03 बजे तक की बड़ी खबरें

1 महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना UBT के बीच सियासी तकरार बढ़ती जा रही है। वहीं इसी बीच शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे का अखबार सामना ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा महाराष्ट्र में हिंदू सम्राट बालासाहेब पर दिए गए बयान को लेकर उन पर हमला बोला है.सामना ने अपने संपादकीय में कहा, “अमित शाह भ्रम में न रहें. आज बालासाहेब ठाकरे जिंदा होते तो पीएम मोदी से बात कर शाह का इस्तीफा मांग लेते. इतना ही नहीं, सामना ने दावा किया है कि अमित शाह देश के अब तक के सबसे कमजोर गृह मंत्री हैं. उनके कार्यकाल में भारत में सुरक्षा और कानून व्यवस्था पहले से ज्यादा खराब हुई है.”
2 कर्नाटक में नेताओं के एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला जारी है। वहीं इसी बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कर्नाटक के मंत्री एमबी पाटिल ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के हालिया बयान पर टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने एचएएल के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) और हल्के लड़ाकू विमान का उत्पादन कर्नाटक से आंध्र प्रदेश में स्थानांतरित करने की वकालत की थी।
3 राजद नेता तेजस्वी यादव के पुत्र का नाम इराज लालू यादव रखा गया है। दादा लालू प्रसाद ने यह नाम दिया है जो संस्कृत से लिया गया है और हनुमान जी का भी एक नाम है। इस नाम के माध्यम से लालू परिवार ने उत्तराधिकार का संदेश देने का प्रयास किया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुस्लिम मतदाताओं को साधने की रणनीति भी हो सकती है।
4 कांग्रेस नेता उदित राज ने न्यायपालिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में भीषण भ्रष्टाचार व्याप्त है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, आप प्रशांत भूषण का ही मामला ले लीजिए। छह बड़े मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने अडानी के पक्ष में फैसला सुनाया। उन्होंने आगे कहा कि कॉरपोरेट घरानों और अमीरों से जुड़े मुकदमे चंद दिनों, यहाँ तक कि घंटों में निपटा दिए जाते हैं, जबकि आम जनता के मुकदमों का फैसला आने में पीढ़ियां बीत जाती हैं।
5 बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह को यौन उत्पीड़न के एक मामले में राहत मिली है. जिसे लेकर लोगों की लगातार प्रतिक्रिया सामने आ रही है। वहीं इसी बीच कांग्रेस नेता बजरंग पूनिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बृजभूषण सिंह पॉक्सो एक्ट में बरी होने के बाद रोड शो कर रहा है और अपनी जीत दिखा रहा है, जबकि अभी 6 महिला पहलवानों के केस कोर्ट में चल रहे हैं.
6 बीजेपी नेता प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि हमारे संविधान में एक स्पष्ट व्यवस्था है, और देश के हर अंग के लिए जवाबदेही तय होना बेहद जरूरी है। न्यायपालिका की जवाबदेही भी उतनी ही अहम है, क्योंकि भारतीय न्याय व्यवस्था पूरी दुनिया में अपनी साख के लिए जानी जाती है। देश का हर नागरिक न्याय की उम्मीद करता है। ऐसे में अगर न्याय में भ्रष्टाचार की आशंका होती है, तो यह जनता की आस्था पर सीधा प्रहार होगा। कानून सभी पर समान रूप से लागू होता है, और यही हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है।
7 पनामा सिटी में बोलते हुए, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने हमलों के दौरान पीड़ितों की चीखों का हवाला देते हुए आतंकवाद के भावनात्मक प्रभावों को याद किया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवादी हिंसा से विधवा हुई 26 महिलाओं को सम्मानित करने के लिए एक शक्तिशाली प्रतिक्रिया के रूप में शुरू किया गया था, उन्होंने घोषणा की कि उनके सिंदूर का लाल अब अपराधियों के खून से मेल खाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री के इस रुख को रेखांकित किया कि ऐसी कार्रवाई प्रतीकात्मक और आवश्यक दोनों थी।
8 कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने बीजेपी पर जुबानी करते हुए निशिकांत दुबे इतने बेशर्म हो गए हैं कि मोदी सरकार की कायरता छिपाने के लिए इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। रोनाल्ड रीगन और राजीव गांधी उन्हें याद हैं, पर ये भूल गए कि 9-10 तारीख को हमारी सेना पाकिस्तान के एयरबेस तबाह कर चुकी थी — फिर पीओके क्यों नहीं लिया? गया इसका जवाब उनके पास नहीं है, क्योंकि यही राजनीतिक कायरता है।
9 कन्नड़ पर अभिनेता कमल हासन के कथित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए डीएमके प्रवक्ता टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि हो सकता है कि उन्होंने कुछ ऐतिहासिक तथ्य पढ़े और उद्धृत किए हों। यह कमल हासन का विचार नहीं है। टीकेएस एलंगोवन ने कहा, ‘जब भाजपा किसी मुद्दे में उतरती है, तो वे सभी बकवास करते हैं… कमल हासन ने कुछ ऐतिहासिक तथ्य पढ़े और उद्धृत किए होंगे। यह उनका निष्कर्ष नहीं है। इसका मतलब यह नहीं है कि वह कन्नड़ का अपमान कर रहे हैं.
10 राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साले सुभाष प्रसाद यादव ने भतीजे तेज प्रताप यादव के सोशल मीडिया पोस्ट पर उनके एक महिला के साथ 12 साल पुराने संबंध होने का दावा करने पर भतीजे का समर्थन किया और कहा कि लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार जल्दबाजी में उन्हें परिवार और पार्टी से निकालकर गलती कर रहा है। मुझे लगता है कि यह आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए किया गया है…”



