चुनाव में प्रियंका गांधी से घबराई भाजपा, कांग्रेस के प्लान से मोदी-शाह हुए परेशान !

4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। जनता के बीच पहुंच कर अपनी योजनाओं को लोगों तक पहुंचा रहे हैं। वोटरों को साधने के लिए राजनेता तरह-तरह के वादों की झड़ी लगा रहे हैं अब भले ही राजस्थान में इन दिनों भाजपा की सरकार हो। लेकिन लोकसभा चुनाव में भजपा को भी चुनावी प्रचार के लिए जमकर मेहनत करनी पड़ रही है। आलम ये है कि राज्य में सरकार होने के बावजूद भी भाजपा को भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि भाजपा के बड़े बड़े दिग्गज नेताओं की रैलियों में भी भीड़ देखने को नहीं मिल रही है। पीएम मोदी खुद चुनावी मौसम को मद्देनजर रखते हुए रोड शो कर चुके हैं लेकिन उसका भी कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है।

वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल कांग्रेस है जो की सरकार में न होते हुए भी अपने सभी पुराने डैमेज को कण्ट्रोल करने में लगा हुई है. जिससे की प्रदेश में इस बार कांग्रेस की ज्यादा से ज्यादा सीटें जीती जा सकें और देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने में राज्य अपना अहम योगदान दे सके। वहीं कांग्रेस के बड़े नेताओं की बात करें तो इस बार राजस्थान में चुनावी प्रचार के लिए जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को दे रखी है। यहां तक कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी ज्यादा जनसभाएं प्रियंका गांधी की हैं।

लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए जिस तरह से कांग्रेस पार्टी के नेता राजस्थान में सक्रिय हैं इससे एक बात तो तय है कि इस बार चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है। आपको बता दें कि राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव दो चरणों में होगा. पहले चरण में 12 सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान कराये जायेंगे. वहीं दूसरे चरण की बात करें तो इसमें 13 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. आपको बता दें कि कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने जनसभाओं सभाएं की हैं. लेकिन इनसभ में अधिक दिलचस्प बात यह है कि सबसे अधिक सभाएं प्रियंका गांधी की रही हैं. अलवर, दौसा, जालोर और जयपुर जैसे जिलों में उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित किया.

राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने सिर्फ एक या दो सभाएं की हैं. प्रियंका गांधी लगातार सभाएं कर रही हैं. विधानसभा चुनाव के दौरान भी प्रियंका गांधी ने राजस्थान में मोर्चा संभाला था. बड़ी संख्या में रैली और रोड शो किया.ऐसे में कांग्रेस का मानना है कि प्रियंका के आने से राजस्थान में राजनीतिक तौर पर लाभ मिलता है. प्रियंका की बात पर युवा और महिलाएं ज्यादा ध्यान देती हैं। दरअसल उन्होंने अभी हाल ही में एक जनसभा को संबोधित किया साथ ही इस बार के चुनाव को लेकर कई अहम बातें की। वहीं प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “राजस्थान की जनता का सड़क पर सैलाब बनकर उमड़ना आने वाले परिवर्तन का संकेत है. राजस्थान ने कांग्रेस को भारी बहुमत से जिताकर इंडिया गठबंधन की सरकार बनाने का फैसला कर लिया है. इस बार युवाओं, महिलाओं, किसानों, दलितों, आदिवासियों की सरकार बनेगी.” अलवर के बाद दौसा में प्रियंका गांधी की सभा है. लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में भी प्रियंका गांधी को बुलाया जाएगा.

आपको बता दें कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने स्टार प्रचारक बनाया है. और राजस्थान में चुनावी प्रचार के लिए प्रियंका गांधी एक अहम भूमिका निभा रही हैं। लेकिन जिस तरह से इस बार चुनावी कमान प्रियंका गांधी ने संभाली है इससे एक बात तो तय है कि भाजपा में खलबली मची हुई है। वहीं इस बार के चुनाव में जिस तरह से भाजपा नेताओं का विरोध हो रहा है इससे एक बात तो साफ़ है कि इस बार लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की राहें आसान नहीं होने वाली क्योंकि न सिर्फ कांग्रेस के बड़े नेता बल्कि राजस्थान के नेताओं ने भी चुनावी प्रचार-प्रसार तेज कर दिया है। फिर चाहे वो राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट। सभी राजनेता इन दिनों कांग्रेस को मजबूत बानने में लगे हुए हैं। अब देखना ये होगा कि किस तरह से इस बार कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में उभर कर सामने आती है। अब इस बार के चुनाव में किसे कितनी सीटें मिलेंगी ये तो खैर आने वाले चुनावी नतीजों से ही पता चलेगा।

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