प्रशासन को भ्रष्ट बना रही बीजेपी: अखिलेश
- कहा- किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध
- मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि देने गाजीपुर जाएंगे सपा मुखिया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पन्ना/भोपाल। मध्य प्रदेश के खजुराहो से इंडिया गठबंधन की तरफ से सपा की उम्मीदवार मीरा यादव का नामांकन पत्र खारिज हो गया है। अपने प्रत्यायाीका नामांकन रद होने पर सपा प्रमुख व पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमककर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सरेआम लोकतंत्र की हत्या कर रही है। इंडिया गठबंधन को करारा झटका लगा है। कांग्रेस ने प्रदेश की 29 में से एक खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी थी। यहां से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मीरा दीपनारायण यादव का नामांकन निरस्त हो गया है।
कलेक्टर ने इसकी दो वजह बताई है। नामांकन फॉर्म पर प्रत्याशी के दो जगह हस्ताक्षर होते हैं, जिसमें से एक जगह मीरा यादव ने हस्ताक्षर नहीं किए थे। मतदाता पहचान पत्र की सत्यापित प्रति की जगह पुरानी प्रति दे दी गई थी। मीरा यादव के पति दीपनारायण यादव ने कहा है कि हम इस फैसले को हाईकोर्ट में और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त के पास भी जाएंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटनाक्रम को लोकतंत्र की सरेआम हत्या बताया है। मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूदा सांसद और उम्मीदवार हैं। उनकी राह अब आसान हो गई है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखनेवाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों। ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साजिश रचते होंगे। भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है समस्त प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी है। इस घटना की भी न्यायिक जांच हो, किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सात अप्रैल को गाजीपुर जाएंगे। वे दिवंगत माफिया मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि देने मोहम्मदाबाद स्थित उनके घर जाएंगे। यहां बता दें कि मुख्तार अंसारी के भाई व बसपा के सांसद अफजाल अंसारी को सपा ने गाजीपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले सपा नेता धर्मेंद्र यादव भी मुख्तार अंसारी के परिजनों को सांत्वना देने मोहम्मदाबाद गए थे। अब अखिलेश यादव 7 अप्रैल को मुख्तार अंसारी के गाजीपुर स्थित घर जाकर उसके परिजनों को सांत्वना देंगे। मुख्तार की मौत पर अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए सिर्फ इस तरह की घटनाओं की सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की निगरानी में जांच की मांग की थी।
मुझे सुधार का मौका नहीं दिया : मीरा
मीरा के पति दीपनारायण यादव ने कहा कि गुरुवार को तो अधिकारियों ने वेरिफाई किया था। नियमावली में साफ नियम है कि कुछ कमी है तो निर्वाचन अधिकारी उसमें सुधार के लिए कहता है। गुरुवार को अधिकारियों ने नामांकन को ओके किया था। अब उसमें दो कमियां बताई जा रही हैं। दो जगह प्रत्याशी के दस्तखत होते हैं। एक जगह तो है और दूसरी जगह नहीं है। मतदाता परिचय पत्र की पुरानी सर्टिफाइड कॉपी दी है। उसकी वजह यह है कि हमने दो अप्रैल को आवेदन दिया था। तीन अप्रैल को कॉपी नहीं मिल पाई। हमारे पास जो सर्टिफाइड कॉपी उपलब्ध थी, वह हमने लगा दी। अगर आपको खराब दिख रही थी, पुरानी दिख रही थी तो हमें कहा जाता। हम वह भी उपलब्ध करा देते। हम तीन बजे के पहले सामने थे। कलेक्टर ने मुझसे कहा कि नामांकन निरस्त कर दिया है। हमने कहा कि अभी समय है। तीन बजने में वक्त है। यदि कोई कमी है तो हम उसे ठीक कर देंगे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों को लग रहा था कि कमी है तो वह हमें बता सकते थे। हम उसे ठीक कर देते। हम इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पास जाएंगे।