छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कांस्टेबल भर्ती रद्द, धोखाधड़ी के आरोपों के बीच राज्य सरकार ने एसआईटी जांच के आदेश दिए
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ सरकार ने अनियमितताओं के आरोपों के बीच राज्य के राजनांदगांव जिले में पुलिस कांस्टेबल की भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी और मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एक अधिकारी ने कहाइस संबंध में आदेश बुधवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दिए। शर्मा ने कहा, राजनांदगांव की 8वीं बटालियन में चल रही भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं सामने आईं और इस संबंध में 17 दिसंबर को लालबाग थाने में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने अब तक इस मामले में चार पुलिस कांस्टेबल, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के दो कर्मचारी और एक महिला उम्मीदवार समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है।अधिकारी ने कहा कि 16 नवंबर से राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, कबीरधाम (कवर्धा) और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिलों के उम्मीदवार यहां भर्ती प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं।
जांच के दौरान पुलिस कांस्टेबल अनिल रत्नाकर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। शर्मा ने बताया कि रत्नाकर के पास से एक नोट मिला है, जिसमें दावा किया गया है कि भर्ती में कथित अनियमितताओं में कर्मचारियों को निशाना बनाया जा रहा है और अधिकारियों को बचाया जा रहा है। राजनांदगांव (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा ने रत्नाकर की आत्महत्या की जांच के लिए एसआईटी गठित कर 10 दिन में रिपोर्ट मांगी है।
इस बीच, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच राजनांदगांव नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक को सौंप दी है। गर्ग ने यह भी कहा कि जिला पुलिस बल कांस्टेबल संवर्ग चयन परीक्षा 2023-24 की भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने का आदेश अभी तक राज्य सरकार से प्राप्त नहीं हुआ है। विपक्षी कांग्रेस भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं के मुद्दे पर राज्य की विष्णु साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर हमला बोल रही है।