किसानों से छल कर रही भाजपा : कमलनाथ
- पूर्व सीएम ने सरकार पर वादा खिलाफी का लगाया आरोप
- फसलों की बढ़ी एमएसपी पर सियासत शुरू
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। केंद्रीय कैबिनेट ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खरीफ की 14 फसलों पर एमएसपी को मंजूरी दी गई है। इसे लेकर मध्य प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। जहां मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है।
साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा कि इस इस धोखेबाजी के पीछे का क्या कारण है? कमलनाथ ने अपने एक्स पोस्ट पर लिखा, भाजपा सरकार का किसानों से छल जारी है। केंद्र सरकार ने धान के लिए जो नया एमएसपी जारी किया है वह 2300 रुपया प्रति क्विंटल है। जबकि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने किसानों को 3100 रुपया प्रति क्विंटल एमएसपी देने का वादा किया था। उधर भाजपा ने कमलनाथ की बातों को खारिज किया। उसने कहा हार के बाद कांग्रेस हताश हो गई है। अब वह ऐसे हीअनाप-शनाप आरोप लगाएगी।
भाजपा के वादे से 800 रुपए प्रति क्विंटल कम एमएसपी
कमलनाथ ने कहा है कि यह नया एमएसपी किसानों को भाजपा के वादे से 800 रुपए प्रति क्विंटल कम एमएसपी दे रहा है। यह हाल तब है जब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देश के कृषि मंत्री और मोहन यादव मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगे लिखा कि मध्य प्रदेश के किसान भाइयों को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी झूठे वादों की राजनीति करती है। किसानों ने 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान के वादे पर वोट डाला और आज उन्हें 800 रुपया प्रति क्विंटल कम दिया जा रहा है। मैं मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री से मांग करता हूं कि वे जनता के सामने आकर स्पष्ट करें कि आखिर इस धोखेबाज़ी के पीछे क्या कारण है? कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ इस धोखेबाजी को बर्दाश्त नहीं करेगी, अगर जल्द से जल्द किसानों को वादे के मुताबिक एमएसपी नहीं दिया गया तो कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर इसके लिए संघर्ष करेगी। उधर भोपाल में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम में श्रीअन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा इन योजनाओं से लोग निरोग रहेंगे और राज्य के विकास में योगदा करेंगे।