डॉ. हरिदत्त नेमी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश, हाईकोर्ट से स्टे के बावजूद ऑफिस से हटे
कानपुर में सीएमओ पद को लेकर चल रहे विवाद में नया मोड़ आ गया है। विवादित सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: कानपुर में सीएमओ पद को लेकर चल रहे विवाद में नया मोड़ आ गया है। विवादित सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसके बाद गुरूवार, 10 जुलाई को डॉ. नेमी ने कहा कि वे “फिर लौटकर आएंगे।” हाईकोर्ट से स्टे मिलने के बाद भी ऑफिस से हटे
डॉ. नेमी ने बताया कि उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ से अपने निलबंन पर स्टे ऑर्डर ले लिया है। इसके बावजूद, शासन की ओर से कोई स्पष्ट निर्देश न मिलने के चलते उन्होंने फिलहाल पद से हटने का निर्णय लिया। हाईकोर्ट से निलंबन पर स्टे मिलने के बाद डॉ. हरिदत्त नेमी ने गुरुवार को पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में अपने ऑफिस से बाहर निकलते हुए कहा कि ‘मेरे पास कोर्ट का स्टे ऑर्डर है, लेकिन शासन की ओर से कोई स्पष्ट आदेश नहीं आया है.’
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डॉ. नेमी ने कहा, ‘प्रशासन दूसरी ओर खड़ा है. मुझ पर कुर्सी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है. ऐसे में मैं स्वेच्छा से घर लौट रहा हूं.’
बता दें गुरुवार को ही दो कार्यालय ज्ञाप जारी हुए. एक कानपुर नगर से और दूसरा लखनऊ से. कानपुर नगर में मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात डॉक्टर उदयनाथ ने डॉक्टर हरिदत्त नेमी को लेकर आदेश जारी किया. उन्होंने अपने ज्ञाप में कहा कि डॉ. नेमी से कोई भी दस्तावेज या कागजात दस्तखत न कराए जाएं. इतना ही नहीं उन पर सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल करने की रोक भी लगाई गई. डॉ.उदयनाथ के कार्यालय ज्ञाप में कहा गया था कि बिना अनुमति के वह गाड़ी इस्तेमाल नहीं कर सकते.
इसके कुछ देर बाद ही लखनऊ से प्रमुख सचिव,चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पार्थसारथी सेन शर्मा की ओर से एक कार्यालय ज्ञाप जारी हुआ जिसमें डॉ. हरिदत्त नेमी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे. डॉ. नेमी से जांच में सहयोग की अपेक्षा की गई है.



