BJP का 400 पार का दावा मजाक, 300 भी नामुमकिन: थरूर

तिरुवंतपुरम। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तेज होती सरगर्मियों के बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि भाजपा का ‘400 पार’ का दावा एक मजाक है, ‘300 पार’ जाना असंभव है और यहां तक ​​कि ‘200 पार’ भी लोकसभा चुनाव में बड़ी चुनौती हो सकती है। थरूर ने यह भी दावा किया कि केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भाजपा को कोई भी सीट नहीं मिलेगी और दक्षिण में उसका प्रदर्शन 2019 से भी खराब होने वाला है।

दो चरणों के बाद मतदान हमारे पक्ष में: थरूर

पहले दो चरणों के मतदान के बाद कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के प्रदर्शन पर बात करते हुए थरूर ने दावा किया कि अब तक 190 सीटों पर मतदान हो चुका है और अपने सोर्स से जो जानकारी मुझे पता लगा है वो यह है कि मतदान हमारे पक्ष में काफी अच्छा रहा है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि जबरदस्त लहर है लेकिन निश्चित रूप से मोदी सरकार के लिए कोई लहर नहीं है। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को मिलने वाली संभावित सीटों के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने कहा कि यह ऐसा ही है जैसे क्रिकेट प्रशंसक स्कोर की भविष्यवाणी नहीं करता, सिर्फ जीत की कामना करता है।

“नहीं है 2014-19 वाली लहर”

थरूर ने कहा कि वास्तव में, जो लोग कुछ समय से चुनावों पर नजर रख रहे हैं, उनका भी मानना है कि इस चुनाव और 2014 और 2019 के चुनावों के बीच अंतर यही है कि इस बार भाजपा मतदाताओं में उदासीनता और उत्साह की कमी है।  थरूर ने कहा कि मैं कहूंगा कि हम इस समय अपनी अपेक्षा से कहीं अधिक आगे हैं। बेशक, अनावश्यक रूप से लंबे समय तक खिंचे गए इस चुनाव में अभी पांच चरण और बाकी हैं। देखना बाकी है आगे क्या होता है? थरूर ने कहा कि फिलहाल इसकी संभावना बढ़ती जा रही है कि बीजेपी-एनडीए सरकार अपना बहुमत खो देगी। बीजेपी का बहुमत खोना तय लग रहा है।

BJP को 200 सीटें मिलना भी मुश्किल”

थरूर ने कहा कि यह 400 पार का नारा एक मजाक है, 300 पार नामुमकिन है और मैं तो यहां तक कह रहा हूं कि जमीन पर जिस तरह के हालात हैं, भाजपा का 200 पार भी पहुंचना एक बड़ी चुनौती लग रहा है। उन्होंने दावा किया कि केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भाजपा को ”जीरो” सीटें मिलेंगी।

तेलंगाना में उन्हें मुट्ठी भर सीटें मिली हैं और उन्हें उन्हें फिर हासिल करने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। इसके अलावा भाजपा कर्नाटक में अपना अच्छा प्रदर्शन नहीं दोहरा पाएगी। 2019 में भाजपा ने कर्नाटक की 28 में से 25 सीटें जीतीं थी। जबकि, तेलंगाना में उसे 17 में से चार सीटें मिलीं थी। थरूर के मुताबिक, इसमें कोई शक नहीं है कि भाजपा दक्षिण में पिछली बार से भी खराब प्रदर्शन करने वाली है।

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