50 हजार में ऑनलाइन खरीद लिया नया देश, अकेले रहता है मालिक, बिना पासपोर्ट नहीं है एंट्री!
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां आप गए होंगे, कई ऐसे हैं जहां नहीं गए होंगे। उन तमाम जगहों पर जाने के लिए आपको पासपोर्ट की जरूरत पड़ेगी। पर क्या आपने कभी सुना है कि किसी देश की एक छोटी सी भूमि पर जाने के लिए भी पासपोर्ट दिखाना पड़े? ऐसा अमेरिका में होता है, जहां रेगिस्तान में मौजूद छोटी सी जमीन असल में एक अलग देश है। इस देश का मालिक यहां अकेला रहता है। उसके देश में घुसने के लिए पासपोर्ट की जरूरत होती है। हैरानी ये है कि उसने इस देश को ऑनलाइन खरीदा था, वो भी सिर्फ 50 हजार रुपये में! रिपोर्ट्स के अनुसार न्यूयॉर्क के रहने वाले एक आर्टिस्ट जैक लैंड्सबर्ग ने साल 2005 में अमेरिकी राज्य ऊटाह के रेगिस्तानी इलाके में 2 एकड़ की जमीन खरीदा था। उसने ये जमीन ऑनलाइन वेबसाइट ई-बे से सिर्फ 610 डॉलर यानी 50 हजार रुपये में खरीदा था। जब वो पहली बार इस जमीन को देखने गया, तो पहचान के लिए उनसे जमीन पर पीला और लाल रंग का झंडा लगा दिया। पर फिर उसे एक खयाल आया। खयाल था अपना खुद का देश बनाने का! अपने नाम से जोडक़र उसने नाम तय किया, जैकिस्तान। जैक ने रेकॉन टॉक नाम की वेबसाइट से बात करते हुए कहा था कि उन्होंने जब जमीन खरीदी थी, तब राजनीतिक तौर पर देश के बुरे दिन चल रहे थे। उन्हें लगा कि वो राजनेताओं से बेहतर ढंग से अपना देश चला सकते हैं। इस वजह से उन्होंने रेगिस्तान में कुछ नहीं से कुछ बनाना शुरू कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार जैक अब हर साल, कुछ दिनों के लिए जैकिस्तान जाते हैं और वहां पर आर्ट और क्राफ्ट से जुड़ी मजेदार चीजें बनाते हैं। उन्होंने अपनी जमीन पर पेट्रोल गेट बना लिया है, साथ ही रोबोट भी बनाया है। वो अपनी वेबसाइट से 40 डॉलर का असल पासपोर्ट बेचते हैं। वो इस जमीन पर मकान नहीं बनाना चाहते, क्योंकि यहां पानी का कोई सोर्स नहीं है। सबसे नजदीक का शहर मॉन्टेला करीब 100 किलोमीटर दूर है। जैक के कुछ खास दोस्त, जैकिस्तान के निवासी हैं। उन्होंने यहां का पासपोर्ट बनवाया है। वो अक्सर यहां जुटते हैं और मौज-मस्ती करते हैं। जैक ने अपने इस देश को सुधारने के लिए 8 लाख रुपये खर्च कर दिए हैं। हालांकि, यहां का मौसम बहुत खराब रहता है, दिन में भीषण गर्मी और रात में कड़ाके की ठंड पड़ती है। वो हर साल टैक्स देते हैं, ऐसे में वो जो कर रहे हैं, वो कहीं से भी गैरकानूनी नहीं है।