बेरहमी से मार दिये गये दलित परिवार के चार लोग
हाथरस के बाद अब प्रयागराज कांड
- विपक्ष ने कहा दलित सुरक्षित नहीं इस सरकार में
- यूपी में लगातार बढ़ रहा है दलितों पर अत्याचार
- प्रयागराज में दलित परिवार के चार लोगों की हत्या से दहल गया यूपी
- हाथरस में भी दलित लडक़ी से बलात्कार और मौत के बाद अफसरों के इशारे पर पेट्रोल डालकर फूंक दी गयी थी उसकी लाश
अमित कुमार श्रीवास्तव
लखनऊ। प्रयागराज के गोहरी गांव में दलित परिवार के चार लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। बदमाशों ने बेटे-बेटी समेत दंपति के सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर मार दिया। वारदात से ग्रामीण आक्रोशित हैं और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं विपक्ष ने इस मामले में प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया है। विपक्ष ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज है और यहां दलित व महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं ।
प्रदेश में कानून व्यवस्था की पोल फिर खुल गयी है। हाथरस कांड के बाद अब प्रयागराज में हुई वारदात से हडक़ंप मच गया है। यहां एक दलित दंपति, उसकी नाबालिग बेटी और बेटे की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है।
फाफामऊ थाना क्षेत्र के गांव में इस सनसनीखेज वारदात को मंगलवार रात अंजाम दिया गया। दो दिन तक चारों शव घर में ही पड़े रहे और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। गुरुवार सुबह इसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सूचना पर आईजी, डीएम, एसएसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। फोरेंसिंक और डाग स्क्वायड की टीम ने जांच पड़ताल की। मृतक के भाई की तहरीर पर गांव के 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं आईजी राकेश सिंह ने इंस्पेक्टर फाफामऊ रामकेवल पटेल व सिपाही सुशील सिंह को निलंबित कर दिया है। वहीं शव की हालत देखकर लोगों ने नाबालिग लडक़ी से दुष्कर्म की आशंका जतायी है। प्रदेश में लगातार हो रही ऐसी वारदातों से कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। इसके पहले हाथरस में दलित युवती से रेप किया गया था और उसकी मौत हो गयी थी। पुलिस अफसरों के इशारे पर युवती के शव को परिवार की गैरमौजूदगी में पेट्रोल डाल कर जला दिया गया था।
पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों ने कहा कि पुलिस से बार-बार अनहोनी की आशंका की शिकायत की गयी थी लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। परिजनों ने कहा कि भूमि विवाद में रंजिशन यह हत्या की गई। उन्होंने कहा कि सुशील कुमार और उनके समधी द्वारा लगातार धमकी दी जा रही थी। रंजिश में कई बार घर में घुसकर मारपीट भी की गई और गोली भी चली है। इसकी शिकायत पुलिस से भी की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस की लापरवाही का नतीजा है कि एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई।
परिजनों से आज मिलेंगी प्रियंका
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज सोरांव विधानसभा के गोहरी गांव में पासी के परिजनों से भेंट करेंगी। मजदूरी करने वाले पासी, उनकी पत्नी, बेटे और बेटी की दबंगों ने मंगलवार देर रात कुल्हाड़ी से प्रहार से निर्मम हत्या की दी थी।
क्या कहना है एसएसपी का
एसएसपी प्रयागराज सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने बताया कि फाफामऊ के घर से चार लोगों की हत्या हुई हैं। तीन शव आगे के कमरे में थे और एक लडक़ी का शव अंदर कमरे में था। सभी के सिर पर चोट के गंभीर निशान मिले हैं। इस मामले में दोषी पुलिस वालों पर भी जांच के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
यूपी में पिछड़े और दलितों का लगातार उत्पीडऩ किया जा रहा है। जंगलराज चल रहा है। यह सरकार अन्याय और अत्याचार को ही बेहतर कानून व्यवस्था कह रही है। जनता इसका जवा ब देगी।
सुनील सिंह साजन, एमएलसी, सपाप्रदेश में जंगलराज है। हाथरस या प्रयागराज जैसी घटनाओं से साफ है कि प्रदेश में आततायियों की सरकार है। जिस प्रदेश में महिलाएं और दलित सुरक्षित नहीं हों वहां सरकार को रहने का कोई हक नहीं है।
सुरेंद्र राजपूत, प्रवक्ता, कांग्रेसमोदी-योगी सरकार में जातिवादी अत्याचार चरम पर है, इन लोगों के मन में दलितों के प्रति बेहद द्वेषभाव है जो इनके शासन प्रशासन में ऐसी दिल दहलाने वाली घटनाओं के रूप में सामने आता रहता है। इस हत्याकांड के सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर सजा दिलवाई जाए।
वैभव माहेश्वरी, प्रवक्ता, आपये सरकार दलित विरोधी है। अपराधियों के साथ पुलिस भी आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। आने वाले चुनाव में जनता इनको सबक सिखाएगी।
अनुपम मिश्रा, राष्ट्रीय संयोजक टीम आरएलडी