नेताजी के अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब, नम आंखों से दी विदाई
विभिन्न दलों के प्रमुखों, नेताओं और मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि
- देश भर से पहुंचे समर्थक राजकीय सम्मान के साथ दी गयी विदाई
- कल मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव ने ली थी अंतिम सांस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सैफई। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन के लिए सैफई के मेला ग्राउंड में जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोगों ने अपने प्रिय नेता को नम आंखों से विदाई दी। नेताजी के पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। इससे पहले विभिन्न दलों के दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुलायम सिंह यादव ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सोमवार को अंतिम सांस ली थी। वे 82 साल के थे। कल शाम उनका पार्थिव शरीर सैफई लाया गया था। देर रात से लोग अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचते रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ भी सैफई कोठी पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, केशव मौर्य और सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने नेताजी को पुष्पांजलि अर्पित की। प्रदेश सरकार के मंत्री असीम अरुण और सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने नेताजी के अंतिम दर्शन किए। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू ने नेताजी को श्रद्धांजलि दी। शिवपाल यादव और रामगोपाल यादव ने श्रद्धाजंलि अर्पित की। मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी सैफई पहुंचे। इसके अलावा नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए देशभर से नेता और उनके प्रशंसक सैफई पहुंचे। जनेश्वर मिश्र की बेटी मीना और सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने भी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान नेताजी अमर रहें, के नारों से आसमान गूंजता रहा। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अंतिम संस्कार से पूर्व की विधियां पूरी कीं। दूसरी ओर हवाई पट्टी पर वीवीआईपी के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल को तैनात किया गया। खबर लिखे जाने तक नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा रहा। आज अंतिम संस्कार होगा।
मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे आजम खां, भावुक हुआ परिवार
समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर का दर्शन करने के लिए सपा के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव आजम खां भी पहुंचे। उनके साथ उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी थे। आजम खां के पहुंचते ही मुलायम सिंह का पूरा परिवार भावुक हो गया। आजम खां खुद लंबे समय से बीमार चल रहे हैं लेकिन नेताजी के साथ उनका गहरा लगाव था। मुलायम सिंह के निधन के बाद आजम खां सरगंगाराम अस्पताल से अपने घर रामपुर पहुंचे। इसके बाद सैफई के लिए रवाना हो गए। उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। इस दौरान अखिलेश यादव उन्हें सहारा देते नजर आए। आजम खां सपा के संस्थापक सदस्य रहे हैं। यूपी में जब-जब सपा की सरकार बनी है, आजम खां ने बडे-बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली है।
जस्टिस चंद्रचूड़ होंगे सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस
- सीजेआई यूयू ललित ने सरकार को भेजा नाम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) यूयू ललित ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर सबसे सीनियर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के नाम की केंद्र सरकार से सिफारिश की है। सरकार ने 7 अक्टूबर को सीजेआई को एक पत्र भेजकर उनसे अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने को कहा था।
सीजेआई यूयू ललित ने आज सुबह सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों को जजेस लाउंज में आमंत्रित किया और अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस चंद्रचूड़ के नाम की सिफारिश की जानकारी दी। उन्होंने सरकार को भेजे पत्र की प्रतिलिपि जस्टिस चंद्रचूड़ को सौंपी। जस्टिस चंद्रचूड़ 9 नवंबर 2022 को पदभार संभालेंगे। वरिष्ठता सूची के अनुसार जस्टिस चंद्रचूड़ मौजूदा सीजेआई के बाद सबसे वरिष्ठ हैं।
नीतीश पर बरसे शाह, बोले, सत्ता के लिए त्याग दिया जेपी के विचारों को
- केंद्रीय गृहमंत्री ने जेपी की आदमकद प्रतिमा का किया अनावरण
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बलिया। केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह ने बिहार व यूपी के सीमावर्ती सिताब दियारा में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली में आयोजित उनके जयंती समारोह में शिरकत की और उनकी आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। अमित शाह ने बिहार की नई महागठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने सत्ता के लिए जेपी के विचारों को त्याग दिया है।
उन्होंने कहा कि वे बात जेपी की करते हैं और जिस कांग्रेस से जेपी ने लड़ाई लड़ी, उसी की गोद में जा बैठे हैं। जेपी ने जीवन भर सत्ता के लिए कुछ नहीं किया। आज लोग सत्ता के लिए पाला बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेपी ने समाजवाद व जाति विहीन समाज की परिकल्पना की। आजादी के बाद सत्ता में आने के बदले सत्ता से दूरी बनाई। ्रयहां जेपी की आदमकद प्रतिमा लगाई गई है। इसे लगाने का प्रण प्रधानमंत्री ने किया था। आज वो प्रण पूरा हुआ है।