आवाज दबाकर नाकामी छिपाना चाहती है सरकार: अखिलेश
- भाजपा, सपा का रास्ता नहीं रोक सकती
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि वा जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर हर वर्ष माल्यार्पण के लिए आते हैं। जब लोकतंत्र में लोकनायक के माल्यार्पण के लिए बाधाएं खड़ी की जाएं, तो लोकतंत्र किस काम का। भाजपा, सपा का रास्ता नहीं रोक सकती। अखिलेश ने कहा कि सरकार बताए कि आवाज दबाकर कौन सी नाकामी छिपा रहे हैं। पता नहीं सरकार, गेट में ताला डालकर क्या बताना चाहती है। सच यह है कि भाजपा जेपी आंदोलन की स्मृति दोहराने से डर रही है।
अखिलेश ने कहा कि जनता की ताकत के आगे सरकार की ताकत का कोई असर नहीं होता। पुलिस लगाकर हमें रोक रहे हैं। अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं कि किसके आदेश से रोक रहे हैं। जेपीएनआईसी के रूप में एक ऐसा संग्रहालय बनाया है, जिससे लोग प्रेरणा ले सकते हैं। लोकतंत्र में कैसे आवाज उठाई जा सकती है, यह सीख सकते हैं। अगर जेपीएनआईसी का काम पूरा हो जाता तो दुनिया में पहचान बनती। आज हालात ऐसे हैं कि देश की जनता को एक बार फिर इस सरकार की ताकत के खिलाफ लडऩा होगा। संपूर्ण क्रांति के जरिये समाजवादी मिलकर संविधान और लोकंत्र बचाएंगे। याद रखना कि जिस दिन बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के दिए संविधान को यह बदलने में सफल हुए, उस दिन हमारी आजादी भी छीन लेंगे। यादव के द्वारा गेट फांदकर कैंपस में घुसने और जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हैं। ज्ञात हो कि अखिलेश यादव सुबह करीब 11:30 बजे लोक जागरण रथ में सवार होकर जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) पहुंचे। उनके साथ ही बड़ी तादाद में समर्थक भी वहां आ गए। जेपीएनआईसी के गेट पर ताला पड़ा था। साथ ही टिन की चादरों की बैरिकेडिंग भी थी। कुछ समर्थकों ने गेट को हिलाकर इसे खोलने की कोशिश भी की। अखिलेश रथ से नीचे उतरे और बंद गेट पर चढक़र अंदर चले गए। उनके साथ ही कुछ समर्थक भी गेट कूदकर अंदर चले गए। हालांकि, अखिलेश के अंदर जाने के बाद पुलिस ने तमाम सपाइयों को अंदर जाने से रोका।
नौटंकी करने गए थे अखिलेश : केशव
यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लोकनायक जयप्रकाश की जयंती मनाने का नैतिक अधिकार नहीं है। वो उसी कांग्रेस की गोद में बैठे हैं जिसने देश में आपातकाल थोपकर लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास किया। जब उन्हें जेपीएनआईसी के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी तो वो वहां क्या करने गए थे? उन्हें नहीं जाना चाहिए था पर वो मीडिया कवरेज चाहते थे इसलिए नौटंकी करने गए थे। डिप्टी सीएम ने कहा कि अखिलेश यादव सत्ता के बिना बेचैन हो गए हैं। राज्य की सत्ता उनके हाथ से निकल गई है और केंद्र की सत्ता आनी नहीं है। अब सत्ता के लिए लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास करने वाली कांग्रेस की गोद में बैठ गए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। इसी तरह इस बार भी कांग्रेस को उखाडक़र फेंक देगी। इस तरह की हरकतों से कुछ नहीं होने वाला है।