नैतिकता और अनैतिकता में भेद नहीं कर पा रही बीजेपी : अखिलेश यादव
- बोले- सिर चढक़र बोल रहा सत्ता का अहंकार
- भाजपा सब जगह हार रही है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर फिर जोरदार प्रहार किया है। सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा नेताओं का अहंकार उनके सिर चढक़र बोल रहा है। भाजपाई सत्ता के मद में नैतिकता और अनैतिकता में भेद नहीं कर पा रहे हैं। भाजपा का लोकतंत्र, संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था में भरोसा नहीं है। वह समाज में भेदभाव करती है और नफरत फैलाती है।
विपक्ष को अपमानित कर देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रदूषित करती है। चुनाव में हार के डर से पूरी भाजपा में बौखलाहट है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर शीर्ष नेता तक भाषा की मर्यादा को भूल गए हैं। विरोधी दलों और नेताओं पर झूठे आरोप लगाना उनका स्वभाव है। भाजपा का उद्देश्य महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से ध्यान हटाकर जनता को भ्रमित करना है। दस साल में भाजपा सरकार ने जनता की समस्याओं पर कोई काम नहीं किया। पूरे देश में भाजपा के खिलाफ भारी अंसतोष है। जनता भाजपा के खिलाफ सपा और इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान को तैयार है। भाजपा सब जगह हार रही है। तमाम संगठन भाजपा को हराने और सत्ता से हटाने का संकल्प ले रहे है। इसीलिए भाजपा के नेता समाज को बांटने और नफरत फैलाने के एजेंडे पर आ गए हैं। भाजपा के पास जनता को बताने के लिए कोई काम नहीं है।
विपक्ष का बड़ी रैलियों के बजाय छोटी-छोटी सभाओं पर जोर
उत्तर प्रदेश में विपक्षी गठबंधन बड़ी रैलियों के बजाय लोकसभा क्षेत्र के स्तर पर छोटी-छोटी सभाएं करने पर जोर रहेगा। हर चरण के चुनाव में एक-दो ही बड़ी रैलियां करने की योजना तैयार की जा रही है। पहले चरण के लिए मतदान 19 अप्रैल को होना है लेकिन अभी तक सपा और कांग्रेस ने अलग-अलग या संयुक्त रूप से एक भी रैली नहीं की है। सपा के एक नेता नाम न छापने के अनुरोध के साथ बताते हैं कि इस बार पार्टी मतदान से पहले बड़े पैमाने पर अपनी ताकत का प्रदर्शन करना नहीं चाहती है। इसके पीछे की वजह यह है कि अपने मजबूत गढ़ों में भाजपा को सक्रियता बढ़ाने के लिए न उकसाया जाए। जिस क्षेत्र में जो भी उनकी मजबूत पॉकेट हैं, वे नहीं चाहते कि भाजपा उनमें सेंध लगाने में जुट जाए। इंडिया गठबंधन में शामिल दलों की रणनीति यह है कि उनके बेस वोट में जो भी अन्य मतदाता प्लस हो सकते हैं, उन पर बिना किसी शोर-शराबे के फोकस किया जाए।