प्रार्थना में देरी होने पर शिक्षक ने इतने छात्राओं को बेरहमा से पीटा, छात्राएं बेहोश होकर पहुंची अस्पताल
छात्राओं के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि शिक्षक संजय साह का व्यवहार पहले से ही हिंसक रहा है. वे पहले भी विद्यालय के अन्य शिक्षकों से मारपीट कर चुके हैं, जिसके कारण विद्यालय का माहौल कई बार बिगड़ चुका है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: बिहार के भागलपुर जिले के सनहौला प्रखंड स्थिति मडड्डा मध्य विद्यालय में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। इस स्कूल में प्रार्थना सभा में देरी से पहुंचने पर गुस्साए शिक्षक ने पांच छात्राओं को बाल पड़कर बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे छात्राएं बेहोश हो गईं. सूचना मिलते ही छात्राओं के परिजन दौड़ते हुए विद्यालय पहुंचे और तत्काल सभी को ऑटो के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया.
पीड़ित छात्राओं ने बताया कि सुबह की प्रार्थना के समय छात्राएं थोड़ी देर से लाइन में पहुंचीं. तभी शिक्षक संजय साह ने बिना कुछ कहे उनका बाल पकड़कर उन्हें जमीन पर पटक दिया और बेरहमी से पिटाई कर दी. छात्राओं ने बताया कि शिक्षक ने उनकी गर्दन पर मुक्का भी मारा, जिससे वे जमीन पर गिर गईं और बेहोश हो गईं. इस हादसे में ज़ीनत प्रवीण, शाबाना खातून, अलीफा प्रवीण, रुकैया खातून और अर्चना कुमारी घायल हुईं.
छात्राओं को ऑटो से पहुंचाया अस्पताल
जैसे ही ग्रामीणों और परिजनों को घटना की जानकारी मिली, वे खेतों से काम छोड़कर विद्यालय पहुंचे. अभिभावकों ने तुरंत सभी छात्राओं को ऑटो से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सनहौला पहुंचाया, जहां उनका इलाज किया गया. छात्राओं के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि शिक्षक संजय साह का व्यवहार पहले से ही हिंसक रहा है. वे पहले भी विद्यालय के अन्य शिक्षकों से मारपीट कर चुके हैं, जिसके कारण विद्यालय का माहौल कई बार बिगड़ चुका है.
घटना के बाद अभिभावक और ग्रामीण गुस्से में आ गए. जब उन्होंने शिक्षक से इस बर्बरता के बारे में पूछा, तो उसने बेहिचक जवाब दिया, क्या आप अपने घर में बच्चों को नहीं पीटते? शिक्षक का यह अजीबोगरीब जवाब सुनकर ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया. उन्होंने विद्यालय में तालाबंदी कर दी और सामूहिक रूप से प्रशासन को लिखित शिकायत सौंपी. सभी ने संजय साह को विद्यालय से हटाने और कठोर कार्रवाई की मांग की.
क्या बोले अधिकारी?
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजेश्वर पांडे ने बताया कि संजय कुमार साह पहले भी कई विवादों में शामिल रहे हैं. घटना की पूरी रिपोर्ट जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेज दी गई है और विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि वे फिलहाल पटना में विभागीय बैठक में शामिल हैं और लौटने के बाद इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
इस घटना ने विद्यालय प्रबंधन और शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि ऐसे शिक्षकों को तत्काल निलंबित कर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में बच्चों की
सुरक्षा खतरे में न पड़े.



