गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत के लिए करें ये काम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गठिया और जोड़ों के दर्द से सर्दियों मेंअधिक मुश्किलों का सामना करते हैं। क्योंकि सर्दियों में वातावरण में नमी और ठंडक बढ़ जाती है, जिससे जोड़ सख्त हो सकते हैं और मांसपेशियों में कसाव आ सकता है। यह प्रक्रिया दर्द और सूजन को बढ़ाती है, जिससे चलने-फिरने में कठिनाई होती है और सामान्य गतिविधियों में भी परेशानी महसूस होती है। खासकर वे लोग जो पहले से गठिया या किसी अन्य प्रकार के जोड़ के दर्द से जूझ रहे हैं, उन्हें ठंड के मौसम में अपनी जीवनशैली और आहार पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। इसमें हीटिंग पैड या इलेक्ट्रिक हीटर का उपयोग दर्द और सूजन को कम करने के लिए बहुत लाभकारी हो सकता है। एक गर्म स्नान या बाथ टब में बैठना भी जोड़ों के दर्द को कम करने का एक उत्कृष्ट तरीका है।

गर्म कपड़े पहने

सर्दी में गठिया और जोड़ों के दर्द को नियंत्रित करने के लिए सबसे पहला और महत्वपूर्ण उपाय है, शरीर को गर्म रखना। सर्दी के मौसम में जहां हर कोई गर्म कपड़े पहनता है, वहीं जोड़ और मांसपेशियों को विशेष रूप से गर्म रखना चाहिए ताकि वे सख्त न हों और दर्द में वृद्धि न हो। वहीं गठिया और जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए एक पुराना और प्रभावी उपाय है गर्म पानी से सिकाई करना। आप एक साफ तौलिया को गर्म पानी में डुबोकर दर्द वाले हिस्से पर रख सकते हैं। इससे रक्त संचार में सुधार होता है और मांसपेशियों की जकडऩ कम होती है। इस प्रक्रिया को दिन में 2-3 बार करना चाहिए।

लें सही आहार

सर्दी के मौसम में जोड़ों के दर्द को नियंत्रित करने के लिए सही आहार लेना आवश्यक होता है। सही आहार से शरीर में सूजन कम हो सकती है और जोड़ों को जरूरी पोषण मिल सकता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने में मदद करता है, जो जोड़ों के दर्द का मुख्य कारण होता है। मछली (जैसे सालमन, टूना, हेरिंग), अखरोट, अलसी, और चिया सीड्स ओमेगा-3 से भरपूर होते हैं। आप इन खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। विटामिन सी और ई जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स सूजन को कम करने में मदद करते हैं। नींबू, संतरा, आमला, और हरी सब्जियां इनका अच्छा स्रोत हैं। इसके अलावा, बैरी और अन्य रंगीन फल भी शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

स्विमिंग और साईकिल करना

अगर आपके पास स्विमिंग पूल की सुविधा है, तो तैराकी करना जोड़ों के दर्द को कम करने में बहुत सहायक होता है। तैरने से शरीर पर कम दबाव पड़ता है, लेकिन फिर भी यह जोड़ों और मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। साईकिल चलाना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह घुटनों और पैरों के जोड़ पर बहुत दबाव नहीं डालता और दर्द में राहत देता है। आप इसे धीरे-धीरे और आराम से कर सकते हैं।

करें व्यायाम

गठिया और जोड़ों के दर्द में शारीरिक गतिविधियां बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। हालांकि दर्द और सूजन के कारण लोग शारीरिक गतिविधियों से बचते हैं, लेकिन हल्का व्यायाम और नियमित गतिविधियां जोड़ों को लचीला बनाए रखने और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करती हैं। सर्दियों में खासकर हल्के योगासन और स्ट्रेचिंग के अभ्यास से जोड़ों को लचीला बनाए रखा जा सकता है। इस दौरान किसी भी प्रकार के अत्यधिक तनाव से बचना चाहिए। ताड़ासन, पश्चिमोत्तानासन, भुजंगासन, और हलासन जैसे योगासन शरीर के जोड़ों को मजबूत करने और दर्द में राहत देने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, धीमी गति से और गहरी श्वास के साथ की जाने वाली प्राणायाम विधियाँ भी शारीरिक तनाव को कम करने में मदद करती हैं। हल्के व्यायाम के रूप में आप वॉकिंग को भी अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।

पानी का पर्याप्त सेवन

पानी का पर्याप्त सेवन करने से शरीर में जल का संतुलन बना रहता है, जोड़ों की लुब्रिकेशन बेहतर होती है और सूजन कम होती है। सर्दी में भी पानी का सेवन जरूरी होता है, क्योंकि लोग अक्सर सर्दी में पानी कम पीते हैं। इसकेअलावा हल्दी और अदरक दोनों ही सूजन को कम करने में प्रभावी होते हैं। इन दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। आप इन्हें चाय, दूध या भोजन में शामिल करके अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।

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