दिल्ली के बाद यूपी में बाढ़ का खतरा
बढ़ रहा गंगा और यमुना का जलस्तर, कई जिलों में रेड अलर्ट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में हो रही लगातार बारिश से अब बाढ़ का खतरा बन रहा है। गंगा और यमुना दोनों ही नदियां उफान पर है। बारिश अभी जारी रहेगी। कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। लगातार बारिश के चलते गंगा और यमुना अभी उफान पर हैं।
सरयू भी कई जिलों में अपना रौद्र रूप दिखा रही है तो उधर राप्ती का वेग भी अब प्रभावित करने लगा है। बरसाती नदियां अलग से बाढ़ का रूप ले रही हैं। आने वाले दिनों में भी इसी तरह के हालात रहने वाले हैं। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक अभी 17 और 18 जुलाई तक बदायूं जिले में गंगा, शामली में यमुना के जलवृद्धि के कारण अत्यधिक बाढ की आशंका है। इन दोनों जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 24 घंटे में आठ जिलों में 30 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। नदियों का स्तर बढऩे से कई जिलों में बाढ़ का खतरा बरकरार है। बदायूं में गंगा का जल स्तर उच्च स्तर पर है।
बाराबंकी और फर्रुखाबाद में सरयू सामान्य से काफी ऊपर बह रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने और राहत व बचाव कार्यों की जानकारी के लिए मैदान में उतरे। उन्होंने सहानपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया। इधर, शाहजहांपुर और हापुड़ जिले में गंगा तथा बरेली और मुरादाबाद में रामगंगा सामान्य से काफी ऊपर बह रही हैं।
इस सप्ताह भी होगी भीषण बारिश
प्रदेश के 19 जिलों में इस सप्ताह अब तक अत्यधिक बारिश हो चुकी है। 13 जिले ऐसे हैं जिनमें सामान्य से अधिक बारिश हुई तो 19 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। 19 जिलों में न्यून जबकि पांच जिलों में अब भी अति न्यून बारिश हुई है। पिछले 24 घंटे में मैनपुरी, मुरादाबाद, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, कासगंज, संभल, महाराजगंज में 30 एमएम से अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जलभराव, महंगाई और छुट्टा पशुओं की समस्या के जरिये सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि उत्तर प्रदेश के स्वीमिंग पूलों में पानी की कमी की वजह से जो भावी तैराक तैराकी सीखने से वंचित हो रहे थे, शायद उन्हीं के लिए प्रदेश सरकार ने अपना स्मार्ट एआई दिमाग लगाकर सडक़ों पर जलभराव की अस्थायी व्यवस्था की है। अब देखते हैं कि कौन सा विदेशी व्यक्ति या अखबार इनकी सराहना करता है।उन्होंने नियमित जाम पर चिंता जताते हुए कहा कि जनता क्या करे? घर में बिजली और पीने का पानी नहीं, बाहर निकले तो घुटनों तक पानी और जाम। पैरों के नीचे गड्ढे और सामने सांड़ और बाजार में कमरतोड़ महंगाई से सामना। अब तो टमाटर के दाम सुनकर टमाटर से ज्यादा, गुस्से से चेहरे लाल हो रहे हैं।