भाजपा की गुंडागर्दी उजागर: वेणुगोपाल
न्याय यात्रा पर हमले के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गुवाहाटी। कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने कहा कि न्याय यात्रा पर हमला गंभीर मामला है। हर भारतीय को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। घटना भाजपा की फासीवाद और गुंडागर्दी को उजागर करता है।
राज्य में यात्रा पर हो रहे हमलों के विरोध में पूरे भारत के पीसीसी और डीसीसी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। हम विरोध प्रदर्शन के माध्यम से जनता को बताएंगे कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली असम की भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। न्याय के लिए हम लड़ते रहेंगे। हम सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप मोर्चों पर न्याय के लिए लड़ेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा फिलहाल असम में है। इस दौरान नगांव जिले में सडक़ किनारे एक भोजनालाय के पास भीड़ ने यात्रा को घेर लिया। इस दौरान भीड़ ने राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन का भी विरोध किया।
लोगों ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा को अन्याय यात्रा बताया और रकीबुल वापस जाओ के नारे लगाए। हालात की स्थिति को भांपते हुए सुरक्षा कर्मियों ने गांधी सहित अन्य नेता को सुरक्षित बाहर निकाला। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गाडिय़ों पर भी हमले हुए। हमले में छात्र विंग के तीन सदस्य घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यात्रा के काफिले पर हुए हमले को कांग्रेस ने सुनियोजित हमला बताया है। एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेस महासचिव, केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि असम में यात्रा के प्रवेश के बाद से देश के सबसे भ्रष्ट सीएम अपने गुंडों का इस्तेमाल कर हमारे कापिले, नेताओं और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
रूट पर ही चले कांग्रेस : हिमंत
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि अगर भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने गुवाहाटी में तय रास्ते और नियमों का उल्लंघन किया तो आयोजकों पर केस दर्ज किया जाएगा। यात्रा को एक रूट प्लान दिया गया है। उनसे उम्मीद की जाती है कि वे उसी रूट पर अपनी यात्रा निकालेंगे।
मोदी के शिष्य हैं हिमंत : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि असम के सीएम हिमंत मोदी के शिष्य हैं उन्हीं के कहने पर हमले करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम ने सोशल मीडिया पर मणिपुर के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दी हैं, पर राज्य का दौरा करने का वक्त नहीं मिला और न ही उन्होंने इसे जरूरी समझा।