तिब्बत और नेपाल में भूकंप से मची तबाही, 7.1 तीव्रता के झटकों से 32 लोगों की मौत
4PM न्यूज नेटवर्क: नेपाल और तिब्बत की सीमा के पास भयंकर भूकंप के कारण आज (07 जनवरी) धरती कांप उठी है। बांग्लादेश और भूटान के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके अलावा सिक्किम समेत पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिससे दहशत का माहौल बन गया। इस भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई है। इस भूकंप में 32 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 38 लोग घायल हो गए हैं। ये आंकड़ा बढ़ने की भी आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन ठंड और क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण बचाव दल को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं नेपाल की राजधानी काठमांडू में तेज झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सड़कों और खुले स्थानों की ओर भाग गए और दहशत का माहौल बन गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप में कुछ गांवों के घर ढह गए हैं। भूकंप का केंद्र नेपाल के साथ हिमालयी सीमा के करीब सुदूर तिब्बती पठार में ऊपर बताया गया है। तिब्बत में भूकंप के चलते कई इमारतें ढह गईं और सड़कों, पुलों समेत इंफ्रास्ट्रक्चर को गंभीर नुकसान पहुंचा है। कई लोग मलबे में दबे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए राहत और बचाव दल युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।
भूकंप का केंद्र चीन का डिंगी था। नेपाल की राजधानी काठमांडू में भूकंप के झटकों के कारण लोग बुरी तरह से घबरा गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के बाद तिब्बत, नेपाल और भारत के कुछ क्षेत्रों में आफ्टरशॉक्स (झटकों के दोबारा आने) का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- तिब्बत के भूकंप प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं।
- स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
- विशेषज्ञों ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।