गडकरी ने खरगे व जयराम को भेजा कानूनी नोटिस
24 घंटे के भीतर पोस्ट को हटाने को कहा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया (एक्स) पर अपने एक इंटरव्यू का कुछ हिस्सा तोड़-मरोडक़र पेश करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और पार्टी महासचिव जयराम रमेश को कानूनी नोटिस भेजा है। गडकरी ने कहा कि कांग्रेस ने उनके इंटरव्यू के प्रासंगिक अर्थ और उद्देश्य को छिपाकर 19 सेकंड की ऑडियो और विजुअल क्लिपिंग पोस्ट की।
गडकरी ने दावा किया कि यह कपट कांग्रेस नेताओं ने प्रशंसक और भ्रम, सनसनी और बदनामी पैदा करने के एकमात्र इरादे से किया गया। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कांग्रेस से कानूनी नोटिस भेजे जाने के 24 घंटे के भीतर पोस्ट को हटाने के लिए कहा है और तीन दिनों के भीतर लिखित माफी की भी मांग की है।
वीडियो क्लिप को तथ्यात्मक रूप से गलत बताते हुए, उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस नेताओं द्वारा उनका अपमान करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है, साथ ही भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों को वैचारिक दरार पैदा करने के लिए उकसाने के इरादे के साथ यह कदम उठाया गया है। इस क्लिप के से उनकी प्रतिष्ठा क्षति, मानहानि और विश्वसनीयता की बड़ी हानि हुई है।
वायरल वीडियो में गडकरी कह रहे हैं- गांव, गरीब, मजदूर और किसान दुखी हैं
नोटिस में कहा गया है, उपरोक्त वीडियो को अपलोड करके इंटरव्यू को आपके माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स वॉल पर भी तोड़-मरोडक़र प्रस्तुत किया गया है, जो संदर्भहीन और प्रासंगिक अर्थ के बिना पेश किया गया है। कांग्रेस द्वारा एक्स पर साझा किए गए वीडियो में गडकरी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, गांव, गरीब, मजदूर और किसान दुखी हैं, गांवों में अच्छी सडक़ें नहीं हैं, पीने के लिए पानी नहीं है, अच्छे अस्पताल नहीं हैं, कोई अच्छे स्कूल नहीं हैं।