लोकसभा क्षेत्रों में 125 बूथ मजबूत करेगी भाजपा
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में बनी रणनीति
लखनऊ। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 75 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा और भाजपा ने इस लक्ष्य के संधान के लिए रणनीति भी बना ली। बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने सदस्यों से रोडमैप साझा किया। तय हुआ है कि लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा कमजोर बूथों को चिन्हित कर उनके सशक्तीकरण का अभियान चलाएगी। हर लोकसभा क्षेत्र में 125 बूथों को मजबूत किया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर 80 से 100 कार्यकर्ताओं की टोली बनाई जाएगी। भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के एक सत्र में सुनील बंसल ने आगामी कायक्रमों-अभियानों की रूपरेखा और चुनावी रणनीति बताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिन बूथों पर पार्टी की स्थिति कमजोर है, वहां इस दिशा में काम करना है कि पार्टी कैसे मजबूत हो। सभी 80 लोकसभा सीटों और 403 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के कमजोर बूथों पर सशक्तीकरण का महाअभियान चलाया जाएगा। इसके तहत सांसदों को 100 और विधायकों को 25 बूथ आवंटित किए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश, क्षेत्र, जिला और विधानसभा स्तर पर टोली बनाई जाएगी। जिला स्तर पर इस अभियान में कुल 80 से 100 कार्यकर्ताओं की टोली रहेगी। रिपोर्ट टू नेशन अभियान के तहत एक जून को मुख्यमंत्री योगी, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में मोदी सरकार की आठ वर्ष की उपलब्धियों के बारे बताएंगे, जबकि 2 और 3 जून को जिलों में सांसद, जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी, मंत्री और विधायक आठ वर्ष के शासन की उपलब्धियों की पुस्तिका का विमोचन करेंगे।
भाजपा से जोड़ने का चलाया जाएगा अभियान : बंसल
प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने बताया कि 15 से 30 जून के बीच सांसदों और विधायकों को एक लोकसभा क्षेत्र में कुल 125 बूथों पर जाकर लोगों से संपर्क करना है। जुलाई में दोबारा फिर से इन्हीं बूथों पर संपर्क के लिए जाना है। साथ ही, केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं के लाभार्थियों से भी संपर्क करना है। उन्हें भाजपा से जोड़ने का अभियान चलाया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के आठ वर्ष सोमवार को पूरे हो रहे है। इस दिन से पूरे प्रदेश में आठ वर्ष सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अभियान का शुभारंभ करेंगे। सोमवार को कोरोना की विभिषिका में माता-पिता को खो चुके बच्चों की मदद के लिए पीएम केयर फंड से सहायता दी जाएगी। 75 घंटे बूथ पर अभियान 4 से 14 जून तक चलेगा। इसमें विभिन्न कार्यक्रम होंगे। सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों सहित प्रदेश, क्षेत्र, जिला व मंडल स्तर तक के पदाधिकारी इस अभियान में जुड़ेंगे। शक्ति केंद्र के बूथों पर संपर्क, बैठक, पत्रक वितरण करना है।
आठ वर्ष की उपलब्धियां बताएंगे मोदी सरकार की
10 जून के बाद केंद्रीय मंत्री जिलों में प्रवास कर आठ वर्ष की उपलब्धियां बताएंगे। बंसल ने बताया कि 3 जून से 14 जून के बीच जिला स्तर पर गरीब कल्याण पर केंद्रित जनसभाएं होंगी, जिनमें केंद्र व प्रदेश सरकार के मंत्री शामिल रहेंगे। 21 जून को विश्व योग दिवस पर 25 हजार स्थानों पर योग के कार्यक्रम किए जाएंगे। इससे पहले योग जागरूकता संबंधी अभियान चलाकर लोगों को कायक्रम के लिए आमंत्रण दिया जाएगा। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सेवा-सुशासन एवं गरीब कल्याण को समर्पित भाजपा सरकार विषयक प्रस्ताव प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता ने प्रस्तुत किया, जिसका अनुमोदन प्रदेश मंत्री संजय राय ने किया।
मुसलमानों के खिलाफ नहीं समान नागरिक संहिता : दानिश आजाद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा है कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) मुसलमानों के खिलाफ नहीं है और न ही किसी के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। हमें आम मुसलमानों की आवाज सुननी है। वे प्रगति करना चाहते हैं लेकिन, सपा, बसपा व कांग्रेस की सरकारों में ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने मुसलमानों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया। सहारनपुर जिले के देवबंद में जमीयत उलमा ए हिंद (जेयूएच) के सम्मेलन में रविवार को समान नागरिक संहिता का विरोध करने के लिए तीन प्रस्ताव पारित करने के बाद दानिश आजाद अंसारी ने पत्रकारों से कहा कि देश में मुसलमानों को हर अधिकार मिल रहे हैं। मुस्लिम महिलाओं को भी वे अधिकार दिए गए हैं, जिनकी उन्होंने मांग की थी। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि हम हर तरह से मुसलमानों की प्रगति के लिए काम कर रहे हैं। समान नागरिक संहिता को लागू करके समाज में सकारात्मक बदलाव लाएंगे। मंत्री ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार लगातार अल्पसंख्यकों के बारे में बात करती रही है। हमने अल्पसंख्यकों को सभी प्रत्यक्ष लाभ दिए हैं।
सीएम योगी के लिए छोड़ी थी सीट, अब मिला राधा मोहन को ईनाम
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने 6 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से पूर्व विधायक डॉ. राधा मोहन अग्रवाल का नाम भी शामिल है। हाल में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में डॉ. राधामोहन अग्रवाल ने अपनी गोरखपुर शहर सीट सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए खाली कर दी थी, जिस पर वह साल 2002 से जीतते आ रहे थे। राधामोहन अग्रवाल लगातार चार बार बीजेपी के टिकट पर गोरखपुर शहर सीट से चुनाव जीते थे। गोरखपुर शहर सीट पर लंबे समय से गोरखनाथ मंदिर प्रभाव रहा है। अग्रवाल को भी मंदिर और गोरक्षपीठाधीश्वर यानी सीएम योगी आदित्यनाथ का सहयोग मिलता रहा लेकिन जब यूपी विधानसभा चुनाव 2022 आया, तब उन्हें यह सीट योगी आदित्यनाथ के लिए खाली करनी पड़ी थी। बताया जाता है कि सीएम योगी के सहयोग से ही साल 2002 में डॉ. राधामोहन अग्रवाल को हिंदू महासभा से विधानसभा चुनाव में टिकट मिला। चुनाव जीत कर पहली बार वह विधानसभा पहुंचे। इसके बाद 2007 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2007 से लेकर 2017 तक बीजेपी के टिकट पर डॉ. अग्रवाल ने लगातार तीन बार गोरखपुर शहर सीट पर जीत दर्ज की. वहीं इनकी संपत्ति की बात की जाए तो 2017 के विधानसभा चुनाव से जुड़े हलफनामें के मुताबिक अग्रवाल और उनकी पत्नी के अलग-अलग बैंक अकाउंट में 1 करोड़ 17 लाख रुपये से अधिक रुपये जमा है।