चुनाव से पहले विवादित बयानों से फंस गयी कांग्रेस!
4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्धों ने किया मंथन, बड़ा सवाल, क्या रणनीति के तहत दिए जा रहे हैं बयान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस को लगता है विपक्ष की जरूरत नहीं है। हर चुनाव से पहले कांग्रेस नेता ही उसकी फजीहत कराते हैं। पहले सलमान खुर्शीद ने हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन से की और फिर राशिद अल्वी ने जयश्री राम का नारा लगाने वालों को राक्षस बता दिया। इस बयान के बाद भाजपा ने मोर्चा संभाल लिया। सवाल यह है कि कांग्रेस चुनाव से पहले सेल्फ गोल क्यों करती है? ऐसे कई सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार श्रवण गर्ग, राजेश बादल, अजय शुक्ला, ममता त्रिपाठी, कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली लंबी परिचर्चा में।
श्रवण गर्ग ने कहा, भाजपा ने हिंदुत्व को हथियार बना लिया है ऐसे में यदि कांग्रेस को यूपी में अपना अस्तित्व बचाना है तो उसे अल्पसंख्यकों, पिछड़ों और दलितों को साथ लेना होगा। यह बयान इसी रणनीति के तहत दिए गए हैं। र सलमान खुर्शीद ने हिंदुत्व के बारे में नहीं बल्कि पॉलिटिकल हिंदुत्व के बारे में कहा है। सलमान जिहादी इस्लाम और पॉलिटिकल हिंदुत्व की आलोचना की है। अजय शुक्ला ने कहा, सलमान खुर्शीद ने क्या गलत लिखा। क्या देश में हिंदू आतंकवाद नहीं है। इस पर चर्चा होनी चाहिए। यह कांग्रेस की किताब नहीं है। यह खुर्शीद के अपने विचार हैं। ममता त्रिपाठी ने कहा, चुनाव के समय कांग्रेस के नेताओं को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। इससे वे वोटर भी नाराज होंगे जो प्रियंका की वजह से पार्टी से जुडऩा चाहते हैं।
राजेश बादल ने कहा, कांग्रेस में हमेशा से आतंरिक रूप से विपक्ष रहा है। असहमति स्वरों को बांध नहीं सकते हैं। क्या भाजपा में ऐसा हो सकता है। ये बयान कांग्रेस को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। अंशु अवस्थी ने कहा, इन बयानों से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। प्रबुद्ध वर्ग को इस किताब को पढ़कर इस पर चर्चा करानी चाहिए। भाजपा के पास कोई विचारधारा नहीं है।