गर्मी में अत्यधिक पसीना हो सकता है खतरे की घंटी, जानिए एक्सपर्ट से बचाव के उपाय
गर्मियों का मौसम अपने साथ सिर्फ तपिश ही नहीं लाता, बल्कि कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी लेकर आता है। इनमें से एक आम लेकिन गंभीर समस्या है अत्यधिक पसीना आना।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गर्मियों का मौसम अपने साथ सिर्फ तपिश ही नहीं लाता, बल्कि कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी लेकर आता है। इनमें से एक आम लेकिन गंभीर समस्या है अत्यधिक पसीना आना। हालांकि शरीर से पसीना आना एक सामान्य प्रक्रिया है, जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है, लेकिन जब पसीना जरूरत से ज्यादा बहने लगे, तो यह कई बीमारियों का संकेत
हो सकता है। जैसे ही गर्मी का मौसम दस्तक देता है,
वैसे ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगता है। इस मौसम में सबसे आम समस्या होती है। स्किन से जुड़ी परेशानियां, जो बढ़ती गर्मी और पसीने की वजह से और भी गंभीर हा जाती है। डॉक्टरों के मुताबिक, पसीना आना एक सामान्य जैविक प्रक्रिया है, जो शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है। लेकिन जब पसीना जरूरत से ज्यादा बहने लगे, तो यह शरीर के लिए चेतावनी का संकेत हो सकता है।
गर्मी का मौसम आते ही कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है. खासकर स्किन से जुड़ी बीमारियां तो आम है. बढ़ती गर्मी में शरीर से पसीना भी बेहिसाब बहने लगता है. पसीना आना सामान्य है, लेकिन जब पसीना जरूरत से ज्यादा बहने लगे, तो यह खतरे की घंटी भी हो सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक, अत्यधिक पसीना कई बीमारियों और परेशानियों को जन्म दे सकता है. आइए जानते हैं कि ये समस्याएं क्या हो सकती हैं और कैसे हम इनसे बच सकते हैं.
शरीर में पानी और नमक की कमी
जब हम ज्यादा पसीना बहाते हैं, तो शरीर से सिर्फ पानी ही नहीं बल्कि जरूरी मिनरल्स जैसे सोडियम, पोटैशियम और क्लोराइड भी बाहर निकल जाते हैं. इससे डिहाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है. इसके लक्षणों में कमजोरी, सिरदर्द, चक्कर आना, मुंह सूखना और थकावट शामिल हैं.
हीट स्ट्रोक का खतरा
लंबे समय तक धूप में रहने और अत्यधिक पसीने के कारण शरीर का तापमान नियंत्रित नहीं रह पाता, जिससे हीट स्ट्रोक हो सकता है. इसमें शरीर का तापमान 104°F से ऊपर चला जाता है और व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है. यह स्थिति जानलेवा हो सकती है.
स्किन इन्फेक्शन
बार-बार पसीना आना और कपड़ों का गीला रहना त्वचा पर फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन को बढ़ावा देता है. इससे त्वचा पर खुजली, जलन, लाल चकत्ते या घमौरियां हो सकती हैं. अंडरआर्म, कमर और जांघों के बीच की त्वचा में यह ज्यादा होता है.
हाई ब्लड प्रेशर और थकावट
गर्मी में शरीर का हार्ट ज्यादा काम करता है ताकि शरीर को ठंडा रखा जा सके. इससे ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है और दिल की बीमारियों वाले लोगों के लिए खतरा और बढ़ जाता है. इसके अलावा, लगातार पसीना आने से थकावट जल्दी होती है और काम करने की क्षमता घट जाती है.
कैसे करें बचाव?
हाइड्रेटेड रहें दिन भर में खूब पानी पिएं. नींबू पानी, नारियल पानी, बेल का शरबत, छाछ जैसे प्राकृतिक ड्रिंक्स लें. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति के लिए ओआरएस भी लिया जा सकता है.
हल्के और सूती कपड़े पहनें: गर्मी में सूती और हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें ताकि पसीना जल्दी सूख सके और त्वचा सांस ले सके.
बार-बार चेहरा और शरीर धोएं: अगर बाहर निकलना जरूरी हो, तो घर लौटकर चेहरे और शरीर को धोना न भूलें. इससे स्किन पर जमा पसीना साफ हो जाता है और इन्फेक्शन का खतरा कम होता है.
सनस्क्रीन और छाता का प्रयोग: तेज धूप में निकलते समय छाता, टोपी या सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें ताकि सूरज की किरणों से शरीर पर सीधा असर न पड़े.
डाइट पर ध्यान दें: गर्मियों में तैलीय, मसालेदार और हैवी फूड से बचें. फलों और सब्जियों का सेवन ज्यादा करें ताकि शरीर को जरूरी
पोषक तत्व मिलते रहें.
डॉक्टर की सलाह
एक्सपर्ट के अनुसार, गर्मी में अत्यधिक पसीना अगर बार-बार चक्कर, कमजोरी या स्किन में जलन के साथ हो रहा हो तो इसे हल्के में न लें. तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.


