पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के 15 ठिकानों पर ईडी का छापा

  • लखनऊ, अमेठी, दिल्ली और मुंबई में जारी है रेड

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के लखनऊ, अमेठी, दिल्ली और मुंबई के 15 ठिकानों पर बृहस्पतिवार सुबह ईडी की टीम ने छापा मारा। लखनऊ में पांच ठिकानों पर छानबीन चल रही है। सभी जगह टीम जांच पड़ताल में जुटी हुई है। किसी के भी अंदर जाने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि इससे पहले ईडी ने कुछ दिन पहले मुंबई में पूर्व मंत्री के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
लखनऊ में गोमतीनगर में ओमेक्स हाइट और अमेठी के आवास विकास कालोनी निवासी पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति व उनकी करीबी एक महिला के घर पर बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम पहुंची। दोनों के घरों पर ईडी की टीम सुबह से ही छापेमारी कर रही है। ईडी की छापेमारी को लेकर दोनों ही स्थानों पर स्थानीय पुलिस को तैनात किया गया है। यह छापेमारी अवैध खनन से जोडक़र देखी जा रही है। छापेमारी में आधा दर्जन से अधिक ईडी के अधिकारी मौजूद हैं। पूर्व मंत्री के घर पर उनकी पत्नी मौजूदा विधायक महाराजी प्रजापति और छोटा बेटा अनुराग के अलावा घर के सभी सदस्य मौजूद हैं। फिलहाल ईडी की टीम की पिछले करीब तीन घंटे से छापेमारी कर रही है। छापेमारी को लेकर ईडी के अधिकारियों की तरफ से कोई बयान नही दिया गया है।

झारखंड में कांग्रेस विधायक के ठिकानों पर दूसरे दिन भी ईडी की छापेमारी

कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के झारखंड के हजारीबाग स्थित आवास पर लगातार दूसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी जारी है। इससे पहले मंगलवार को भी ईडी ने करीब 18 घंटे तक उनके आवास पर छापेमारी की थी। ईडी ने मंगलवार की सुबह झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्य के अन्य जिलों में एक साथ छापेमारी की। बताया जा रहा है कि कथित भूमि और स्थानांतरण-पोस्टिंग घोटाले मामले में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के ठिकानों की तलाशी ली गई। मंगलवार को छापेमारी के दौरान कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने आरोप लगाए कि उन्हें पूरे दिन परेशानी और यातनाएं झेलनी पड़ीं। उन्होंने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने उन्हें घंटों तक एक ही जगह पर खड़ा रखा था।

कोविंद समिति ने राष्ट्रपति को सौंपी रिपोर्ट

  • वन नेशन वन इलेक्शन पर दिया 18,626 पन्नों का ड्राफ्ट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के नेतृत्व वाले पैनल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को वन नेशन वन इलेक्शन पर एक व्यापक रिपोर्ट सौंपी। उच्च स्तरीय समिति ने सिफारिश की कि केंद्र सरकार को एक साथ चुनाव के चक्र को बहाल करने के लिए कानूनी रूप से टिकाऊ तंत्र विकसित करना चाहिए। रिपोर्ट में 18,626 पृष्ठ हैं और यह 2 सितंबर, 2023 को अपनी स्थापना के बाद से हितधारकों, विशेषज्ञों के साथ व्यापक परामर्श और 191 दिनों के शोध कार्य का परिणाम है। पैनल द्वारा दिन में दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात के बाद उन्हें रिपोर्ट सौंपी गई। रिपोर्ट में कहा गया है, पार्टियों, विशेषज्ञों और अन्य हितधारकों के सुझावों के आधार पर, समिति का सर्वसम्मत विचार था कि एक साथ चुनाव चुनावी प्रक्रिया और समग्र शासन में मूलभूत परिवर्तन लाएंगे।
समिति ने लोस और राज्य विधान सभाओं के आम चुनावों के साथ-साथ पंचायतों और नगर पालिकाओं में चुनाव को सक्षम बनाने के लिए अनुच्छेद 324 ए की शुरूआत की सिफारिश की। इसमें सुझाव दिया गया कि लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए और इसके पूरा होने के 100 दिनों के भीतर नगर पालिका और पंचायत चुनाव कराए जाने चाहिए। कोविन्द की अध्यक्षता वाले इस पैनल में अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एनके सिंह, पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष कश्यप और वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे भी शामिल हैं।

दिल्ली में आग ने लील ली चार की जान

  • चार मंजिला इमारत में हादसा, दो बच्चों समेत चार लोगों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शाहदरा के शास्त्री नगर इलाके में गुरुवार तडक़े एक आवासीय इमारत में भीषण आग लगने के बाद दम घुटने से दो बच्चों और एक विवाहित जोड़े की मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि पीड़ितों की पहचान मनोज (30), उनकी पत्नी सुमन (28) और पांच और तीन साल की दो लड़कियों के रूप में की गई है। पुलिस ने कहा कि उन्हें सुबह करीब 5:20 बजे शाहदरा के शास्त्री नगर इलाके में भीषण आग लगने की सूचना मिली।
तुरंत दिल्ली अग्निशमन सेवा को सूचित किया गया। अधिकारी ने बताया कि एक स्थानीय पुलिस टीम, चार दमकल गाडय़िां, एम्बुलेंस और पीसीआर वैन को घटनास्थल पर भेजा गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हमें अस्पताल से जानकारी मिली कि दम घुटने से चार लोगों- दो बच्चों और एक विवाहित जोड़े की मौत हो गई। आगे की जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि जिस इमारत में आग लगी, उसमें चार मंजिल हैं और भूतल पर कार पार्किंग की सुविधा है। आग पार्किंग स्थल से शुरू हुई और धुआं पूरी इमारत में फैल गया। अधिकारी ने कहा, सडक़ संकरी होने के बावजूद, अग्निशमन अधिकारी मौके पर पहुंचने और आग पर काबू पाने में कामयाब रहे। प्रत्येक मंजिल पर तलाशी ली गई।

बिहार में अलग-अलग सडक़ हादसों में नौ लोगों की मौत

बिहार के रोहतास और मुजफ्फरपुर जिले में अलग-अलग सडक़ हादसों में नौ लोगों की मौत हो गयी। नीतीश कुमार ने इन घटनाओं पर दुख प्रकट किया। रोहतास जिले के गुप्ताधाम में दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं से भरी एक पिकअप वैन दुर्गावती जलाशय में गिर गई जिससे चार महिलाओं की मौत हो गई। एसडीपीओ दिलीप कुमार ने बताया कि पिकअप वैन के चालक समेत 26 लोगों को खाई से सुरक्षित निकाल लिया गया और उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चेनारी में भर्ती कराया गया जहां से चिकित्सकों ने उन्हें रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम स्थित अस्पताल रेफर कर दिया। अन्य घटना में, मुजफ्फरपुर के रामपुर हरि थाना क्षेत्र में बुधवार को देर रात बारात से लौट रही एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी) और ट्रक की आमने-सामने से भिड़ंत हो गई, जिससे पांच बारातियों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

लाइनें बिछीं नहीं पर पहुंच रहा है पानी का बिल!

  • जलकल विभाग ने लाखों के बिल को मैनेज कर किया हजारों में
  • जोन-7 के इलाके में हो रही धांधली

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वाह रे जलकल विभाग के कारानामें! जहां लाइनें ही नहीं बिछी वहां पर भेजे जा रहे पानी के बिल। लखनऊ जलकल विभाग में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है उपभोक्ताओं को चूना लगाने का बड़े पैमाने पर काम चल रहा है। दरअसल, ज़ोन-7 के इलाके में बड़े पैमाने पर उपभोक्ताओं को परेशान करने का काम चल रहा है जिस इलाके में पानी की लाइन ही नहीं है उसे इलाके में उपभोक्ताओं को लाखों लाखों रुपए का बिल भेजा जा रहा है।
जब उपभोक्ता जलकल विभाग पहुंचता है तो उसको मैनेज करने वाले कर्मचारी पकड़ लेते हैं मैनेज करके लाखों का बिल को कम किया जाता है उसके बाद बिल जमा कर लिया जाता है।

पिछले 10 वर्षों से डटे लिपिक पर गंभीर आरोप

जिस लिपिक की हम बात कर रहे हैं उसका नाम राजकुमार बताया जा रहा है राजकुमार के ऊपर इससे भी पहले कई गंभीर आरोप लगे हैं वर्ष 2022-23 में अयोध्या हाईवे पर बने एक होटल का बिल 30 लाख रुपए भेजा गया था इसके बाद उपभोक्ता से मैनेजमेंट करके ?400000 में सेटलमेंट कर लिया गया हैरानी वाली बात है कि वही मामला कमता इलाके के आसपास अपनाया जा रहा है लिपिक राजकुमार की अगर बात करें तो लखनऊ में 10 सालों से ज्यादा का समय यह गुजार चुके हैं और उनके रसूख के आगे इनका स्थानांतरण होता ही नहीं है। दर्जनों जलकल के उपभोक्ताओं के साथ बड़ा खेल लिपिक के द्वारा किया जा रहा है।कमता इलाके के दर्जनों ऐसे प्रतिष्ठान है जहां लिपिक ने मन मुताबिक बिल भेज दिया है उस बिल की अगर धनराशि की बात की जाए तो किसी की 14 लाख तो किसी की 16 लाख रु है ऐसे में उसी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों से महज 3 लाख से 4 लाख रु बिल के रूप में जमा हुए है ऐसे में उपभोक्ताओं के साथ दोहरा रवैया इसलिए अपनाया जा रहा है जिसने साठगांठ कर ली उसको राहत मिल गई जिसने फर्जी बिल को जमा करना जरूरी नही समझा उसके साथ खेल किया जा रहा है।

अपनी जेबें भर रहे अधिकारी, विभाग को लगा रहे चूना

जलकल विभाग को तो कोई फायदा नहीं हो रहा है लेकिन कर्मचारी अपनी जेब भर रहे हैं सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार अधिशासी अभियंता ने दबाव बनाकर कर्मचारी से स्पष्टीकरण मांगा जिस जगह का स्पष्टीकरण मांगा गया उसे जगह के अन्य प्रतिष्ठानों का सिर्फ सीवर का बिल जमा हुआ है इतना ही नहीं उसी जगह पर बाबू के लेखनी के अनुसार सिर्फ सीवर का बिल जमा करके मामला रफा दफा कर दिया गया ।

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