने कोने से भक्त अपनी परेशानी लेकर आते हैं और बालाजी महाराज उनके कष्टों का हरण करते हैं। यहां भैरव बाबा, प्रेतराज सरकार और कोतवाल कप्तान की पूजा भी होती है। इसके अलावा राजस्थान के ही चूरू जिले के सालासर गांव में हनुमान जी प्राचीन मंदिर है, जहां बजरंगबली की प्रतिमा स्वयंभू प्रकट हुई थी।
एक किसान को खेती के दौरान प्रतिमा मिली, जिसे बाद में सोने के सिंहासन पर स्थापित किया गया। यह पहला ऐसा मंदिर है, जहां हनुमान जी की दाढ़ी व मूंछ है।

दिल्ली का हनुमान मंदिर

मूवी या सीरियल में दिल्ली के किसी हिस्से को दिखाने के लिए हनुमानजी की एक विशाल प्रतिमा जरूर दिखाई जाती है। दरअसल, यह प्रतिमा करोल बाग के हनुमान मंदिर की है। यूं तो देश में राम भक्त हनुमान की लाखों मूर्ति और लाखों मंदिर हैं, लेकिन करोल बाग में स्थित हनुमान मंदिर देश के सबसे मशहूर हनुमान मंदिरों में से एक है। मंदिर को संकट मोचन हनुमान धाम के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर अपनी 108 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इसमें हनुमान जी सीना चीरकर राम लक्ष्मण और देवी सीता के दर्शन कराते हुए दिख रहे हैं। हनुमान मंदिर करोल बाग मेट्रो स्टेशन और झंडेवाला मेट्रो स्टेशन के बीच में पड़ता है।

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