बीजेपी के अंदर जूतम-लात, जिलाध्यक्ष पद के नामांकन में टूटी मर्यादा!
कानपुर में भारतीय जनता पार्टी के उत्तर जिलाध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया के दौरान रविवार को पार्टी कार्यालय में हंगामा और नारेबाजी हुई...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकताओं में इस नारे में कही बात को अमल करने की कोशिश की जाती है…. लेकिन बीजेपी के सबका साथ और सबका विकास के नारे पर ही…. बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं….. और मोदी- योगी की तमाम मंशाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है….. भारत को विश्वगुरू बनाने वाली पार्टी अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं की नाराजगी को दूर करने में नाकामयाब है…. और आए दिन बीजेपी के नेता और कार्य़कर्ता सरकार के खिलाफ आवाज उठाते रहे है…. और अपनी ही पार्टी पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए गदर काट दिया….. और चुनाव अधिकारी को जूते का बुके थमा दिया…. जिसको देखकर ऐसा लगता है…. कि अब बीजेपी के अंदर ही सबकुछ ठीक नहीं है…. और विधानसभा चुनाव दो हजार सत्ताइस से पहले ही पार्टी में बड़ी टूट हो सकती है….. बता दें कि मोदी और योगी के नारे के विपरीत एक तस्वीर कानपुर शहर में सामने आई जिसने बीजेपी के इस नारे को उलट कर रख दिया है…… बीजेपी जिन कार्यकताओं और जनता के बलबूते सत्ता के शीर्ष पर चढ़ती जा रही है…… अब उसमें से एक उसके विरोध में है…. या शायद बीजेपी उसकी नीतियों को पसंद नहीं कर रही है…. या ये कहने की बीजेपी नेताओं से नाराज है…..
वहीं यह पहली बार नहीं है कि बीजेपी पर चुनाव धांधली का आरोप लगा हो…. बीजेपी पर लगातार चुनाव में धांधली का आरोप लगता रहा है…. बहरहाल अभी तक बीजेपी पर विपक्ष चुनाव में धांधली कराने का आरोप लगाता रहा है….. लेकिन अब बीजेपी के नेताओं ने ही बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…. और चुनाव में धांधली का बड़ा आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया….. और चुनाव प्रभारी को जूतों से बना गुलदस्ता थमा दिया…. जिससे साफ जाहिर है कि बीजेपी नेताओं में अपनी ही पार्टी के प्रति किस तरह से नाराजगी है….. हालांकि इस बात की पुष्टि कर पाना थोड़ा मुश्किल है….. क्योंकि कानपुर में मंडल अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी चयन प्रक्रिया से कार्यकर्ता नाराज और दुखी दिख रहे थे….. वहीं इस प्रक्रिया में मुख्य भूमिका निभाने वाले चुनाव अधिकारी बीजेपी के पूर्व सांसद संगमलाल गुप्ता से भी कार्यकर्ताओं की नाराजगी बताई जा रही है…… तभी शायद सैकड़ों कार्यकताओं ने बीजेपी के कार्यालय में बीजेपी नेता, पूर्व सांसद….. और चुनाव अधिकारी संगमलाल गुप्ता को पहले माला पहनाया….. और फिर हाथों में थमा दिया जूतों का गुलदस्ता…… पूरी महफिल में पूर्व सांसद के हाथ से झिटक कर गुलदस्ता एक हाथ से दूसरे हाथ खूब उछाला गया…. अब उसक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है…..
दअरसल, कानपुर के कलक्टर गंज क्षेत्र में बीजेपी के कार्यालय में बीजेपी के पूर्व सांसद….. और जिला चुनाव अधिकारी संगमलाल गुप्ता के सामने बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मर्यादाओं की सभी हदें तोड़ दीं….. शहर में बीजेपी के सभी मंडल अध्यक्षों के चुनाव को कार्य देना था….. लेकिन इस बार बीजेपी ने इस चुनाव की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया….. पहले जिन मंडल अध्यक्षों के चुनाव में बूथ अध्यक्ष वोट किया करते थे….. अब उनसे ये अधिकार खत्म कर सीधे तौर पर अपने मनपसंद और चुनिंदा शाखा को नेता…… विधायक, पूर्व और वर्तमान शहर के नेताओं ने अपने इशारे पर चयनित कर लिया….. इससे अन्य आवेदकों और उनके सहयोगियों में आक्रोश था…… लेकिन कानपुर उत्तर इकाई में जिलाध्यक्ष के पद को लेकर आवेदन प्रक्रिया में जिन आवेदकों का मंडल अध्यक्ष पद के लिए चयन नहीं हुआ….. उनमें इस बात का गुस्सा था कि उन्हें नहीं चुना गया….. जिन्हें चुना गया वो इस योग्य नहीं थे….. और पहुंच वाले नेताओं को साध कर मंडल अध्यक्ष बिना वोटिंग के चुन लिए गए….. इसके चलते आक्रोशित महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं ने जोरदार हंगामा काट दिया….. वहीं जिलाध्यक्षों के आवेदन लाइनर चुनाव अधिकारी की भूमिका निभाने वाले संगमलाल गुप्ता को इस बात का इल्म नहीं था कि कार्यकर्ताओं का गुस्सा उनपर इस कदर फुट पड़ेगा कि उनके हाथों में कार्यकता जूतों का गुलदस्ता थमा देंगे…..
वहीं जैसे ही कार्यकताओं ने पूर्व सांसद को जूते वाला गुलदस्ता थमाया…… तभी किसी ने इसका वीडियो बना लिया…. और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया….. जिसके बाद अलग-अलग तरीके से टिप्पणियां सामने आ रही है…… वहीं इस पूरे घटना कर्म को लेकर कानपुर में बीजेपी के जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय से बात हुई तो उन्होंने बताया कि जिलाध्यक्ष के पद को लेकर आवेदन प्रक्रिया चल रही थी….. तभी मंडल अध्यक्ष के चुनाव में पूर्व मंडल अध्यक्ष चंद्रकांत द्विवेदी….. और उनके समर्थकों ने कार्यालय में पहुंचकर हंगामा करने लगे…. और चुनाव अधिकारी के सम्मान के बहाने उनके हाथों में जूते का बुके थमा दिया…… जिसका पार्टी पुरजोर विरोध करती है….. ऐसे अनुशासनहीन कार्यकताओं को हरगिज माफ नहीं किया जाएगा….. बता दें कि कार्यकर्ताओं और नेताओं ने दलित बाहुल्य लक्ष्मीपुरवा के वार्ड-01 से बीजेपी पार्षद विकास साहू ने बताया कि बीजेपी में जाति के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है…… पांच बार के मंडल अध्यक्ष और उम्र के इस पड़ाव में रमाशंकर अग्रहरि को मंडल अध्यक्ष बना दिया गया….. जाति बाहुल्य क्षेत्रों में उसी के आधार पर मंडल अध्यक्ष बनाया गया….. लेकिन दलित बाहुल्य क्षेत्रों में भेदभाव किया गया….
वहीं बीजेपी की मंडल अध्यक्ष रहीं ज्योति वाल्मीकि ने सोशल मीडिया पर खुलकर विरोध किया…… ज्योति वाल्मीकि ने बताया कि उन्होंने मंडल अध्यक्ष पद के लिए आवेदन किया था….. बिना आवेदन ही उन्हें जिला प्रतिनिधि बना दिया गया….. यह संगठन की कैसी माया है….. चारों तरफ सिर्फ कार्यकर्ताओं को बहकाया जा रहा है… वहीं बीजेपी नेताओं का आरोप है कि मंडल अध्यक्ष और जिला प्रतिनिधि बनने के लिए पहले आवेदन लिए जाते हैं…… मंडल अध्यक्ष बनने के लिए बूथ अध्यक्षों से वोट कराए जाते हैं…… वोटिंग के आधार पर ही विजेता घोषित किया जाता है…… इस बार आवेदन तो लिए गए….. लेकिन वोटिंग प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया…… प्रदेश स्तर से ही नाम घोषित कर दिए गए….
आपको बता दें कि बीजेपी जिलाध्यक्ष पद के लिए उत्तर कार्यालय में नामांकन शुरू की गई…… जिलाध्यक्ष पद के लिए 54 दावेदार और प्रांतीय परिषद चुनाव के लिए 12 कार्यकर्ताओं ने आवेदन किए हैं….. दावेदारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है….. बीजेपी उत्तर में 14 मंडल हैं….. और पार्टी ने 10 मंडल अध्यक्ष घोषित किए हैं….. इसके अलावा 11 जिला प्रतिनिधि पद थे…… जिसमें से 10 नाम ही घोषित किए गए….. कौशलपुरी मंडल में नाम घोषित नहीं किया गया….. जिसके चलते पार्टी कार्यकर्ताओं ने गदर काट दिया और संगम लाल गुप्ता की जमकर फजीहत हो रही है….