डीजी शोभा करती हैं प्रताडि़त, जा सकती है मेरी जान- बिहार की डीआईजी का डीजी होम पर सनसनीखेज आरोप

नई दिल्ली। बिहार में एकबार फिर दो अधिकारी आमने सामने आ गए हैं। एकबार फिर सीनियर अधिकारी के खिलाफ जूनियर अधिकारी ने प्रताडऩा का आरोप लगाया है। होमगार्ड की डीजी शोभा अहोतकर पर विकास वैभव के बाद एक फिर उनके अंदर काम करने वाले अधिकारी ने प्रताडऩा का आरोप लगाया है। डीजी शोभा अहोतकर के खिलाफ एक महिला डीआईजी ने त्राहिमाम संदेश पत्र भेजा है। महिला डीआईजी ने 13 पन्नें का ये पत्र जिसे त्राहिमाम संदेश नाम दिया गया है में लिखा है कि शोभा अहोतकर की प्रताडऩा से उनके जान खतरे में है। इसके साथ ही उसका परिवार भी निशाने पर है। पत्र भेजने वाली अधिकारी का नाम अनुसूया रणसिंह साहू है।
अनुसूया रणसिंह साहू ने बिहार सरकार के सभी बड़े अधिकारियों को पत्र भेजा है। पत्र में लिखा है उन्हें अलग-अलग तरीके से प्रताडि़त किया जा रहा है। भयंकर से भयंकर सुनियोजित तरीकों से फंसाने की कोशिश की जा रही है। उनके खिलाफ जाल बिछाया जा रहा है। इसके साथ ही पत्र में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की बात भी कही गई है। अधिकारी ने लिखा है उन्हें इस बात की सजा दी जा रही है कि उन्होंने पटना में होमगार्ड पोस्टिंग में बड़े पैमाने पर वसूली के खेल को उजाकर किया। यहां सीनियर कमाडेंट ने जवानों की पोस्टिंग के लिए 20 लाख रूपये की वसूली की। जब इसके खिलाफ आवाज उठाया तो आवाज उठाने वाले को ही फंसाने की कोशिश की जा रही है।
अनुसूया रणसिंह साहू ने पत्र में लिखा है मैं समझ नहीं पा रही हूं कि मेरी कहां त्रुटि है और क्यों मुझे इतनी गालियां सुननी पड़ रही हैं। मैं ष्ठत्र महोदया की धमकी से मानसिक तनाव में हूं। मुझे डर लगने लगा है। इससे साथ ही अधिकारी ने पत्र में ये भी लिखा है कि डीजी शोभा अहोतकर उन्हें यह धमकी दे रही है कि उनका भी विकास वैभव जैसा हश्र होगा।
दरअसल कुछ महीने पहले बिहार के चर्चित ढ्ढक्कस् अधिकारी विकास वैभव के नाम का एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था जिसमें वह होमगार्ड डीजी शोभा अहोतकर पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने उन पर बेवजह गाली देने का आरोप लगाया था। ट्वीट पर लिखा था- ‘ मुझे आईजी मुझे होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज का दायित्व दिनांक 18।10।2022 को दिया गया था और तब से ही सभी नव दायित्वों के निर्वहन हेतु हरसंभव प्रयास कर रहा हूं। प्रतिदिन तब से आनवश्यक ही डीजी मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं। (रिकार्डेड) परंतु यात्री मन आज वास्तव में द्रवित है।’ मामला सामने आने के बाद आईजी विकास वैभव का ट्रांसफर कर दिया गया था उन्हें मुख्यालय में पदस्थापन की वेटिंग लिस्ट में रखा गया। फिर जुलाई में उन्हें बिहार राज्य योजना पर्षद के परामर्शी की जिम्मेदारी दी गई है।

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