बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले राजद नेताओं के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी, मचा सियासी घमासान
जमीन के बदले नौकरी घोटाले में जांच एजेंसी ने की कार्रवाई
- गुरुग्राम में तेजस्वी के कथित निर्माणाधीन मॉल पर भी पहुंची टीम
- राजद ने कहा, यह जांच एजेंसी नहीं भाजपा की है छापेमारी
- आज विधान सभा में नयी महागठबंधन सरकार को साबित करना था बहुमत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में महागठबंधन की नयी नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले आज सीबीआई की टीम ने राजद के कई नेताओं के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। जांच एजेंसी ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले में यह कार्रवाई की। इस दौरान राजद नेताओं के आवास पर सीआरपीएफ को तैनात किया गया है। वहीं फ्लोर टेस्ट के दिन हुई इस छापेमारी से बिहार में सियासी पारा चढ़ गया है। राजद ने इस मामले पर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए इसे जांच एजेंसी की नहीं बल्कि भाजपा की छापेमारी करार दिया है।
जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में सीबीआई ने चार राजद नेताओं के आवास समेत 25 ठिकानों पर छापेमारी की। सबसे पहले सीबीआई टीम आज सुबह राजद सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद के अलावा एमएलसी सुनील सिंह और पूर्व एमएलसी सुबोध राय के आवास पर पहुंची। सुनील सिंह राजद के कोषाध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य हैं। सुनील सिंह को लालू प्रसाद यादव के करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है और वे तेजस्वी यादव के भी भरोसेमंद माने जाते हैं। जानकारी के मुताबिक बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की संपत्तियों की जांच के लिए उनसे जुड़े ठिकानों पर भी सीबीआई की टीम पहुंची है। इसके तहत गुरुग्राम के सेक्टर-71 स्थित अर्बन क्यूब्स मॉल में भी सीबीआई की टीम पहुंची है। मॉल अभी निर्माणाधीन है। कथित तौर पर मॉल में तेजस्वी यादव की हिस्सेदारी बतायी जा रही है। अर्बन क्यूब सेक्टर-71 मॉल का निर्माण व्हाइट लैंड कार्पोरेशन लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है।
इस मामले में सीबीआई ने तीसरी बार छापेमारी की है। इससे पहले राजद के पूर्व विधायक और लालू यादव के ओएसडी रहे भोला यादव को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। वहीं सीबीआई के छापे को एमएलसी सुनील सिंह ने राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि यह जानबूझकर किया जा रहा है। इसका कोई मतलब नहीं है। वे यह सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि डर के मारे विधायक उनके पक्ष में आएंगे। दरअसल, ये मामला साल 2004-2009 के रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़ा है। आरोप है कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे तब उस समय जमीन के बदले नौकरी देने के लिए कहा जाता था। चूंकि, पैसे लेने में रिस्क था इसलिए नौकरी के बदले जमीन ही ली जाती थी। वहीं इस तरह के अवैध काम को अंजाम देने के लिए लालू के उस समय के ओएसडी भोला यादव को ही यह जिम्मेदारी दी गई थी।
भाजपा किसी को फंसाती नहीं: संजय जायसवाल
सीबीआई छापों पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि भाजपा किसी को फंसाती नहीं है। डेढ़ साल पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद शिकायत की थी कि बिस्कोमान से करोड़ों रुपये पकड़े गए हैं। हो सकता है कि यह (छापे) उसी का हिस्सा हों।
जिसे जो करना है करे, हम सदन के अंदर इसका जवाब देंगे।
तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम
सीबीआई नहीं, यह भाजपा की छापेमारी: मनोज झा
राजद के राज्य सभा सांसद मनोज झा ने कहा कि यह ईडी, आईटी या सीबीआई की छापेमारी नहीं बल्कि यह भाजपा की छापेमारी है क्योंकि ये एजेंसियां अब भाजपा के अधीन काम करती हैं। केंद्रीय एजेंसियां अब भाजपा की स्क्रिप्ट पर काम कर रही हैं। बिहार में आज फ्लोर टेस्ट है और यहां क्या हो रहा है? इसका अंदाजा हो गया है। हमारे डिप्टी सीएम ने कल ही बैठक में कहा था कि भाजपा अब इस स्तर पर पहुंचेगी। 24 घंटे भी नहीं लगे और वे इतना नीचे गिर गए। नाराजगी इस बात की है कि उनके हिसाब से सरकार नहीं चली? जनकल्याण के लिए गठबंधन को बदल दिया गया।
स्पीकर विजय सिन्हा ने दिया इस्तीफा, नीतीश ने की कैबिनेट बैठक
बिहार में महागठबंधन की नई सरकार आज विधानमंडल के विशेष सत्र के दौरान विधान सभा में विश्वास मत हासिल करेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की इस गठबंधन सरकार को 164 विधायकों का समर्थन प्राप्त है जबकि विपक्ष के पास भाजपा के केवल 76 विधायक हैं। इसके पहले विधान सभा के सत्र के दौरान स्पीकर विजय सिन्हा ने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने कार्यकारी स्पीकर का पदभार संभाला है। महागठबंधन की सरकार में राजद के अवध बिहारी चौधरी को नया स्पीकर बनाया जा सकता है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक की। खबर लिखे जाने तक विधान सभा में फ्लोर टेस्ट की कार्यवाही जारी थी।
विधान सभा के बाहर प्रदर्शन
सत्र शुरू होने के पहले ही विधान सभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर भाजपा विधायकों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
हेमंत सोरेन के करीबी के घर पर ईडी की रेड
झारखंड के खनन घोटाले को लेकर ईडी सक्रिय है। केंद्रीय एजेंसी ने सीएम हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि और विधायक पंकज मिश्रा से पूछताछ के बाद छापेमारी की है। झारखंड की राजधानी रांची समेत कई ठिकानों पर ईडी ने एक साथ छापेमारी की है। ईडी ने प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। इनके यहां से दो एके 47 राइफल मिली हैं।