चेहरे को युवा बनाए रखने के लिए करें ये फेस योग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बढ़ती उम्र में त्वचा को हेल्दी और युवा बनाए रखना भी एक बड़ी चुनौती है, खासकर वर्तमान जीवन-शैली में। इस स्थिति में त्वचा को टाइट और युवा रखने के लिए नियमित रूप से कुछ फेस योगासनों का अभ्यास फायदेमंद साबित होता है। खास बात यह कि इन फेस योगासनों के लिए किसी भी खास उपकरण की आवश्यकता नहीं होती। आप इन आसनों को किसी भी समय और कहीं भी कर सकती हैं। असल में, फेस योग एक प्रकार की योग प्रैक्टिस है, जिसमें चेहरे की मांसपेशियों को मजबूत और टोन करने के लिए विशेष अभ्यास किए जाते हैं। ये योगासन त्वचा को निखारने, झुर्रियों को कम करने और चेहरे पर प्राकृतिक चमक लाने में मदद करते हैं। फेस योग में विभिन्न प्रकार के चेहरे के व्यायाम, मुद्रा और श्वास तकनीक शामिल होती हैं, जो चेहरे की मांसपेशियों को सख्त करती हैं और रक्त संचार को बेहतर बनाती हैं।
भुजंगासन
भुजंगासन और सर्पासन से चेहरे की त्वचा को कई लाभ मिलते हैं। ये आसन गर्दन, सिर और चेहरे की मांसपेशियों में खिंचाव लाते हैं और त्वचा को टोन करते हैं, जिससे त्वचा पर निखार आता है। ये आसन तनाव को कम करते हैं, जिससे त्वचा पर मौजूद दाग-धब्बे और मुंहासे कम होते हैं। इसके अलावा भुजंगासन और सर्पासन त्वचा की कसावट को बनाए रखते हैं तथा झुर्रियों के बढऩे की प्रक्रिया को धीमा करते हैं। भुजंगासन करने के लिए पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को चेस्ट के पास रखें, दोनों पैरों को पीछे मिलाएं और शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं। फिर कोहनी को सीधा रखते हुए हल्का-सा गर्दन को ऊपर रखें। गर्दन के ऊपर होने से डबल चिन की समस्या खत्म होती है और चेहरे एवं गर्दन की त्वचा कसी नजर आती है। साथ ही स्पाइन भी मजबूत होती है। अब सर्पासन करने के लिए उल्टा लेट जाएं, दोनों हाथों को कमर के ऊपर बांध लें और आगे की तरफ से सिर को उठाएं। पीछे से दोनों पैरों को भी उठाएं और हाथों को भी खिंचाव दें। यह आसन त्वचा को हेल्दी रखने में मदद करता है।
अनुलोम-विलोम
अनुलोम-विलोम एक ऐसा प्राणायाम है, जिसको कोई भी सामान्य व्यक्ति आसानी से कर सकता है। इसके लिए कमर और गर्दन को सीधा रखते हुए बैठें। प्राणायाम किसी भी एक नासिका से शुरू किया जा सकता है, मगर सही तरह से करने के लिए सर्वप्रथम दाहिनी नासिका को बंद करें और बाईं नासिका से सांस भरें। फिर उंगलियों से बाईं नासिका को बंद करें और दाहिनी नासिका को खोलकर सांस छोड़ दें। जिस तरफ से आप सांस को छोड़ती हैं, उसी तरफ से फिर से भरें और दूसरी तरफ से उंगलियों को हटाते हुए सांस को छोड़ें। इस क्रिया को 15 से 50 बार तक किया जा सकता है, परंतु ध्यान रखें कि जितनी क्षमता है, उतना ही करें और धीरे-धीरे अभ्यास को बढ़ाती जाएं। यह स्वास्थ्य को बेहतर करेगा, ऑक्सीजन लेवल को मेंटेन करेगा और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करेगा, जिसका सीधा असर त्वचा पर दिखाई देगा।
मंडूकासन
मंडूकासन जो त्वचा को हेल्दी, यंग और ग्लोइंग रखने में मदद करता है। मंडूकासन को करने के लिए सबसे पहले आप वज्रासन की स्थिति में बैठ जाएं। दोनों हाथों की हथेलियों को नाभि पर रखते हुए सामने की तरफ झुक जाएं, जितना झुक सकती हैं, लेकिन गर्दन को थोड़ा ऊपर ही रखें। थोड़ी देर इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं। मंडूकासन की इस प्रक्रिया को तीन से चार बार दोहराएं। ध्यान दें कि मंडूकासन पेट के लिए अधिक फायदेमंद होता है। अगर आपको इस आसन के त्वचा पर लाभ देखने हैं तो नीचे झुकते हुए गर्दन को ऊपर की ओर ही रखें। अगर आप ऐसा नहीं करेंगी तो चेहरे की मांसपेशियों की एक्सरसाइज नहीं हो पाएगी। मंडूकासन से चेहरे की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और वहां मौजूद त्वचा में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है, जिससे त्वचा में ताजगी आती है, निखार मिलता है, प्राकृतिक चमक बढ़ती है और झुर्रियां कम होती हैं।
शशांकासन
शशांकासन चेहरे के लिए बहुत फायदेमंद है। इस आसन को करने से चेहरे की त्वचा पर रक्त संचार बढ़ता है, जिससे त्वचा में निखार आता है और चमक दिखाई देने लगती है। सबसे अहम है कि शशांकासन से चेहरे की मांसपेशियों की कसावट में सुधार होता है, जिससे चेहरे की झुर्रियां और फाइन लाइन कम होती हैं। इस आसन को करने के लिए आप वज्रासन में बैठकर दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और सामने की तरफ पूरी तरह झुक जाएं, जिससे दोनों हाथ सामने रहेंगे और माथा जमीन से टच करेगा।


