किशमिश और चना भिगोकर खाने से प्रोटीन-आयरन की कमी होगी दूर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चना और किशमिश, दोनों सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। बहुत से लोग चना और किशमिश खाना पसंद करते हैं। देखा जाए तो चने को कई तरीके से लोग खाते हैं, जैसे- भुना हुआ चना, चने का बेसन आदि। इसी तरह किशमिश को भी लोग कई तरह से खाते हैं जैसे- सूखी किशमिश ही खा लेते हैं या खीर जैसे मीठे रेसिपी में डालते हैं। मगर बहुत कम लोगों को मालूम है कि चना और किशमिश साथ में भिगोकर खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत से लोग आयरन और प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए महंगे सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं। लेकिन चना और किशमिश दोनों ही पोषक तत्वों का खजाना हैं, और इन्हें रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाने से कई स्वास्थ्य समस्याओं में लाभ मिलता है।

हड्डियों और एनर्जी के लिए फायदेमंद

चने में कैल्शियम, फास्फोरस और प्रोटीन होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करते हैं। किशमिश में आयरन और विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स होता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है और थकान को दूर करता है। भीगी हुई किशमिश में नेचुरल ग्लूकोज और फ्रूक्टोज होता है, जो शरीर को तुरंत एनर्जी देने का काम करते हैं। इससे मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और शरीर की थकान और कमजोरी दूर होती है। इसके अलावा किमिश में मौजूद आयरन और मैग्नीशियम शरीर का स्टैमिना बढ़ाते हैं। यह संयोजन सुबह की शुरुआत के लिए एक एनर्जी बूस्टर के तौर पर काम करता है।

पाचन तंत्र को बनाए मजबूत

पाचन सही रहने से भूख खुलकर लगती है और खाना भी ठीक से पचता है। पाचन खराब रहने से व्यक्ति की सेहत नहीं बनती है और कई बार गैस, अपच और कब्ज की समया भी हो जाती हैं। बहुत से लोग पाचन को हेल्दी रखने के लिए कई तरह की दवाइयों के साथ चूर्ण का सेवन भी करते हैं, लेकिन फिर भी फायदा नहीं मिलता है। ऐसे में पाचन-तंत्र को मजबूत बनाने के लिए किशमिश और चना खा सकते हैं दोनों ही फाइबर से भरपूर होते हैं। चने में मौजूद फाइबर आंतों को साफ करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। दूसरी ओर, किशमिश में नेचुरल लैक्सेटिव गुण होते हैं, जो पाचन क्रिया को सक्रिय रखने में मदद करते हैं। रातभर भिगोने से चने की कठोरता कम होती है, जिससे यह आसानी से पच जाता है, और किशमिश के पोषक तत्व पानी में घुलकर अधिक प्रभावी हो जाते हैं। इसलिए सुबह खाली पेट इनका सेवन पाचन को सुचारू रखता है।

हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा

किशमिश में आयरन रक्त प्रवाह में मदद करने का काम कर सकती है। किशमिश में ऐसे बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। किशमिश में पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को कम करते हैं। चने में मौजूद मैग्नीशियम और फोलेट कोलेस्ट्रॉल लेवल को संतुलित रखते हैं। इसलिए रोज सुबह खाली पेट इनका सेवन करने से आपका हार्ट हेल्थ अच्छा रहता है।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करे

चना और किशमिश दोनों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर को अचानक बढऩे से रोकता है। भीगे हुए चने का फाइबर और प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करते हैं, जबकि किशमिश में मौजूद नेचुरल शुगर शरीर को बिना शुगर लेवल को नुकसान पहुंचाए एनर्जी देता है। हालांकि, डायबिटीज रोगी डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही इसका सेवन करें।

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